बच्चे का नामकरण करें जन्माष्टमी 2025 पर, जानिए श्रीकृष्ण के 30 प्रेरणादायक नाम
घर में हाल ही में बच्चे की किलकारी गूंजी है और आप उसका नाम रखने की सोच रहे हैं, तो जन्माष्टमी से बेहतर मौका और क्या हो सकता है. 16 अगस्त 2025 को जन्माष्टमी है – वो दिन जब भगवान श्रीकृष्ण ने धरती पर जन्म लिया था. भगवान कृष्ण को बचपन से ही बहुत प्यार मिला, चाहे वो यशोदा मां हों या गोकुल की गोपियां. उनकी लीलाएं आज भी लोगों के दिल को छूती हैं. इसलिए अगर आप अपने बच्चे का नाम उनके नामों पर रखें, तो उसमें आशीर्वाद और संस्कार दोनों मिलते हैं. आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य अंशुल त्रिपाठी से.
क्यों खास होता है जन्माष्टमी पर नामकरण करना?
हिंदू परंपरा में जन्म के बाद बच्चे का नाम रखने को बेहद अहम माना जाता है. नाम सिर्फ एक पहचान नहीं होती, बल्कि उसमें भाव और ऊर्जा भी होती है. अब अगर ये नाम भगवान श्रीकृष्ण के नामों में से कोई हो, तो मान्यता है कि बच्चा उनका आशीर्वाद लेकर बड़ा होता है.
श्रीकृष्ण को बचपन से ही अलग-अलग नामों से बुलाया गया – जैसे कान्हा, गोपाल, मुरलीधर, श्याम, वासुदेव आदि. हर नाम के पीछे एक कहानी, एक भाव और एक पहचान जुड़ी है. जब आप अपने बच्चे को ऐसा नाम देते हैं, तो उसका जुड़ाव खुद-ब-खुद संस्कारों से हो जाता है.
भगवान श्रीकृष्ण के 30 सुंदर नाम, जो आप अपने बच्चे के लिए चुन सकते हैं
जन्माष्टमी के मौके पर अगर आप अपने लाडले का नाम रखने की सोच रहे हैं, तो नीचे दिए गए श्रीकृष्ण के 30 नामों में से कोई एक चुन सकते हैं, ये नाम ना सिर्फ धार्मिक रूप से शुभ हैं, बल्कि मॉडर्न जमाने के हिसाब से भी ट्रेंडी और प्यारे लगते हैं.
श्रीकृष्ण के 30 लोकप्रिय नाम:
1. अच्युत
2. आरिव
3. अदित्या
4. अजया
5. अमृत
6. ईशान
7. कान्हा
8. कन्हैया
9. कृष्णा
10. केशव
11. कमलनयन
12. करुणानिधि
13. गोविंद
14. गोपाल
15. गोपेश
16. गोपालप्रिय
17. जगदीश
18. जनारधन
19. जगन्नाथ
20. ज्योतिरादित्य
21. मदन
22. मुरलीधर
23. माधव
24. मधुसूदन
25. मुकुंद
26. सुमेध
27. सारथी
28. श्याम
29. पार्थ
30. वासुदेव
नाम चुनते वक्त किन बातों का ध्यान रखें?
1. नाम छोटा, साफ और उच्चारण में आसान होना चाहिए
2. उसमें कोई अच्छा अर्थ होना चाहिए
3. नाम ऐसा हो जिसे बच्चा गर्व से बोले
4. परिवार की आस्था और पसंद भी जरूर ध्यान में रखें
अगर आपने किसी नाम को चुन लिया है, तो उसका सही उच्चारण और स्पेलिंग भी जरूर जांच लें. आजकल कई लोग यूनिक नाम रखने की चाह में उसकी स्पेलिंग बिगाड़ देते हैं, जिससे आगे चलकर दस्तावेज़ों में परेशानी हो सकती है.
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