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नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2010 के बाद बिहार ने एनडीए को अपना सबसे मजबूत जनादेश दिया है। मैं एनडीए के सभी दलों की ओर से बिहार की जनता को उनके समर्थन के लिए तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में कुछ दलों ने तुष्टिकरण वाला एमवाई फॉर्मूला बनाया था, लेकिन आज की जीत ने एक नया सकारात्मक एमवाई फॉर्मूला दिया है, और ये है, महिला और यूथ। आज बिहार देश के उन राज्यों में है, जहां सबसे ज्यादा युवाओं की संख्या है, और इनमें हर धर्म और हर जाति के युवा शामिल हैं। उनकी इच्छा, उनकी आकांक्षा और उनके सपनों ने जंगलराज वाले पुराने और सांप्रदायिक एमवाई फॉर्मूला को ध्वस्त कर दिया है। मैं आज बिहार के युवाओं का विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं।उन्होंने कहा कि बिहार में कुछ राजनीतिक दलों ने तुष्टिकरण की रणनीति के तहत ‘एमवाई’ फॉर्मूला पेश किया था। हालांकि, इस बड़ी जीत ने ‘एमवाई’ फॉर्मूले को सकारात्मक रूप से परिभाषित किया है, जहां अब यह ‘महिला’ और ‘युवा’ का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव ने एक और बात सिद्ध की है कि अब देश का मतदाता, खासतौर पर हमारा युवा मतदाता, ‘मतदाता सूची के शुद्धिकरण’ को बहुत गंभीरता से लेता है। बिहार के युवा ने भी मतदाता सूची के शुद्धिकरण को जबरदस्त तरीके से सपोर्ट किया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि अब हर दल का दायित्व बनता है कि वे पोलिंग बूथ पर अपनी-अपनी पार्टियों को सक्रिय करें और मतदाता सूची के शुद्धिकरण के काम में उत्साह के साथ जुड़ें एवं शत प्रतिशत योगदान दें, ताकि बाकी जगहों पर भी मतदाता सूची का पूरी तरह शुद्धिकरण हो सके। यह सिर्फ एनडीए की जीत नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की भी जीत है। इसने चुनाव आयोग में जनता का विश्वास मजबूत किया है। पिछले कुछ वर्षों में खासकर हाशिए पर पड़े समूहों में मतदान प्रतिशत में वृद्धि चुनाव आयोग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है।पीएम मोदी ने कहा कि यह वही बिहार है जो कभी माओवादी उग्रवाद से ग्रस्त था, जहां नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान अक्सर दोपहर 3 बजे ही समाप्त हो जाता था। हालांकि, इस चुनाव में लोगों ने उत्साह के साथ मतदान किया। बिहार वो धरती है, जिसने भारत को लोकतंत्र की जननी होने का गौरव दिया है। आज उसी धरती ने लोकतंत्र पर हमला करने वाली ताकतों को धूल चटाई है। उन्होंने कहा कि बिहार ने फिर दिखाया है कि ‘झूठ हारता है, जनविश्वास जीतता है।’ बिहार ने डंके की चोट पर कह दिया है, ‘जमानत पर चल रहे लोगों का जनता साथ नहीं देगी। -
आइजोल.असम राइफल्स ने मिजोरम पुलिस के सहयोग से मणिपुर सीमा के पास सैतुअल जिले में 45 करोड़ रुपये मूल्य की 15 किलोग्राम मेथामफेटामीन (मादक पदार्थ) गोलियां बरामद कीं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार और बृहस्पतिवार की दरमियानी रात नगोपा गांव के निकट संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों ने एक वाहन को रोका और मेथामफेटामीन की गोलियां जब्त कीं। मेथामफेटामीन को 'आइस' या 'क्रिस्टल मेथ' भी कहा जाता है। यह देश में प्रतिबंधित है।
असम राइफल्स ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि इस जब्ती के सिलसिले में असम के बारपेटा निवासी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बयान के अनुसार, प्रतिबंधित सामग्री, जब्त वाहन और गिरफ्तार व्यक्तियों को सैतुअल पुलिस को सौंप दिया गया है। -
नयी दिल्ली. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति सी.पी. राधाकृष्णन ने बृहस्पतिवार को उपसभापति हरिवंश और महासचिव पी.के. मोदी के साथ बैठक कर संसद के आगामी शीतकालीन सत्र की तैयारियों पर चर्चा की। संसद का शीतकालीन सत्र एक दिसंबर से शुरू हो रहा है और इसके 19 दिसंबर को समाप्त होने की संभावना है। इस सत्र में कुल 15 कार्यदिवस होंगे। राज्यसभा सचिवालय ने बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, ‘‘उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति सी.पी. राधाकृष्णन ने आगामी शीतकालीन सत्र की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए आज संसद भवन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और महासचिव के साथ बैठक की।'
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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और हवाई अड्डे पर अपनी निर्धारित यात्रा के समय से पहले पहुंचें ताकि किसी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। संयुक्त पुलिस आयुक्त (परिवहन रेंज) मिलिंद दुम्बरे ने बताया कि बुधवार को एक परामर्श जारी किया गया है ताकि प्रमुख परिवहन केंद्रों पर सुरक्षा जांच सुचारू रूप से की जा सके और यात्री समय पर अपनी यात्रा शुरू कर सकें। उन्होंने कहा, “यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे रेलगाड़ियों के प्रस्थान से कम से कम एक घंटे पहले, मेट्रो के प्रस्थान से 20 मिनट पहले और हवाई यात्रा से तीन घंटे पहले संबंधित स्थानों पर पहुंचें।” संयुक्त आयुक्त ने बताया कि एहतियाती उपायों के तहत सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और गहन जांच प्रक्रिया अपनाई गई है। दुम्बरे ने कहा, "सुरक्षा दल यात्रियों, सामान और वाहनों की विस्तृत जांच कर रहे हैं। हम सभी यात्रियों से सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करने का आग्रह करते हैं।" उन्होंने कहा कि सुरक्षा और निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए यात्रियों का सहयोग अपेक्षित है।
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अहमदाबाद. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली में हुए विस्फोट के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी जिससे दुनिया को यह संदेश जाएगा कि किसी को भी फिर कभी इस तरह के हमले के बारे में सोचने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। शाह गुजरात के मेहसाणा जिले के बोरियावी गांव में श्री मोतीभाई आर चौधरी सागर सैनिक स्कूल और सागर ऑर्गेनिक प्लांट के उद्घाटन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस से संबोधित कर रहे थे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया, ‘‘इस कायरतापूर्ण कृत्य को अंजाम देने वाले और इसके पीछे जो लोग हैं, उन सभी को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। भारत सरकार और गृह मंत्रालय इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।'' उन्होंने विस्फोट के पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की।
पत्र सूचना ब्यूरो (पीआईबी)की विज्ञप्ति के अनुसार, शाह ने कहा, ‘‘इस आतंकवादी कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को कड़ी सजा दिलाने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प निश्चित रूप से पूरा होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली आतंकवादी हमले के दोषियों को दी जाने वाली सजा से दुनिया को यह संदेश जाएगा कि हमारे देश में इस तरह के हमले के बारे में सोचने की भी किसी को हिम्मत नहीं करनी चाहिए।'' शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को पूरी दुनिया ने मान्यता दी है और प्रधानमंत्री वैश्विक स्तर पर इस लड़ाई का नेतृत्व करने में सबसे आगे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के नजदीक सोमवार को एक कार में हुए उच्च तीव्रता के धमाके में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई थी। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की छह दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा समाप्त हो गई। अंगोला और बोत्सवाना की यात्रा करने के बाद आज शुक्रवार को राष्ट्रपति मुर्मु भारत आ गई हैं।
भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट करते हुए बताया, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा पूरी करने के बाद दिल्ली पहुंचीं।”आपको बता दें,राष्ट्रपति मुर्मु छह दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा पर थीं। इस क्रम में राष्ट्रपति चार दिन अंगोला की यात्रा पर थीं, इसके बाद दो दिन की यात्रा के लिए मंगलवार को बोत्सवाना रवाना हुईं। बोत्सवाना दौरे के दौरान राष्ट्रपति ने बोत्सवाना के राष्ट्रपति डुमा बोको के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की।राजकीय यात्रा के अंतिम दिन राष्ट्रपति मुर्मु ने कल गुरुवार को बोत्सवाना के उपराष्ट्रपति नदाबा नकोसिनाथी गाओलाथे और विदेश मंत्री के साथ कई अहम बैठकें कीं। उन्होंने एडवोकेट ड्यूमा गिदोन बोको के साथ कल गुरुवार को मोकोलोडी नेचर रिजर्व का दौरा किया। दोनों नेताओं ने भारत और बोत्सवाना के विशेषज्ञों की ओर से घांजी क्षेत्र से पकड़े गए चीतों को क्वारंटाइन केंद्र में छोड़े जाने के दृश्य को देखा। यह कार्यक्रम ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत बोत्सवाना की ओर से भारत को आठ चीतों के प्रतीकात्मक दान का प्रतीक है। गौरतलब हो, यह आयोजन वन्यजीव संरक्षण में भारत-बोत्सवाना सहयोग में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।वहीं, राष्ट्रपति भवन की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा एक पोस्ट में बताया गया कि दोनों नेताओं ने उल्लेखनीय विकास पथ पर भारत की सराहना की। इन बैठकों में रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-बोत्सवाना के स्थायी सहयोग को और मजबूत और गहरा करने के लिए आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई।राष्ट्रपति मुर्मु ने बोत्सवाना के गैबोरोन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि दूर रहकर भी आप सभी भारत की मिट्टी, संस्कृति और मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं। आप भारत और बोत्सवाना के बीच मैत्री के जीवंत सेतु हैं। उससे पहले, राष्ट्रपति ने लुआंडा में अंगोला के स्वतंत्रता दिवस की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लिया था। समारोह के दौरान, राष्ट्रपति ने अंगोला की नागरिक और सैन्य परंपराओं को देखा।राष्ट्रपति मुर्मु ने अंगोला की राजधानी लुआंडा में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत-अंगोला साझेदारी समानता, आपसी विश्वास और प्रगति की साझा आकांक्षाओं पर आधारित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापार, निवेश और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के अपार अवसर मौजूद हैं। उन्होंने अंगोला में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भारत और अंगोला की साझा समृद्धि को साकार करने के प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया। -
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए हुए चुनाव के लिए आज शुक्रवार सुबह आठ बजे से राज्य में 38 जिलों के 46 केंद्रों पर मतगणना शुरू हो गई।मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। मतगणना में कुल 4,372 टेबल लगाए गए हैं। प्रत्येक टेबल पर एक सुपरवाइज़र, एक गणना सहायक और एक सूक्ष्म पर्यवेक्षक तैनात रहेगा। विभिन्न दलों द्वारा नियुक्त 18,000 से अधिक एजेंट भी प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं। सबसे पहले डाक मतपत्रों (पोस्टल बेलेट) की गिनती शुरू की गई
निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, सबसे पहले डाक मतपत्रों (पोस्टल बेलेट) की गिनती शुरू की गई है। इसके बाद सुबह 8:30 बजे से ईवीएम के मतों की गिनती शुरू की जाएगी। आयोग ने सभी जिलों के अधिकारियों को
मतगणना कार्य सुचारू रूप से संपन्न कराने के निर्देश जारी किए हैं। सुबह नौ बजे से रुझान आना शुरू होगा। शाम तक लगभग सभी विधानसभा का चुनाव परिणाम भी घोषित होने की उम्मीद है।उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में रिकॉर्ड 67.13 फीसद मतदान हुआ, जो 1951 के बाद से अब तक का सबसे अधिक प्रतिशत है। यह चुनाव न केवल शांतिपूर्ण रहा, बल्कि इसमें शून्य पुनर्मतदान के अनुरोध और विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) के दौरान शून्य अपील दर्ज की गई, जो लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है।
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*मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता फील्ड पर जाकर कार्यों की करें नियमित मॉनिटरिंग
*पीडब्लूडी सचिव ने सड़क और भवन निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की*
*बजट के सदुपयोग के साथ लोगों की सुविधा के लिए तेजी से हों काम - डॉ. कमलप्रीत सिंह
बिलासपुर/ लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने आज रायपुर और दुर्ग परिक्षेत्र के मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं तथा सभी कार्यपालन अभियंताओं की बैठक लेकर सड़क और भवन निर्माण के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने नवा रायपुर स्थित निर्माण भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को समय-सीमा में काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों पर पेनाल्टी लगाने व नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य अभियंताओं और अधीक्षण अभियंताओं को फील्ड पर जाकर निर्माण कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी भी बैठक में शामिल हुए।
लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि विभागीय बजट के सदुपयोग के साथ लोगों की सुविधा के लिए फील्ड पर तेजी से काम हों। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता अच्छी और टिकाऊ हो, इसका खास ध्यान रखें। उन्होंने प्रगतिरत सभी कार्यों की गति तेज करते हुए निर्माण कार्यों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने विभागीय काम-काज में कसावट और तेजी लाने सभी कार्यालयों को ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य करने को कहा। उन्होंने विभागीय कार्यवाहियों में तेजी लाने ई-आफिस से ही फाइलें तैयार कर प्रमुख अभियंता कार्यालय भेजने को कहा। उन्होंने कार्यों की तकनीकी स्वीकृति के बाद बिना किसी देरी के निविदा आमंत्रित करने के निर्देश दिए।
विभागीय सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने सड़क मरम्मत के सभी कार्यों को आगामी दिसम्बर माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए पेच रिपेयरिंग के बाद सड़कें स्मूथ और समतल रहें, इसका भी ध्यान रखने को कहा। उन्होंने परफॉर्मेंस गारंटी की सड़कों का थर्ड पार्टी परीक्षण कराने और परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर आवश्यकतानुसार संबंधित ठेकेदारों से मरम्मत के काम कराने के निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने बैठक में रायपुर और दुर्ग परिक्षेत्र के विभिन्न जिलों में निर्माणाधीन सड़कों और भवनों की प्रगति के साथ ही प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त ऐसे कार्यों जिनकी निविदा आमंत्रित की जानी है, की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों में प्रस्तावित दस बड़े कार्यों व परियोजनाओं को अमलीजाना पहनाने मैदानी कार्यालयों द्वारा की जा रही कार्यवाहियों की भी समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए।
लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. सिंह ने रायपुर में गुढ़ियारी के शुकवारी बाजार से रेल्वे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर-5 तक बनने वाले पहुंच मार्ग के लिए आगामी मार्च माह तक भू-अर्जन की कार्यवाही पूर्ण कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने शासकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में बनने वाले भवनों के लिए जल्द निविदा करने को कहा। बैठक में रायपुर परिक्षेत्र के अधिकारियों ने बताया कि रायपुर में शंकर नगर-खम्हारडीह-कचना मार्ग के फोरलेन एवं चौड़ीकरण कार्य को दिसम्बर माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सिविल लाइन में पुराने सर्किट हाउस की जगह बनने वाले चार मंजिला सर्किट हाउस एनेक्स की ड्राइंग-डिजाइन एनआईटी से अनुमोदित होकर आ गई है। अनुमोदन के बाद जरूरी प्रक्रियाएं शीघ्र पूरी कर कार्यारंभ किया जाएगा।
बैठक में दुर्ग परिक्षेत्र के अधिकारियों ने बताया कि बेमेतरा में निर्माणाधीन 500 सीटर ऑडिटोरियम का काम फरवरी-2026 तक और दुर्ग में 750 सीटर ऑडिटोरियम का काम मई-2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि खैरागढ़ में कलेक्टोरेट के कंपोजिट बिल्डिंग का काम अगले वर्ष अक्टूबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। निर्माण भवन में दो पालियों में दिनभर चली बैठक में लोक निर्माण विभाग के अपर सचिव श्री एस.एन. श्रीवास्तव, रायपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री पी.एम. कश्यप, अधीक्षण अभियंता श्री डी.के. नेताम, दुर्ग परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री एन.के. जयंत और अधीक्षण अभियंता श्री बी.के. पटोरिया भी मौजूद थे। -
*राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा बनाए रखने दिलाई गई शपथ*
*सरदार पटेल ने रियासतों के एकीकरण एवं देश की एकता के लिए किया कार्य - श्री तोखन साहू*
*सरदार पटेल ने किसानों के लिए लड़ी प्रेरणादायी लड़ाई - श्री अरुण साव*
बिलासपुर/भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर लोरमी में भव्य यूनिटी मार्च का आयोजन किया गया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने एकता रथ पर सवार होकर सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और रथ यात्रा का शुभारंभ किया। लोरमी रेस्ट हाउस से प्रारंभ हुई यह भव्य यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों मनियारी नदी सेतु, फव्वारा चौक, मुंगेली चौक होते हुए राजपूत भवन में समाप्त हुई। यात्रा में एन.सी.सी. एवं एन.एस.एस. के छात्रों द्वारा एकता संदेश की तख्तियों को हाथ में लिए हुए वंदे मातरम और सरदार पटेल अमर रहे के जयकारों ने रैली में उत्साहपूर्ण माहौल बनाया। 100 मीटर के एक तिरंगे के नीचे हजारों स्कूली एवं कॉलेज थात्र-छात्राओं ने सरदार वल्लभ भाई पटेल से प्रेरित एवं उनके आदर्शों का संदेश देते हुए आपसी एकता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। रैली में केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री साहू और उप मुख्यमंत्री श्री साव ने श्रमदान कर स्वच्छता का संदेश दिया।
एकता यात्रा के समापन के बाद राजपूत भवन में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री साहू और उप मुख्यमंत्री श्री साव ने एक पेड़ मां के नाम पौधारोपण किया। श्री साहू ने अशोक का पौधा और श्री साव ने नीम का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के समापन में स्वच्छता दीदियों और छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। साथ ही राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा बनाए रखने की शपथ दिलाई गई। आंतरिक सुरक्षा में योगदान देने और अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करने का संकल्प भी दिलाया गया।
केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर इस यूनिटी मार्च का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज लोरमी एवं मुंगेली में यूनिटी मार्च का आयोजन किया गया। उन्होंने इस भव्य यात्रा में जनमानस के उत्साह को रेखांकित करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री साहू ने कहा कि यूनिटी मार्च का उद्देश्य सरदार पटेल के योगदान से आमजनों को जागरूक करना और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाना है। सरदार पटेल ने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने रियासतों के एकीकरण में अपना अविस्मरणीय योगदान दिया। उन्होंने सरदार पटेल के योगदान को नमन किया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि भारतरत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल हमारे देश के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री थे। देश के लिए उनका योगदान हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। वे किसानों के नेता थे। उन्होंने हमेशा किसानों के हक के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि इस यूनिटी मार्च के माध्यम से लोरमीवासियों की एकता दिखी है। यह यूनिटी मार्च सरदार पटेल को विनम्र श्रद्धांजलि है। उन्होंने यूनिटी मार्च को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए सभी का अभिनंदन किया। कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, जिला पंचायत ते सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय, लोरमी नगर पालिका के अध्यक्ष श्री सुजीत वर्मा, लोरमी जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती वर्षा विक्रम सिंह, श्री दीनानाथ केशरवानी और श्री गुरमीत सूलजा सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा नागरिक यूनिटी मार्च में शामिल हुए। -
रायपुर। विशेष रोजगार कार्यालय द्वारा डॉ. रेड्डीज़ फाउंडेशन सुंदर नगर में दिव्यांगजनों के लिए प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन हुआ। विभाग की उप संचालक डॉ शशी अतुलकर ने बताया कि इस प्लेसमेंट कैम्प में निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों द्वारा 21 दिव्यांगजनों का साक्षात्कार किया गया एवं साक्षात्कार उपरांत कुशल और योग्य प्रतिभागियों की कैशियर, सेल्समेन, आर.टी.ए., सी.सी.ए इत्यादि पदों पर भर्ती की गई।
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*उप मुख्यमंत्री ने पशु-पक्षी प्रदर्शनी मेला का किया अवलोकन*
*पशु चिकित्सालय के नए भवन के लिए 40 लाख देने की घोषणा की*
बिलासपुर/ उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के ग्राम नवाडीह (लपटी) में आयोजित जिला स्तरीय पशु-पक्षी प्रदर्शनी मेला का अवलोकन किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि पशु-पक्षी जीवन का आधार है। उन्होंने पशुपालन का महत्व बताते हुए किसानों को खेती के साथ पशुपालन कर अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उन्नत नस्ल के पशुओं के संवर्धन के लिए भी प्रेरित किया। श्री साव ने लोरमी में पशु चिकित्सालय के नए भवन के निर्माण के लिए 40 लाख रुपए देने की घोषणा की।
पशु-पक्षी प्रदर्शनी मेला में पशुपालकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। मेले में विभिन्न नस्ल के पशुओं की प्रदर्शनी लगाई गई और उत्कृष्ट पशुपालकों को सम्मानित किया गया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्राइवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता श्री पुष्पकांत शर्मा को नस्ल सुधार कार्य के लिए सम्मानित किया गया। कलेक्टर श्री कुंदन कुमार, जिला पंचायत के सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय, जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती वर्षा विक्रम सिंह ठाकुर, पशु चिकित्सा सेवाओं के उप संचालक डॉ. आर.एम. त्रिपाठी, डॉ. शिव पटेल और डा. प्रमोद नामदेव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, किसान और पशुपालक इस दौरान मौजूद थे। -
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में मारे गए लोगों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की नीति को मंजूरी दे दी है।, दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से गुरुवार को एक बयान में कहा गया।मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में बुधवार को हुई दिल्ली मंत्रिमंडल की बैठक में सिख विरोधी दंगा पीड़ितों के आश्रितों को नौकरी देने की पॉलिसी को स्वीकृति दे दी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई नीति की एक प्रमुख विशेषता यह है कि पीड़ितों के आश्रितों, जो अब 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं और रोजगार करने में असमर्थ हैं, को नौकरी के लिए अगली पीढ़ी के सदस्य, जैसे बेटा, बेटी, बहू या दामाद को नामित करने का विकल्प होगा। - नई दिल्ली। एसआईआर के दूसरे चरण में नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में एक ही दिन में पांच करोड़ से अधिक नामांकन फॉर्म वितरित किए गए। अब तक 42 करोड़ फॉर्म वितरित हो चुके हैं, जो कुल मतदाताओं का 82.71 फीसदी है। एसआईआर अभ्यास चार नवंबर से चार दिसंबर तक चलेगा।मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दूसरे चरण के तहत नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में एक ही दिन में पांच करोड़ से अधिक नामांकन फॉर्म वितरित किए गए। चुनाव आयोग की ओर से गुरुवार को साझा किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।चुनाव आयोग की ओर से जारी एक दैनिक बुलेटिन में कहा गया कि 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक 42 करोड़ से अधिक एसआईआर नामांकन फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं। बुधवार को जारी बुलेटिन में कहा गया था कि 12 नवंबर की दोपहर तीन बजे तक 37 करोड़ से अधिक फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं। यानी 42 करोड़ फॉर्म का मतलब है कि इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 50.99 करोड़ मतदाताओं में से 82.71 फीसदी को अब तक कवर किया गया है।इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप शामिल हैं। इनमें से तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव होंगे। असम में भी 2026 में चुनाव होने हैं, वहां मतदाता सूची सुधार (एसआईआर) के लिए अलग से तारीख घोषित की जाएगी।एसआईआर अभ्यास के दूसरा चरण चार नवंबर को नामांकन चरण के साथ शुरू हुआ और यह चार दिसंबर तक जारी रहेगा। चुनाव आयोग नौ दिसंबर को प्रारूप मतदाता सूची जारी करेगा और अंतिम सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी।पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु की द्रमुक ने यह दावा करते हुए एसआईआर अभ्यास का विरोध किया है कि इससे योग्य नागरिकों को दस्तावेजों की कमी के कारण मताधिकार से वंचित किया जा सकता है। बिहार में एसआईआर के बाद आयोग ने 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोगों की ओर से पेश किए जाने वाले दस्तावेजों की सूची में आधार कार्ड को शामिल किया है।चुनाव आयोग ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मतदाता पंजीकरण अधिकारी उन मतदाताओं को नोटिस जारी करेंगे जिनके पिछले एसआईआर विवरण या तो उपलब्ध नहीं हैं या डाटाबेस से मेल नहीं खाते।
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नई दिल्ली। हाल ही में संपन्न आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में भारत के विजयी अभियान की तीन प्रमुख खिलाड़ियों – बल्लेबाज प्रतीका रावल, गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर और ऑलराउंडर स्नेहा राणा ने नई दिल्ली स्थित रेल भवन में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। इन खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। खेल के हर पहलू का प्रतिनिधित्व करने वाली ये तीनों खिलाड़ी भारतीय रेल की गौरवान्वित कर्मचारी हैं। केंद्रीय मंत्री ने भारत की ऐतिहासिक विश्व कप जीतने में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें बधाई दी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्व कप विजेता चैंपियन से मिलकर खुशी हुई। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय महिला सितारों ने अपने पिछले वर्षों के सफर और मैदान पर बिताए अनुभवों की प्रेरक कहानियां साझा कीं।–बता दें कि दिल्ली की सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल का प्रतिनिधित्व करती हैं। प्रतीका अप्रैल 2023 में भारतीय रेल में शामिल हुईं और हाल ही में उन्हें वरिष्ठ लिपिक के पद पर पदोन्नत किया गया। विश्व कप के शुरुआती दौर में चोट लगने के बावजूद, वह पूरे टूर्नामेंट में अपनी साथियों के लिए प्रेरणा और समर्थन का स्रोत बनी रहीं। अपनी संयमित बल्लेबाजी और सटीक पारी बनाने की क्षमता के लिए जानी जाने वाली प्रतीका रावल ने इसे खेल की गहरी समझ के साथ जोड़ा है। पिछले साल के अंत में एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से, वह इस प्रारूप में भारत की सबसे लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों में से एक रही हैं।–हिमाचल प्रदेश की दाएं हाथ की मध्यम-तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर उत्तर रेलवे के अंबाला डिवीजन का प्रतिनिधित्व करती हैं। रेणुका दिसंबर 2020 में भारतीय रेल में शामिल हुईं और तब से लगातार मैच-विजेता रही हैं। उन्होंने भारत की कई जीत में अहम भूमिका निभाई है। हाल ही में हुए विश्व कप के दौरान, उन्होंने तीन महत्वपूर्ण विकेट लेकर भारत के सफल अभियान में अहम भूमिका निभाई। टीम की ऐतिहासिक जीत के बाद, रेणुका का उनके गांववालों और स्थानीय अधिकारियों ने एक समारोह में गर्मजोशी से स्वागत किया, जिसमें भारत की पहली महिला विश्व कप जीतने में उनके योगदान का जश्न मनाया गया।–उत्तराखंड की ऑलराउंडर स्नेहा राणा उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल का प्रतिनिधित्व करती हैं। स्नेहा 2018 से भारतीय रेल से जुड़ी हुई हैं। अपनी दाएं हाथ की ऑफ-स्पिन और भरोसेमंद मध्यक्रम की बल्लेबाजी के लिए जानी जाने वाली स्नेहा ने टूर्नामेंट के शुरुआती मैचों में भारत के लिए अहम भूमिका निभाई थी। स्नेहा ने अपने विश्व कप अभियान का समापन छह मैचों में सात विकेट लेकर किया, जिसमें 2/32 का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी शामिल है। उन्होंने बल्ले से भी बहुमूल्य योगदान दिया और 49.50 की प्रभावशाली औसत से 99 रन बनाए।भारतीय रेल लंबे समय से भारत की खेल प्रतिभाओं को निखारने में एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। इसके खिलाड़ी ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में देश का नाम रोशन करते रहे हैं। रेलवे के खिलाड़ियों ने अपनी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए अर्जुन पुरस्कार, पद्म श्री और मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सहित कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान अर्जित किए हैं।रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड के माध्यम से, भारतीय रेल विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं, रोजगार सुरक्षा और संस्थागत सहायता प्रदान करता है। यह साधारण परिवारों की प्रतिभाओं की पहचान करता है और उन्हें निखारता है तथा योग्य व्यक्तियों को खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। स्थायी रोजगार, प्रदर्शन-आधारित प्रोत्साहन और निरंतर प्रोत्साहन के साथ, भारतीय रेल एथलीटों को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए निरंतर सशक्त बना रहा है। -
नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए हुए आतंकी हमले के बाद एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर बड़ी कार्रवाई की। एआईयू ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का फैसला लिया है।
एआईयू की ओर से गुरुवार को विश्वविद्यालय के कुलपति को भेजे गए पत्र में यह जानकारी दी गई है।एआईयू ने प्रोफेसर भुपिंदर कौर आनंद के नाम अपने पत्र में कहा है कि कोई भी विश्वविद्यालय तब तक सदस्य बना रहता है जब तक वह ‘गुड स्टैंडिंग’ की स्थिति में रहता है। लेकिन, हाल के मीडिया रिपोर्टों के आधार पर यह पाया गया है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद इस श्रेणी में नहीं आती। इसलिए विश्वविद्यालय की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है।एआईयू ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब अल-फलाह यूनिवर्सिटी किसी भी प्रकार की गतिविधियों में एआईयू के नाम या लोगो का उपयोग नहीं कर सकती। साथ ही, विश्वविद्यालय को निर्देश दिया गया है कि वह अपने आधिकारिक वेबसाइट और सभी प्रचार सामग्रियों से एआईयू के लोगो को तुरंत हटा दे।एआईयू की ओर से यह कार्रवाई उसके नियमों और उपविधानों के अनुरूप की गई है ताकि संगठन की प्रतिष्ठा और मानकों को बनाए रखा जा सके। पत्र में आगे विश्वविद्यालय प्रशासन से अपेक्षा की गई है कि वह इस निर्णय की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करे।बता दें कि दिल्ली बम धमाके की घटना के बाद जांच एजेंसियों ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े कई डॉक्टर्स को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए डॉक्टरों में डॉ. उमर उन नबी, डॉ. शाहिद, डॉ. निसार-उल-हसन और डॉ. मुजम्मिल शामिल हैं। सदस्यता रद्द होने के बाद यूनिवर्सिटी अब एआईयू के मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची से बाहर हो गई है।जानकारी के अनुसार, यह यूनिवर्सिटी अब अपनी वेबसाइट पर पाठ्यक्रमों के बारे में गलत जानकारी देने के कारण भी जांच के दायरे में है। - नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2015 से भारत में क्षय रोग के मामलों में वैश्विक दर से दोगुनी रफ्तार से आई कमी की बृहस्पतिवार को सराहना की। उन्होंने इसका श्रेय उपचार के विस्तार को दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की वैश्विक तपेदिक रिपोर्ट 2025 के अनुसार, भारत में टीबी के मामले, जो प्रत्येक वर्ष सामने आने वाले नए मामलों को दर्शाता है, में 21 प्रतिशत की कमी आई है। वर्ष 2015 में यह संख्या प्रति लाख जनसंख्या पर 237 थी, जो वर्ष 2024 में घटकर प्रति लाख जनसंख्या पर 187 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह कमी वैश्विक स्तर पर देखी गई 12 प्रतिशत की गिरावट की गति से लगभग दोगुनी है। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘टीबी के खिलाफ भारत की लड़ाई उल्लेखनीय गति प्राप्त कर रही है।डब्ल्यूएचओ की नवीनतम वैश्विक तपेदिक रिपोर्ट 2025 में बताया गया है कि भारत में 2015 से टीबी के मामलों में सराहनीय कमी दर्ज की गई है और यह गिरावट की वैश्विक दर से लगभग दोगुनी है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में क्षय रोग (टीबी) के मामलों में आई गिरावट दुनिया में कहीं भी देखी गई सबसे तीव्र गिरावटों में से एक है। मोदी ने कहा, ‘‘उपचार सेवा का विस्तार, ‘बीमारी पता चलने के बाद मरीज के लापता' होने के मामलों में कमी और उपचार की सफलता में निरंतर वृद्धि भी उतनी ही उत्साहजनक है। मैं उन सभी को बधाई देता हूं जिन्होंने इस सफलता को प्राप्त करने के लिए काम किया है। हम एक स्वस्थ और फिट भारत सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।''
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नई दिल्ली। दिल्ली के रेड फोर्ट के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट के बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (एनएएसी) ने यूनिवर्सिटी को फर्जी एक्रेडिटेशन क्लेम के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी यूनिवर्सिटी की फंडिंग पर फॉरेंसिक ऑडिट करने जा रहा है।
एनएएसी के डायरेक्टर गणेशन कन्नाबिरण ने 12 नवंबर को जारी नोटिस में कहा कि अल फलाह यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर गलत दावा किया हैएनएएसी के डायरेक्टर गणेशन कन्नाबिरण ने 12 नवंबर को जारी नोटिस में कहा कि अल फलाह यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर गलत दावा किया है। यूनिवर्सिटी का कहना है कि उसके तीन कॉलेज, अल फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (1997 से, एनएएसी ए ग्रेड), ब्राउन हिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (2008 से) और अल फलाह स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (2006 से, एनएएसी ए ग्रेड) एनएएसी मान्यता प्राप्त हैं, लेकिन एनएएसी ने स्पष्ट किया कि इंजीनियरिंग स्कूल को 2013-2018 तक (सीजीपीए 3.08) और एजुकेशन स्कूल को 2011-2016 तक (सीजीपीए 3.16) ‘ए’ ग्रेड मिला था, जो समाप्त हो चुका है।दिल्ली ब्लास्ट केस में आरोपी डॉक्टरों- डॉ. उमर नबी, डॉ. मुजम्मिल गनाई और डॉ. शाहीन सईद के ट्रांजेक्शन चेक किए जाएंगेएनएएसी ने इसे ‘जनता, अभिभावकों और छात्रों को गुमराह करने वाला’ बताया। नोटिस में कई सवाल पूछे गए, जिनका यूनिवर्सिटी को 7 दिनों में जवाब देना होगा। तब तक वेबसाइट से एनएएसी का जिक्र हटाना अनिवार्य है। नोटिस के बाद यूनिवर्सिटी की वेबसाइट डाउन हो गई। वहीं, दूसरी ओर ईडी ने यूनिवर्सिटी के वित्तीय लेन-देन की जांच शुरू की है। दिल्ली ब्लास्ट केस में आरोपी डॉक्टरों- डॉ. उमर नबी, डॉ. मुजम्मिल गनाई और डॉ. शाहीन सईद के ट्रांजेक्शन चेक किए जाएंगे। इन डॉक्टरों ने 20 लाख रुपए इकट्ठा कर 26 क्विंटल एनपीके फर्टिलाइजर खरीदा, जो आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल हुआ।अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट ने विदेशी फंडिंग से इनकार किया है, लेकिन जांच में सहयोग का दावा किया हैईडी फॉरेंसिक ऑडिट से विदेशी फंडिंग का पता लगाएगी। अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट ने विदेशी फंडिंग से इनकार किया है, लेकिन जांच में सहयोग का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के भंडाफोड़ और दिल्ली के लाल किले के निकट हुए ब्लास्ट के बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी का नाम गलत कारणों से चर्चाओं में है।अब यूनिवर्सिटी ने अपनी तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि हमारा इस ब्लास्ट से कोई लेना-देना नहीं हैइसी को देखते हुए अब यूनिवर्सिटी ने अपनी तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि हमारा इस ब्लास्ट से कोई लेना-देना नहीं है। जिस तरह से इस ब्लास्ट के बाद हमारी यूनिवर्सिटी का नाम लिया जा रहा है, उससे इसकी गरिमा को ठेस पहुंच रही है। हमारे संज्ञान में यह भी आया है कि कई सोशल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हमारी यूनिवर्सिटी के संबंध में मनगढ़ंत और झूठे बयान जारी किए जा रहे हैं, जिनमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है। -
नई दिल्ली। संगम नगरी प्रयागराज की पहचान धार्मिक ,साहित्यिक और सांस्कृतिक नगरी के रूप में जानी जीती है। प्रदेश सरकार द्वारा महाकुंभ 2025 के भव्य और दिव्य आयोजन ने इसकी समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को दुनिया भर में पहुंचाया। इस भव्य आयोजन के बाद अब कुंभ नगरी में जापानी और सनातन संस्कृति का मेल भी होगा।
हजारों किलोमीटर की दूरी और भाषा का अंतर होने के बावजूद भारत की सनातन संस्कृति और जापान की पारंपरिक शिन्तो संस्कृति में अद्भुत समानताएं दिखाई देती हैं। दोनों ही सभ्यताएं प्रकृति को देवतुल्य मानती हैं, आत्मसंयम को सर्वोच्च मूल्य और शांति को जीवन का आधार मानती हैं। इन दोनों संस्कृतियों के मेल की झलक की साक्षी बनने जा रही है कुंभ नगरी प्रयागराज। यहां जापानी स्थापत्य और सांस्कृतिक प्रतीकों से प्रेरित पब्लिक प्लाजा पार्क का निर्माण किया जा रहा है। नगर विकास की तरफ से इसका निर्माण किया जा रहा है, जिसकी कार्यदायी संस्था सीएनडीएस है।सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित कुमार राणा बताते हैं कि प्रयागराज में यमुना किनारे अरैल क्षेत्र में शिवालय पार्क के नजदीक 3 हेक्टेयर में इसका निर्माण किया जाएगा। नगर निगम प्रयागराज को इसका आकलन भेजा गया है। इसमें भारतीय और जापानी संस्कृति के साझा स्थापत्य के प्रतीकों का इस्तेमाल किया जाएगा।प्रयागराज महाकुंभ के समय धार्मिक और आध्यात्मिक पार्कों का हब बनकर सामने आया। अरैल क्षेत्र में पहले शिवालय पार्क और अब साहित्य पार्क के निर्माण के क्रम में एक नई उपलब्धि जुड़ने जा रही है। यमुना नदी के किनारे पब्लिक प्लाजा पार्क का निर्माण हो रहा है। कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित कुमार राणा का कहना है कि पार्क में 5 जोन बनाए जाएंगे। पार्क के चप्पे-चप्पे में जापान की शिंटो संस्कृति और भारतीय सनातन संस्कृति के साझा मूल्यों की झलक मिलेगी। पार्क में प्रवेश द्वार के स्थान पर टोरी गेट का निर्माण किया जाएगा जो शिंटो संस्कृति का प्रतीक है।पार्क में जापानी गार्डन बनेगा जिसमें मियावाकी वन भी विकसित किया जाएगा। पार्क में योग और भारतीय मंदिर वास्तुकला, नृत्य और संगीत की तरह जापान की टी सेरेमनी, इकेबाना और ज़ेन गार्डन में भी आध्यात्मिक भाव झलकता है। इस पार्क के अंदर भी जेन पार्क का निर्माण किया जायेगा। दोनों देशों की कला केवल सजावट नहीं, बल्कि आत्म-अनुशासन और साधना का माध्यम है। समरसता, शांति और विश्व बंधुत्व भारत के “वसुधैव कुटुम्बकम्” और जापान के “वा” दर्शन में एक ही संदेश निहित है जिसकी झलक भी यहां स्थापित होने वाले प्रतीकों में दिखेगी। - नई दिल्ली। बोत्सवाना ने ‘प्रोजेक्ट चीता’ के अगले चरण के तहत औपचारिक रूप से भारत को आठ चीते सौंपे हैं। राष्ट्रपति मुर्मु बोत्सवाना की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। राष्ट्रपति के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट से किए गए पोस्ट में लिखा है, “भारत-बोत्सवाना वन्यजीव संरक्षण साझेदारी में एक नया अध्याय। बोत्सवाना के मोकोलोडी नेचर रिजर्व में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और राष्ट्रपति ड्यूमा गिदोन बोको ने भारत और बोत्सवाना के विशेषज्ञों की तरफ से घांजी क्षेत्र से पकड़े गए चीतों को क्वारंटाइन सेंटर में छोड़े जाने के साक्षी बने। यह कार्यक्रम ‘प्रोजेक्ट चीता’ के अगले चरण के तहत बोत्सवाना की ओर से भारत को आठ चीते उपहार में दिए जाने का प्रतीक था।”विदेश मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति ड्यूमा गिदोन बोको के साथ गैबोरोन स्थित मोकोलोडी नेचर रिजर्व का दौरा किया। राष्ट्रपति ड्यूमा गिदोन बोको ने ‘प्रोजेक्ट चीता’ के अगले चरण के तहत औपचारिक रूप से भारत को आठ चीते सौंपे। इस दौरान वे बोत्सवाना के घांजी क्षेत्र से पकड़े गए चीतों को क्वारंटाइन सेंटर में छोड़े जाने की साक्षी बनीं।बोत्सवाना के गैबोरोन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि मुझे बताया गया है कि बोत्सवाना में 10 हजार भारतीय नागरिक व्यापार और उद्योग समेत अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। मैं आप सभी को भारत के गौरवशाली राजदूत होने पर बधाई देती हूं। उन्होंने कहा कि यह क्षण और भी ऐतिहासिक है, क्योंकि भारत और बोत्सवाना 2026 में अपने राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मनाएंगे। भारत और बोत्सवाना डायमंड सेक्टर में साझेदार हैं और हमारा सहयोग प्रौद्योगिकी, रक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसे नए क्षेत्रों में भी बढ़ रहा है।राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत एक परिवर्तनकारी दौर में चल रहा है। हमारी युवा और प्रतिभाशाली आबादी, मजबूत अर्थव्यवस्था और इनोवेशन की भावना हमें 2047 तक एक ‘विकसित राष्ट्र’ बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर कर रही है। ‘डिजिटल इंडिया’, ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसी पहल देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।
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नई दिल्ली. लाल किले के पास सोमवार शाम 12 लोगों की जान लेने वाले विस्फोट की जांच ने फरीदाबाद से बरामद 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री पर ध्यान केन्द्रित कर दिया है। विशेषज्ञों की मानें तो विस्फोटकों का यह भंडार ऑक्सीडाइजर, ईंधन और सेंसिटाइजर के मिश्रण से बना अत्यंत अस्थिर संयोजन हो सकता है, जो अधिकांश औद्योगिक विस्फोटकों के रासायनिक सिद्धांतों के अनुरूप है। पुलिस को शक है कि फरीदाबाद में बरामद पदार्थों में अमोनियम नाइट्रेट, पोटाशियम नाइट्रेट और सल्फर शामिल थे, और इस मामले में वे गैरकानूनी (अवैध गतिविधियां) रोकथाम कानून के तहत आतंकवाद-संबंधी धाराएं भी लागू कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी में घटना को ‘‘बम विस्फोट'' करार दिया गया है, जबकि फोरेंसिक विशेषज्ञ यह जानने में लगे हैं कि क्या फरीदाबाद से मिली सामग्री का रासायनिक संयोजन लाल किले के पास हुए विस्फोट के अवशेषों से मेल खाता है। दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के एप्लायड केमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर मनीष जैन ने बताया, “सभी विस्फोटक यौगिकों को मोटे तौर पर तीन घटकों में वर्गीकृत किया जा सकता है — ईंधन, ऑक्सीडाइजर और सेंसिटाइजर।” उन्होंने कहा, “अमोनियम नाइट्रेट और पोटेशियम नाइट्रेट ऑक्सीडाइजर के रूप में काम करते हैं, जो दहन के लिए ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, जबकि सल्फर और कार्बन जैसे तत्व ईंधन का काम करते हैं। जब सेंसिटाइजर जोड़ा जाता है तो मिश्रण के लिए काम आरंभ करना आसान हो जाता है और तेजी से जलने से लेकर विस्फोटक प्रतिक्रिया तक बढ़ सकता है।” अमोनियम नाइट्रेट उर्वरकों में और नियंत्रित औद्योगिक विस्फोटकों जैसे-अमोनियम नाइट्रेट-ईंधन में प्रयुक्त सबसे सामान्य ऑक्सीडाइजर में से एक है। लेकिन गलत तरीके से मिलाने पर या अतिरिक्त ईंधन के साथ मिलने पर यह अत्यंत अस्थिर हो सकता है। जैन ने कहा, “अमोनियम नाइट्रेट को पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर के साथ मिलाने पर एक अत्यंत अस्थिर और संवेदनशील मिश्रण बनता है।'' दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज में रसायन विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर आनंद प्रकाश ने विस्फोटकों की बरामदगी को “गंभीर चिंताजनक” बताया। उन्होंने कहा, “अमोनियम नाइट्रेट एक शक्तिशाली ऑक्सीडाइजर है, पोटाशियम नाइट्रेट जलने के लिए ऑक्सीजन देता है, और सल्फर प्रज्वलन तापमान को कम कर प्रतिक्रिया के फैलने में मदद करता है। साथ मिलकर ये किसी मिश्रण की संवेदनशीलता और विनाशक क्षमता को नाटकीय रूप से बढ़ा देते हैं।” अधिकारी बता रहे हैं कि बरामद सामान में से लगभग 360 किलोग्राम पदार्थ ज्वलनशील था और उसके अमोनियम नाइट्रेट होने का संदेह है। जांचकर्ता यह भी संदेह कर रहे हैं कि यह जखीरा जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद नेटवर्क से संबद्ध ‘सफेदपोश' आतंकी मॉड्यूल का हो सकता है, जिनका नेटवर्क कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि ऐसे मिश्रणों का रसायन विज्ञान सरल है और रोजमर्रा की औद्योगिक व कृषि सामग्री में मामूली बदलाव भी उन्हें घातक बना सकते हैं। प्रकाश ने कहा, “खतरा सिर्फ रसायनों में नहीं, बल्कि इसमें भी है कि इन्हें कैसे मिलाया, संरक्षित और ट्रिगर किया जाता है।
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लातेहार. झारखंड के लातेहार जिले में बुधवार को पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली समेत दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, दोनों नक्सलियों की पहचान झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के सब-जोनल कमांडर ब्रजेश यादव उर्फ राकेश और एरिया कमांडर अवधेश लोहरा उर्फ रोहित लोहरा के रूप में हुई है। लातेहार के पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने कहा, “जेजेएमपी के दो सक्रिय नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण किया है। गुमला जिले के निवासी ब्रजेश यादव के खिलाफ 10 मामले दर्ज हैं। वह संगठन में सब-जोनल कमांडर के रूप में काम कर रहा था और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था।” उन्होंने कहा कि लातेहार के हेरहंज इलाके के निवासी अवधेश लोहरा ने भी आत्मसमर्पण कर दिया है जिसके खिलाफ कुल पांच मामले लंबित हैं। गौरव ने बताया कि दोनों नक्सलियों ने राज्य सरकार की ‘नई दिशा' नीति के तहत आत्मसमर्पण किया है, जिसके अंतर्गत उनके परिवारों को सभी सरकारी लाभ प्रदान किए जा रहे हैं। इस मौके पर पलामू रेंज के महानिरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा, “यह लातेहार पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। पुलिस और जनता के संयुक्त प्रयासों का ही परिणाम है कि दो उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सप्ताह की शुरुआत में लाल किले के निकट हुए विस्फोट में घायल लोगों से बुधवार को एलएनजेपी अस्पताल में मुलाकात की और कहा अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली में बम विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल गया। सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। इस साजिश के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा!'' अस्पताल में तथा इसके आसपास भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि भूटान से वापस आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए सीधे एलएनजेपी अस्पताल गये। उन्होंने बताया कि मोदी ने घायलों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने बताया कि अस्पताल के अधिकारियों और चिकित्सकों ने उन्हें घायलों के बारे में जानकारी दी। सोमवार को लाल किला यातायात सिग्नल के निकट धीमी गति से चलती एक गाड़ी में हुए उच्च-तीव्रता वाले विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को अस्पताल पहुंचे थे और पीड़ितों से मिले थे। -
नयी दिल्ली/ दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने लाल किला के नजदीक 10 नवंबर को हुए विस्फोट के में मामले में फरीदाबाद के एक कार विक्रेता को हिरासत में लिया है। पुलिस ने इसी के साथ दिल्ली तथा आसपास के राज्यों के सभी पुराने कार विक्रेताओं से हाल में हुई वाहनों की बिक्री का विवरण सत्यापित करने और साझा करने का निर्देश दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद के सेक्टर 37 स्थित रॉयल कार प्लाजा के मालिक अमित को फरीदाबाद पुलिस की सहायता से सोमवार देर रात हिरासत में लिया गया। उन्होंने कथित तौर पर हुंदै आई20 की बिक्री में मदद की थी, जिसका इस्तेमाल सोमवार को लाल किले के पास हुए शक्तिशाली विस्फोट में किया गया था। इस विस्फोट में 12 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए थे। एक सूत्र ने बताया, ‘‘अमित से पूछताछ की जा रही है। जांच दल हुंदै आई20 के स्वामित्व की पूरी कड़ी की जानकारी जुटा रहा है और यह पता कर रहा है कि यह संदिग्ध के हाथों में कैसे पहुंची। हम यह पता लगा रहे हैं कि गाड़ी उसके शोरूम में कौन लाया और किसके जरिए डॉ. उमर नबी उसके संपर्क में आया।'' दिल्ली पुलिस का विशेष प्रकोष्ठ कार की बिक्री में शामिल संभावित बिचौलियों की पहचान करने के लिए डीलरशिप के रिकॉर्ड, लेनदेन विवरण और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. उमर नबी लाल किले के निकट हुए विस्फोट के समय उक्त वाहन चला रहा था। विस्फोट के बाद, दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास पुरानी कार बेचने वालों द्वारा बेचे गए वाहनों का सत्यापन अभियान शुरू किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के 15 जिलों के सभी पुलिस उपायुक्तों (डीसीपी) को स्थानीय कार डीलरों के साथ बैठक करने और अपने-अपने थाना प्रभारियों (एसएचओ) को बिक्री और खरीद के रिकॉर्ड का सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा,‘‘सभी एसएचओ को अपने न्यायाधिकार क्षेत्र में कार विक्रेताओं के पास जाकर हाल ही में बेचे गए या हस्तांतरित वाहनों से संबंधित दस्तावेज़ों की जांच करने को कहा गया है। उन्हें खरीदारों, विशेष रूप से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर के खरीदारों का विवरण एकत्र करने और किसी भी संदिग्ध लेनदेन की पहचान करने का भी काम सौंपा गया है।'' सूत्रों ने बताया कि हरियाणा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस को भी राष्ट्रीय राजधानी से सटे अपने-अपने क्षेत्रों में इसी तरह वाहन बिक्री के दस्तावेजों का सत्यापन करने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य उन वाहनों की पहचान करना है जो फर्जी पहचान का उपयोग करके या मानक सत्यापन प्रक्रियाओं को दरकिनार कर नकद लेनदेन के माध्यम से खरीदे गए हैं। इस बीच, समन्वय को मजबूत करने और वाहन सत्यापन मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली में कई कार विक्रेताओं के साथ एक बैठक आयोजित की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘कार विक्रेताओं को सलाह दी गई कि वे उचित बिक्री-खरीद रिकॉर्ड बनाए रखें और कोई भी वाहन सौंपने से पहले खरीदार के आधार, ड्राइविंग लाइसेंस और पते के दस्तावेजों का सत्यापन करें। उन्हें किसी भी संदिग्ध खरीदार या लेनदेन की तुरंत पुलिस को सूचना देने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया।
- गांदीगुंटा . आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार रात एक कार के पलट जाने से चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना रात करीब 1.30 बजे तब हुई जब कार विजयवाड़ा से मछलीपत्तनम जा रही थी।अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांदीगुंटा के पास कार के अचानक पलटने से उसमें सवार चार युवाओं की मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि वाहन की गति तेज थी।उन्होंने कहा कि हादसे में तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था और जिसने नजदीकी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में वाहन के तेज गति से चलाए जाने का मामला प्रतीत हो रहा है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 106 (ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
- नयी दिल्ली. नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने वाली शुरुआती परियोजनाओं के लिए नए प्रस्ताव मंगलवार को आमंत्रित किए। इनमें 100 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए ‘बायोमास' का उपयोग भी शामिल है। हरित हाइड्रोजन पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि कार्यान्वयन एजेंसी बीआईआरएसी (जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद) इच्छुक एजेंसियों एवं अनुसंधान संस्थानों से भागीदारी के वास्ते जल्द ही प्रस्तावों के लिए आमंत्रण जारी करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे ऐसे नवोन्मेषी प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है जो हमें अपने हरित हाइड्रोजन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकें।'' जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन (एनजीएचएम) के तहत देश नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी का विकास कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा सबसे अधिक ध्यान ऐसी नवीन प्रौद्योगिकियों के विकास पर है जो हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए ‘बायोमास' या अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग करें।'' मंत्री ने कहा, ‘‘... मैं पायलट परियोजनाओं के लिए नए प्रस्तावों की घोषणा कर रहा हूं, जो हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए ‘बायोमास' के उपयोग सहित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करते हैं।'' जोशी ने बताया कि इन शुरुआती स्तर की परियोजनाओं के लिए कुल 100 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जो एनजीएचएम के तहत स्टार्टअप परियोजनाओं के लिए पहले से आवंटित 100 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है। उन्होंने राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन का ‘लोगो' भी जारी किया।एनजीएचएम का उद्देश्य भारत को हरित हाइड्रोजन के उत्पादन, उपयोग एवं निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाना है। इसका परिव्यय 19,744 करोड़ रुपये है और इसका लक्ष्य 2030 तक प्रति वर्ष 50 लाख टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करना है। इसका लक्ष्य 125 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता, आठ लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश और छह लाख से अधिक हरित रोजगार उत्पन्न करना है। इसका लक्ष्य जीवाश्म ईंधन के आयात में एक लाख करोड़ रुपये की कमी और कार्बन डाईऑक्साइड के सालाना पांच करोड़ टन उत्सर्जन को कम करना भी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2023 में इस मिशन की शुरुआत की थी।जोशी ने साथ ही बताया कि वीओ चिदंबरनार बंदरगाह पर भारत की पहली हाइड्रोजन ‘बंकरिंग' और ईंधन भरने की सुविधा के लिए 35 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। वहीं देश में चार ‘हाइड्रोजन वैली इनोवेशन क्लस्टर' (झारखंड, ओडिशा, पुणे, केरल) हैं। सरकार ने एकीकृत हाइड्रोजन संकुल बनाने के लिए 170 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।




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