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- देहरादून। उत्तराखंड में रविवार सुबह-सुबह भीषण हेलिकॉप्टर हादसा हुआ। पहले हेलिकॉप्टर के गुम होने की सूचना आई। इसके बाद उसके क्रैश होने की खबर ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। बाबा केदार के धाम जा रहे तीर्थयात्रियों की मौत की सूचना आ रही है। इस हादसे में 7 लोगों की मौत खबर सामने आ रही है। इस हादसे के बाद चार धाम यात्रा में हेलिकॉप्टर सेवा पर तत्काल रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से यह फैसला सामने आया है। सीएम धामी ने हाल ही में हुए हेलीकॉप्टर हादसों को गंभीरता से लेते हुए राज्य में हेलीकॉप्टर संचालन के संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं। राज्य में हाल में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी तैयार की जाए, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।हाई लेवल कमिटी करेगी जांचइसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रेश की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।दरअसल, केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा के दौरान लगातार हेलिकॉप्टर हादसे की खबर सामने आ रही है। इसको लेकर डायरेक्टोरेट ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की ओर से पिछले दिनों जांच कराई गई। डीजीसीए ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि हेलिकॉप्टर के ठहराव स्थल पर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसी स्थिति है। इस कारण डीजीसीए ने उड़ानों में 35 फीसदी की कटौती का आदेश दिया।डायरेक्टोरेट ऑफ सिविल एविएशन ने एक बयान में कहा- आज, सेक्टर श्री केदारनाथ जी- आर्यन हेलीपैड, गुप्तकाशी पर उड़ान भर रहा आर्यन एविएशन बेल 407 हेलीकॉप्टर VT-BKA दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में पांच यात्री, एक शिशु और एक चालक दल का सदस्य सवार था। हेलीकॉप्टर ने सुबह 05:19 बजे गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी और गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एहतियात के तौर पर, DGCA ने पहले ही चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर संचालन की आवृत्ति कम कर दी है और आगे की कार्रवाई के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है तथा ऑपरेशन की समीक्षा की जा रही है। AAIB दुर्घटना की जांच करेगा ।
- भुवनेश्वर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 जून को ओडिशा में भाजपा की पहली सरकार की पहली वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने से पहले तिरंगा यात्रा में भाग लेंगे और एक रोड शो करेंगे। एक वरिष्ठ मंत्री ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की सरकार ने यद्यपि 12 जून को अपना एक वर्ष पूरा कर लिया, लेकिन प्रशासन एक सप्ताह तक जश्न मना रहा है, जिसका समापन 20 जून को प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ होगा। मोदी पिछले साल ओडिशा में माझी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।पंचायती राज और पेयजल मंत्री रबी नारायण नाइक ने यहां संवाददाताओं को बताया, “प्रधानमंत्री का बिहार से दोपहर करीब तीन बजे यहां हवाई अड्डे पर पहुंचने का कार्यक्रम है। वह तिरंगा यात्रा में भाग लेंगे और भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जनता मैदान तक रोड शो का नेतृत्व करेंगे।” आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समारोह के तहत मोदी एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे और ओडिशा की भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालेंगे। शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में तैयारी बैठक में शामिल एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वह राज्य के विकास की योजनाओं पर भी जानकारी दे सकते हैं। बैठक में माझी, ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल, उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और प्रवती परिदा तथा अन्य उपस्थित थे। मोदी वर्ष 2036 और 2047 के लिए ओडिशा के दृष्टिपत्र का भी अनावरण करेंगे। ज्य 2036 में अपने गठन के 100 वर्ष पूरे करेगा जबकि 2047 भारत की स्वतंत्रता का 100वां वर्ष होगा।
- प्रयागराज । यूपी के प्रयागराज से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां बारा थाना क्षेत्र के सोनवर्षा हल्लाबोल गांव में बीती रात आसमान से गिरी बिजली ने एक ही झटके में पूरे परिवार खत्म कर दिया. बिजली गिरने की घटना में दंपती और उनकी दो मासूम बेटियों की मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों की पहचान वीरेंद्र वनवासी (35), उनकी पत्नी पार्वती वनवासी (32), बेटी राधा (3) और करिश्मा (2) के रूप में हुई है. पूरा परिवार अपने खेत में बनी एक मड़ई (झोपड़ी) में सो रहा था.चारों लोग दो चारपाई पर लेटे हुए थे कि तभी अचानक तेज गरज के साथ बिजली गिरी और झोपड़ी धू-धू कर जलने लगी. स्थानीय लोगों ने घटना की आवाज सुनी और जब तक वहां पहुंचे, तब तक सब कुछ राख हो चुका था. मड़ई पूरी तरह जल चुकी थी और चारों की मौत हो चुकी थी. ग्रामीणों के अनुसार, यह परिवार बेहद गरीब था और बारिश से बचने के लिए खेत में बनी इस झोपड़ी में ही रात गुजारते थे. गांव में शोक की लहर दौड़ गई है.सूचना मिलने पर प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है. प्रशासन की ओर से परिवार की मौत पर दुख जताया गया है और आश्वासन दिया गया है कि सरकार की आपदा राहत योजना के तहत उचित मुआवजा जल्द दिया जाएगा. मानसून के मौसम में अक्सर बिजली गिरने की घटनाएं होती हैं, लेकिन इस बार इसने चार मासूम जिंदगियों को छीन लिया. यह हादसा एक बड़ी चेतावनी भी है कि हमें ऐसे मौसम में सतर्क रहना चाहिए और सुरक्षित स्थानों पर ही रुकना चाहिए.
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नई दिल्ली/ क्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग पर ताजा अपडेट आया है। केंद्रीय विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि 19 जून को एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च होगा। इसमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के रूप में पहला भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाएगा। 39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला लखनऊ में जन्मे हैं। उन्हें जून 2006 में भारतीय वायुसेना में कमीशन मिला। उन्हें 2000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव हासिल है। वे सुखोई-30 एमके 1, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे फाइटर जेट्स को उड़ा चुके हैं। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के लिए भी मिशन महत्वपूर्ण होगा। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर विशेष खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोग करेंगे। दरअसल, 11 जून को मिशन कुछ तकनीकी परेशानी के कारण स्थगित करना पड़ा। चौथी बार ऐसा हुआ कि मिशन लॉन्च करने की तारीख बदली गई। 11 जून को मिशन स्थगित करने की घोषणा करते हुए इसरो ने जानकारी दी कि लॉन्च से पहले टेस्टिंग के दौरान प्रोपल्शन बे में एलओएक्स रिसाव का पता चला था। 13 जून को इसरो प्रमुख वी नारायणन ने एक बयान में कहा िक इसरो, नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के ज्वेज्दा मॉड्यूल में देखी गई समस्या को जिम्मेदारी के साथ हल करने के लिए काम कर रहा है, जिसके कारण एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) में देरी हुई।
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बालाघाट/ बालाघाट में पुलिस ने मुठभेड़ में तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया है। एक अन्य नक्सली भी मारा गया। मुठभेड़ शनिवार दोपहर में बिठली पुलिस चौकी क्षेत्र के पचामा दादर के जंगल में हुई। हॉक फोर्स और जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली। एसपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि अभी भी ऑपरेशन जारी है। मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस को पचामा दादर के जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद फोर्स यहां भेजी गई। मुठभेड़ में मारी गई तीनों महिला नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इससे पहले 19 फरवरी को भी बालाघाट पुलिस को बड़ी सफलता मिली थी। कान्हा के वनक्षेत्र सूपखार में रौंदा फारेस्ट कैंप के पास हुई मुठभेड़ में 4 महिला नक्सली मारी गई थीं। इनमें आशा, शीला, रंजीता और लख्खे मरावी शामिल थीं। इन पर कुल 62 लाख रुपए का इनाम था। ये 2015-16 से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय थीं। सीएम डॉ. मोहन यादव ने नक्सिलयों को मार िगराने वाले जांबाज जवानों के साहस की प्रशंसा की है।
नक्सलियों के हौसले हो रहे: केंद्र सरकार ने नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन मार्च 2026 तय कर रखी है। सरकार के द्वारा नक्सलियों के खात्मे को लेकर जारी की गई डेडलाइन के बाद नक्सल उन्मूलन अभियान को और भी तेज कर दिया गया है। अब नक्सलियों के हौसले भी पस्त नजर आ रहे हैं। इसका परिणाम है कि या तो अब नक्सली एनकाउंटर में मारे जा रहे हैं या फिर खुद आत्म समर्पण कर रहे हैं। - मुंबई/ किफायती एयरलाइंस स्पाइसजेट ने शनिवार को कहा कि बीते वित्त वर्ष की मार्च 2025 तिमाही में उसका कर पश्चात एकल मुनाफा लगभग तीन गुना होकर 324.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एयरलाइन ने शेयर बाजार को बताया कि 2023-24 की चौथी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 119 करोड़ रुपये था।स्पाइसजेट ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसका परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 16 प्रतिशत घटकर 1,446.37 करोड़ रुपये रह गया, जो 2023-24 की चौथी तिमाही में 1,719.3 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024-25 में स्पाइसजेट ने 58.74 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में उसे 409 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इस अवधि में परिचालन राजस्व 25 प्रतिशत घटकर 5,284 करोड़ रुपये रह गया, जो 2023-24 में 7,050 करोड़ रुपये था। एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि उसने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 319 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक तिमाही लाभ दर्ज किया और पूरे साल का शुद्ध लाभ 48 करोड़ रुपये रहा, जो सात साल में पहला है, जो इसकी वित्तीय और परिचालन बदलाव रणनीति की सफलता को रेखांकित करता है। प्रवर्तक समूह ने 500 करोड़ रुपये का इक्विटी निवेश पूरा कर लिया है, जिसमें पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 294.09 करोड़ रुपये की अंतिम किस्त भी शामिल है।यह कंपनी के दीर्घकालिक दृष्टिकोण और क्षमता में उसके मजबूत विश्वास को दर्शाता है। स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अजय सिंह ने कहा, “स्पाइसजेट ने शानदार नतीजे दिए हैं, जिससे हमारे परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। लगातार दूसरी तिमाही और सात साल बाद पूरे वित्त वर्ष में लाभ दर्ज करना हमारी टीम के अथक प्रयासों, हमारे यात्रियों के निरंतर भरोसे और हमारे ब्रांड की दृढ़ता का प्रतिबिंब है।” उन्होंने कहा कि मजबूत बहीखाता, निवेशकों के नए विश्वास और निरंतर नेटवर्क विस्तार के साथ, स्पाइसजेट सतत वृद्धि के लिए अच्छी स्थिति में है। अजय सिंह ने कहा, “हालांकि जटिल वैश्विक आपूर्ति शृंखला और इंजन ओवरहाल चुनौतियों के कारण हमारे ठप बेड़े के पुनरुद्धार में अनुमान से अधिक समय लगा है, लेकिन अब गति स्पष्ट रूप से बन रही है।स्टैंडर्डएयरो और कार्लाइल एविएशन जैसे विश्व स्तरीय ओईएम और एमआरओ के साथ हमारी साझेदारी फलदायी हो रही है, और इंजन ओवरहाल का काम चल रहा है। ओवरहाल किए गए इंजन अब वापस आ रहे हैं, हम आने वाले हफ्तों में परिचालन क्षमता में लगातार वृद्धि की उम्मीद करते हैं।” उन्होंने कहा कि एयर इंडिया विमान दुर्घटना की हृदय विदारक त्रासदी ने सभी को गहराई से प्रभावित किया है। स्पाइसजेट के सीएमडी ने कहा, “अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना से प्रभावित लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। इस विनाशकारी दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों और प्रियजनों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। पूरा विमानन समुदाय दुख की इस घड़ी में एक साथ खड़ा है।---
- नई दिल्ली। यदि आप वैष्णो देवी जाने का प्लान कर रहे हैं, तो भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने श्रद्धालुओं के लिए एक सस्ता और शानदार मानसून ट्रेवल पैकेज लॉन्च किया है। इस पैकेज में एसी ट्रेन यात्रा, खाने-पीने का पूरा इंतजाम और 5-स्टार होटल में ठहरने की सुविधा शामिल की है। दिल्ली से जम्मू का किराया केवल 17 सौ रुपए है।ये यात्रा आज से से शुरू हो रही है और इसमें कुल 4 दिन और 3 रातें शामिल हैं। दिल्ली से जम्मू और वापसी की यात्रा राजधानी एक्सप्रेस से कराई जाएगी। पैकेज बुक करने के बाद यात्रियों को होटल, लोकल ट्रांसपोर्ट या खाने-पीने की कोई चिंता नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि ये सब आईआरसीटीसी द्वारा पहले से ही मैनेज किया जाएगा। चलिए आपको इस पैकेज के बारे में बताते हैं।हालांकि ट्रेन यात्रा थर्ड एसी में होगी, लेकिन कटरा में रुकने का खर्च इस बात पर निर्भर करेगा कि आप कमरे में कितने लोगों के साथ रहना चाहते हैं:-अगर तीन लोग एक कमरे में रहेंगे (ट्रिपल शेयरिंग), तो खर्च होगा 6,990रु-दो लोग एक कमरे में (डबल शेयरिंग) रहने पर खर्च आएगा 8,100रु-अकेले एक कमरा लेने पर खर्च 10,700 रु आएगा-5 से 11 साल के बच्चे के लिए अगर अलग से बेड चाहिए तो 6,320रु और अगर बेड नहीं चाहिए तो खर्च आएगा 5,255 रु-ये सभी रेट चार दिनों के पूरे पैकेज के हैं। इस वजह से इसे अभी के सबसे सस्ते तीर्थ पैकेजों में से एक माना जा रहा है।-15 जून को रात 8:40 बजे नई दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस में रवाना होंगे।दूसरे दिन सुबह 5:00 बजे जम्मू पहुंचने के बाद गाड़ी से कटरा ले जाया जाएगा। फिर पांच सितारा होटल (ताज विवांता या उसी जैसे किसी होटल) में चेक-इन करके नाश्ता करेंगे। इसके बाद आईआरसीटीसी की गाड़ी से बाणगंगा पहुंचाया जाएगा। वहां से श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पैदल या घोड़े से चढ़ाई कर सकते हैं। शाम तक वापस होटल लौटकर डिनर करेंगे और रात वहीं रुकेंगे।तीसरे दिन दोपहर 12 बजे तक होटल से चेक-आउट करके बस से जम्मू के लिए निकलेंगे। जम्मू में रघुनाथ मंदिर और बाग-ए-बाहू गार्डन जैसी जगहों की सैर करेंगे। फिर शाम को बस आपको जम्मू रेलवे स्टेशन छोड़ देगी। चौथे दिन रात 9:45 बजे राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ेंगे, जो सुबह 5:55 बजे दिल्ली पहुंचेगी।इस तरह से आईआरसीटीसी का ये टूर प्लान एकदम कम्फर्टेबल है, जिसमें सुविधा, आराम और किफायती खर्च - सब कुछ शामिल है।
- पेरिस। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को फ्रांस की चार दिवसीय यात्रा के समापन पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति फ्रांस के मजबूत समर्थन की सराहना की।इस यात्रा के दौरान जयशंकर ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां-नोएल बैरोट के साथ बैठकें कीं।विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने उस क्षितिज 2047 खाका और रक्षा औद्योगिक खाका को पूरी तरह से लागू करने की प्रतिबद्धता जताई जिन पर दोनों देशों के बीच सहमति बनी थी।’’जयशंकर और मैक्रों के बीच चर्चा में ‘‘मजबूत विश्वास, सहजता और साझा महत्वाकांक्षा को दर्शाया गया जो भारत-फ्रांस द्विपक्षीय संबंधों की विशेषता है।’’विज्ञप्ति में कहा गया है कि जयशंकर और बैरोट ने सुरक्षा, अंतरिक्ष, आतंकवाद के खिलाफ कदमों और वैश्विक मुद्दों से जुड़े रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-फ्रांस सहयोग में हुई प्रगति की समीक्षा की और उसकी सराहना की। दोनों पक्षों ने प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, जीव विज्ञान, शिक्षा, प्रतिभा गतिशीलता, संग्रहालय सहयोग और लोगों के बीच आपसी संबंधों के उभरते क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में हुई प्रगति पर भी संतोष व्यक्त किया।
- भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जनसंघ से भाजपा तक के सफर में उनकी पार्टी की संस्कृति और सिद्धांत कभी नहीं बदले हैं, इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के पिछले 11 वर्षों में वह इतना कुछ हासिल कर सकी।शाह ने मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रशिक्षण शिविर में कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नीतियों में ‘भारत का सार’ नहीं था, यही कारण था कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू की सरकार छोड़ने और जनसंघ बनाने का फैसला किया था।केंद्रीय गृह मंत्री ने शनिवार को भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई द्वारा अपने जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के लिए नर्मदापुरम जिले के पर्वतीय पर्यटन कस्बे पचमढ़ी में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया।भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के सफर को लेकर कहा, ‘‘जनसंघ से भाजपा तक, न हमारी विचारधारा बदली, और न ही हमारा संकल्प।’’शाह ने कहा, ‘‘जब आप आत्मनिरीक्षण करेंगे, तो आपको एहसास होगा कि हम अक्सर पार्टी के बजाय अपने लिए ज़्यादा काम करते हैं। अब समय आ गया है कि हम पार्टी के लिए काम करना शुरू करें।’’उन्होंने जनसंघ की शुरुआत को लेकर कहा कि आजादी के बाद नेहरू ने पूरी तरह से कांग्रेस पर अपना प्रभुत्व जमाया और कांग्रेस की छत्रछाया में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए कई लोग नेहरू सरकार की नीतियों के स्पष्ट होने के बाद कांग्रेस छोड़ कर चले गए। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ कई लोगों को लगा कि देश गलत दिशा में जा रहा है। नेहरू सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों में भारत, उसकी मिट्टी, उसकी प्राचीन संस्कृति, उसके सामाजिक मूल्यों, जीवनशैली और धर्म का सार नहीं था।’’
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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और भारत की संप्रभुता को खतरे में डालने के किसी भी प्रयास का निर्णायक कार्रवाई से जवाब दिया जाएगा। राष्ट्र हित के लिए सरकार का दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए उन्होंने पार्टी और राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में अनुशासन, वैचारिक प्रतिबद्धता और सार्वजनिक सेवा के महत्व पर भी जोर दिया।श्री शाह कल मध्य प्रदेश के आकर्षक पर्वतीय स्थल पचमढ़ी में भारतीय जनता पार्टी के सांसद-विधायक प्रशिक्षण शिविर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। 200 से अधिक पार्टी सांसदों, विधायकों, मंत्रियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस जनसभा में भाग लिया।
श्री शाह ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी और अहमदाबाद में दुर्भाग्यपूर्ण विमान दुर्घटना में जान गवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार सुरक्षित, विकसित और समृद्ध भारत के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदलने में सक्रिय रूप से जुटी हुई है। श्री शाह ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में सरकार ने 26 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है, सात करोड़ परिवारों को आवश्यक सुविधाएँ प्रदान की हैं और किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय पोत परिवहन, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि भारत वर्ष 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इसका श्रेय पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘निर्णायक और भ्रष्टाचार मुक्त’ शासन को दिया।
एनडीए सरकार की 11वीं वर्षगांठ के अवसर पर कल डिब्रूगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत ‘नीतिगत और वंशवादी कुशासन’ के युग से आगे निकल चुका है और अब बुनियादी ढांचे के विस्तार की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आए हैं।श्री सोनोवाल ने भारत के तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम का उल्लेख करते हुये कहा कि 2014 में करीब तीस हजार स्टार्टअप थे जो अब बढ़कर एक लाख से अधिक हो गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें सड़क, रेलवे, इंटरनेट कनेक्टिविटी और जोगीघोपा, धुबरी, पांडु और डिब्रूगढ़ में आधुनिक नदी बंदरगाह शामिल हैं और ये असम को वैश्विक व्यापार मार्गों से जोड़ेंगे। -
नई दिल्ली। उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा कि राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन को 2025 में 5.41 लाख शिकायतें मिलीं, जिनमें से 23 प्रतिशत शिकायतें दक्षिणी राज्यों से थीं, जो मजबूत क्षेत्रीय जुड़ाव को दर्शाता है।
भारत सरकार के उपभोक्ता मामले विभाग ने उपभोक्ता शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए चेन्नई में ‘दक्षिणी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में उपभोक्ता संरक्षण’ पर एक क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए खरे ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज 28.54 लाख शिकायत के मामलों में से केवल 5.62 लाख मामले पेंडिंग हैं, जबकि दक्षिणी राज्यों में यह संख्या केवल 13.34 प्रतिशत है।उन्होंने दक्षिणी राज्यों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि कर्नाटक और केरल आयोगों ने दर्ज मामलों से अधिक मामलों का निपटारा किया है और कई जिला आयोगों ने लगातार तीन वर्षों में 100 प्रतिशत से अधिक डिस्पोजल रेट हासिल किया है। इसके अलावा, वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से 11,900 से अधिक मामलों की सुनवाई की गई।अपने मुख्य भाषण में खरे ने इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल युग में अनुकूलनीय कानूनी और डिजिटल तंत्र की आवश्यकता है। उन्होंने राइट टू रिपेयर पोर्टल, ई-जागृति और राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन को मजबूत बनाने जैसी पहलों के महत्व को रेखांकित किया, जो मुकदमे से पहले के चरण में उपभोक्ता शिकायतों के निवारण का त्वरित और परेशानी मुक्त तरीका है।उन्होंने एआई-पावर्ड यूनिफाइड प्लेटफॉर्म ई-जागृति को लेकर कहा कि इसमें ई-दाखिल और कॉन्फोनेट जैसी प्रमुख प्रणालियों का इंटीग्रेशन किया गया है, जो चैटबॉट-बेस्ड रजिस्ट्रेशन, बहुभाषी पहुंच और कानूनी पेशेवरों और दिव्यांग यूजर्स के लिए सहायता जैसी सुविधाएं प्रदान करता है।इसके अलावा, खरे ने डार्क पैटर्न, फर्जी समीक्षा और भ्रामक विज्ञापनों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) द्वारा उठाए गए नियामक कदमों पर भी प्रकाश डाला।उद्घाटन सत्र के दौरान, एनसीडीआरसी के अध्यक्ष, न्यायमूर्ति अमरेश्वर प्रताप साहि ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के विकसित हो रहे दायरे और पारंपरिक न्यायालयों से उपभोक्ता आयोगों की ओर मुकदमेबाजी में बढ़ते बदलाव पर प्रकाश डाला। -
अहमदाबाद. अहमदाबाद के मेघाणी नगर के बच्चों के लिए अपने घरों के ऊपर से उड़ते हुए विमान को देखना एक मजेदार गतिविधि हुआ करती थी, लेकिन उनके इलाके में एअर इंडिया के विमान के गिरने के बाद यह साधारण खुशी भी उनसे छीन गई है। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट स्थित मेघाणी नगर और असरवा क्षेत्रों के लोगों के लिए चीजें कभी समान्य नहीं होंगी, जिन्होंने देश की सबसे भयावह विमान दुर्घटनाओं में से एक देखी। इस हादसे में कुछ ही सेकंड में 265 लोगों की मौत हो गई। अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई 171) विमान बृहस्पतिवार दोपहर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद मेघाणी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे। यश परमार पुराने दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि बचपन में हम छत के ऊपर से गुजरते विमानों की आवाजें सुनते थे और अपने दोस्तों के साथ छत पर खड़े होकर आकाश में उड़ते इन विशाल विमानों को देखते थे। वह कहते हैं, ‘‘हम विमानों को देखकर हाथ हिलाते थे। इस हादसे पहले तक यह हमारी पसंदीदा गतिविधि थी; लेकिन अब, जब भी कोई विमान हमारे नजदीक से गुजरता है, तो हमें घबराहट होने लगती है। इंजन की आवाज अब हमें बेचैन कर देती है। हम अब विमानों को देखकर हाथ हिलाने के लिए छतों पर नहीं जाते। हमारे माता-पिता ने चिंता के कारण हमें छत पर जाने से रोक दिया है।'' असरवा निवासी हितेश शाह ने एअर इंडिया के विमान को गिरते देखा था। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद विमानों के प्रति लोगों का नजरिया बदल गया है। शाह ने कहा, ‘‘इस क्षेत्र के लोग हर घंटे अपने घरों के ऊपर से बड़े विमानों को उड़ते हुए देखने के आदी हो चुके हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा। लेकिन अब, हर कोई डरा हुआ है, जब भी वे विमान के इंजन की आवाज़ सुनते हैं, तो वे प्रार्थना करते हैं। अब हम हर विमान को संदेह की नजर से देखते हैं, और उम्मीद करते हैं कि यह हमारे ऊपर दुर्घटनाग्रस्त न हो जाए।'' इस दुर्घटना ने न केवल विनाश और मृतकों के शोकाकुल परिवारों के लिए जिंदगी भर जख्म दिया है, बल्कि इसने उन इलाकों के निवासियों के मन पर भी गहरा आघात पहुंचाया है जो विमान की आवाज सुनने के आदी हो चुके थे। मेघाणी नगर निवासी हीराबेन प्रजापति ने कहा कि उनकी जैसी कई महिलाओं को लगा कि दुश्मन के विमानों ने हवाई अड्डे पर बमबारी की है, और लोग आग और धुएं का विशाल बादल देखकर छिपने के लिए भागे। उन्होंने कहा, ‘‘कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमान और हमारे घरों के अंदर कंपन हमारे जीवन का हिस्सा थे, और हम कभी परेशान नहीं होते थे। लेकिन अब, जब भी कोई विमान दोपहर में गुजरता है, हम अपने घरों से बाहर निकल आते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह उस दुर्भाग्यपूर्ण विमान की तरह दुर्घटनाग्रस्त न हो। कई लोग डर के मारे ठीक से सो नहीं पाते हैं।''
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हैदराबाद. भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने शनिवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय वायुसेना के अद्वितीय पराक्रम का शानदार उदाहरण है। एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि इस अभियान ने दुश्मन पर त्वरित, सटीक और निर्णायक प्रहार करने की भारतीय वायुसेना की क्षमता को प्रदर्शित किया। यहां डुंडीगल स्थित वायुसेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' ने सशस्त्र बलों के बीच असाधारण समन्वय और एकीकरण को प्रदर्शित किया है। उन्होंने युवा अधिकारियों से आह्वान किया कि वे सेवा में आगे बढ़ने के साथ-साथ एकजुटता की भावना को आगे बढ़ाएं। वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना के अद्वितीय पराक्रम का एक शानदार उदाहरण है जिसमें हमने दुश्मन पर त्वरित, सटीक और निर्णायक प्रहार करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। आप वायुसेना का भविष्य हैं और आपको यह समझना होगा कि वायुसेना हमेशा से ही सबसे पहला कदम उठाने वाली रही है और रहेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत के प्रत्येक नागरिक द्वारा भारतीय वायुसेना पर जताए गए विश्वास पर खरा उतरना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए।'' यह कार्यक्रम भारतीय वायुसेना की विभिन्न शाखाओं में फ्लाइट कैडेट्स के सेवा में शामिल होने से पहले के प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक पूरा होने पर आयोजित किया गया।
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अहमदाबाद.एअर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद अब तक कुल 270 शव अहमदाबाद सिविल अस्पताल में लाए गए हैं। अस्पताल के चिकित्सकों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने पहले मरने वालों की संख्या 265 बताई थी।
अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटे में, शहर की दमकल टीम ने विमान दुर्घटनास्थल से एक शव और शरीर के कुछ अंग बरामद किए हैं। बीजे मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धवल गमेती ने कहा, "विमान दुर्घटनास्थल से अब तक लगभग 270 शव सिविल अस्पताल लाए गए हैं।" डीएनए नमूनों का मिलान करके शवों की शिनाख्त की प्रक्रिया अभी जारी है और प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव रिश्तेदारों को सौंप दिए जाएंगे। अहमदाबाद अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा (एएफईएस) ने मेघाणीनगर क्षेत्र में विमान दुर्घटना स्थल से पिछले 24 घंटे में मानव शरीर के कुछ अंग और एक शव बरामद किया है। बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद से 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को लेकर जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई 171) विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद मेघाणीनगर में एक मेडिकल हॉस्टल और उसके कैंटीन परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। -
भुवनेश्वर/चाईबासा/रांची. ओडिशा-झारखंड सीमा पर शनिवार सुबह नक्सल रोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले एवं सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन के एएसआई सत्यवान कुमार सिंह (34) उस टीम का हिस्सा थे, जो माओवादियों द्वारा लूटे गए विस्फोटकों को बरामद करने के लिए सारंडा जंगल में तलाश अभियान चला रही थी। अधिकारियों ने बताया कि आईईडी में विस्फोट राउरकेला के निकट बलंग गांव के पास सुबह करीब छह बजे हुआ, जब सीआरपीएफ और ओडिशा पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) की एक संयुक्त टीम इलाके में तलाश अभियान चला रही थी। विस्फोट में एएसाआई सत्यवान के पैर में गंभीर चोट लगी, जिसके बाद उन्हें राउरकेला के एक अस्पताल ले जा गया जहां उनकी मृत्यु हो गई। ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बांको में एक पत्थर खदान के पास से माओवादियों ने 27 मई को करीब पांच टन विस्फोटक लूट लिया था। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने लूटे गए विस्फोटकों का अब तक तीन-चौथाई हिस्सा बरामद कर लिया है, हालांकि सुरक्षा बल जिलेटिन के बचे हुए पैकेट की तलाश जारी रखे हुए हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सीआरपीएफ कर्मी की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "ओडिशा-झारखंड सीमा पर तलाश अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआई सत्यवान सिंह के बलिदान के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर सेवा और साहस का सर्वोच्च मानदंड स्थापित किया है। मैं शहीद जवान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।" झारखंड पुलिस ने एक बयान में कहा कि शाम पांच बजे रांची स्थित सीआरपीएफ की 133 बटालियन मुख्यालय में एएसआई सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
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मुंबई. विमानन कंपनी ‘एअर इंडिया' ने शनिवार को घोषणा की कि वह अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजन और जीवित बचे लोगों को 25-25 लाख रुपये का अंतरिम भुगतान करेगी। एअर इंडिया ने एक बयान में बताया कि यह अंतरिम भुगतान मूल कंपनी ‘टाटा संस' द्वारा पहले घोषित किए गए एक-एक करोड़ रुपये के मुआवजे के अतिरिक्त है। चालक दल के 12 सदस्यों सहित 242 यात्रियों को ले जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 241 यात्रियों सहित 270 लोगों की मौत हो गई। एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैम्पबेल विल्सन ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए एअर इंडिया प्रत्येक मृतक के परिवार और जीवित बचे लोगों को 25-25 लाख रुपये या लगभग 21,000 ब्रिटिश पाउंड का अंतरिम भुगतान करेगी।'' उन्होंने बताया कि यह राशि ‘टाटा संस' द्वारा पहले ही घोषित एक-एक करोड़ रुपये या लगभग 85,000 ब्रिटिश पाउंड की मदद के अतिरिक्त दी जाएगी। ‘टाटा संस' के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बृहस्पतिवार को कहा था कि उनका समूह अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की राशि देगा। कैम्पबेल ने कहा कि 200 से अधिक प्रशिक्षित देखभालकर्ता मौजूद हैं और ‘‘प्रत्येक परिवार को परामर्श और अन्य सेवाओं तक पहुंच के साथ-साथ समर्पित सहायता प्रदान की गई है।'' उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजन को उनके प्रियजन के शव एवं निजी सामान सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एअर इंडिया प्रमुख ने कहा, ‘‘इस प्रक्रिया में मदद के लिए हमारी टीम परिवारों और अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं।'' ‘एअर इंडिया' प्रमुख ने कहा कि कंपनी डीजीसीए के निर्देशानुसार, बोइंग 787 विमानों की एहतियाती सुरक्षा जांच पूरी करने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा, ‘‘हम विनियामक द्वारा निर्धारित समयसीमा के भीतर सभी जांच पूरी कर लेंगे। प्राधिकारियों ने इसकी पुष्टि कर दी है।'' उन्होंने कहा कि विमान का डेटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया गया है, जो आधिकारिक जांच का हिस्सा होगा। उन्होंने कहा कि एअर इंडिया इन जांचों में ‘‘पूरी तरह से सहयोग'' कर रही है।
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नई दिल्ली।. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने शनिवार को कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने भारतीय विमान बेड़े में मौजूद बोइंग ड्रीमलाइनर 787 श्रृंखला के विमानों की जांच का समय बढ़ाने का आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और तत्काल सभी विमानों की जांच की जाएगी। केंद्रीय उड्डयन मंत्री आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, “पिछले दो दिन बहुत मुश्किल भरे रहे हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुई दुर्घटना से पूरा देश स्तब्ध है। इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।” उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल पर गया था, ताकि देख सकूं कि क्या किया जाना चाहिए, क्या सहायता प्रदान की जानी चाहिए और यही गुजरात सरकार का रवैया था। भारत सरकार और मंत्रालय के अन्य लोगों का भी यही रवैया था। जब हम घटनास्थल पर पहुंचे, तो हमने देखा कि सभी संबंधित विभागों की टीमें ज़मीन पर काम कर रही थीं, जो भी संभव हो, बचाव करने की कोशिश कर रही थीं, आग को कम करने और मलबे को हटाने की कोशिश कर रही थीं, ताकि शवों को जल्द से जल्द अस्पताल भेजा जा सके।केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो को तुरंत सक्रिय किया गया, जिसे विशेष रूप से विमानों के आसपास होने वाली घटनाओं, दुर्घटनाओं की जांच करने के लिए बनाया गया था। AAIB के माध्यम से हो रही तकनीकी जांच से एक महत्वपूर्ण अपडेट कल शाम 5 बजे के आसपास घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स की बरामदगी है। AAIB टीम का मानना है कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग गहराई से जानकारी देने वाली है कि दुर्घटना की प्रक्रिया के दौरान या दुर्घटना से पहले के क्षणों में वास्तव में क्या हुआ होगा, इसकी जानकारी। हम इस बात का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि AAIB द्वारा पूरी जांच के बाद क्या परिणाम या रिपोर्ट सामने आएगी।राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा कि हमारे देश में सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं, जब यह घटना घटी, तो हमें लगा कि बोइंग 787 सीरीज में भी विस्तृत निगरानी की जरूरत है। DGCA ने भी 787 विमानों की विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है। आज हमारे भारतीय विमान बेड़े में 34 विमान हैं। मेरा मानना है कि 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और तत्काल सभी विमानों की जांच की जाएगी।केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि एयर इंडिया को यात्रियों के परिवारों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए गए हैं।उन्होंने कहा कि डीएनए परीक्षण से पुष्टि के बाद शव संबंधित परिवारों को सौंपे जा रहे हैं और उम्मीद है कि यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा, “अपनी जान गंवाने वाले लोगों की कहानियां देखना बहुत ही हृदय विदारक है, हमने एयर इंडिया को निर्देश दिया है कि वह यात्रियों के परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया को सुगम बनाए। एक तरफ डीएनए परीक्षण भी हो रहा है ताकि शवों की पहचान की जा सके और उन्हें संबंधित परिवारों को दिया जा सके।”उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार इसके साथ समन्वय कर रही है। डीएनए परीक्षण की पुष्टि होने के बाद शवों को संबंधित परिवारों को सौंप दिया जाएगा और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी लेकिन दस्तावेज़ीकरण और प्रक्रिया का पालन करना होगा।ज्ञात हो, 12 जून को लंदन के गैटविक जा रहा AI-171 बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। एयरलाइंस ने कहा कि विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक ही दुर्घटना में बच पाया। वहीं दूसरी ओर एयर इंडिया के विमान AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। यह समिति कई क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल करके गठित की गई है। -
नई दिल्ली।. एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग पर ताजा अपडेट आया है। केंद्रीय विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि 19 जून को एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च होगा।
भारत के लिए एक्सिओम-4 मिशन काफी अहम है, क्योंकि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के रूप में पहला भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाएगा। 39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला लखनऊ में जन्मे हैं। उन्हें जून 2006 में भारतीय वायुसेना में कमीशन मिला। उन्हें 2000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव हासिल है। वे सुखोई-30 एमके 1, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे फाइटर जेट्स को उड़ा चुके हैं।भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के लिए भी मिशन महत्वपूर्ण होगा। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर विशेष खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोग करेंगे।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी। उन्होंने बताया कि “भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ले जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्च तारीख अब 19 जून 2025 के लिए फिर से निर्धारित की गई है। साथ ही स्पेस एक्स टीम ने पुष्टि की है कि लॉन्च को पहले स्थगित करने वाले सभी मुद्दों पर पूरी तरह से काम किया गया है।”उन्होंने कहा कि आगे का कोई भी अपडेट समय के अनुसार साझा किया जाएगा।दरअसल, 11 जून को मिशन कुछ तकनीकी परेशानी के कारण स्थगित करना पड़ा। चौथी बार ऐसा हुआ कि मिशन लॉन्च करने की तारीख बदली गई। 11 जून को मिशन स्थगित करने की घोषणा करते हुए इसरो ने जानकारी दी कि लॉन्च से पहले टेस्टिंग के दौरान प्रोपल्शन बे में एलओएक्स रिसाव का पता चला था।13 जून को इसरो प्रमुख वी नारायणन ने एक बयान में कहा, “इसरो, नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के ज्वेज्दा मॉड्यूल में देखी गई समस्या को जिम्मेदारी के साथ हल करने के लिए काम कर रहा है, जिसके कारण एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) में देरी हुई।”फिलहाल मिशन लॉन्च करने की नई तारीख का ऐलान कर दिया गया है। हर भारतीय इस मिशन की सफल लॉन्चिंग का इंतजार कर रहा है। -
नई दिल्ली।. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने आज शनिवार को नीट यूजी 2025 के नतीजे घोषित कर दिए हैं। राजस्थान के लिए यह गर्व का मौका है, क्योंकि हनुमानगढ़ के रहने वाले महेश कुमार ने 720 में से 686 अंक हासिल कर शीर्ष स्थान हासिल किया है। सीकर के एक प्रसिद्ध करियर संस्थान में पिछले तीन साल से तैयारी कर रहे थे।
अपनी मेहनत के बलबूते वो 4 मई को आयोजित इस परीक्षा में पूरे देश के 20 लाख से ज्यादा छात्रों में पहले स्थान पर आ पाए। महेश एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके माता-पिता दोनों सरकारी नौकरी में हैं। उनकी पढ़ाई की यात्रा मेहनत, अनुशासन और लगन से भरी रही है। उनकी इस सफलता ने न सिर्फ उनके परिवार और गांव को गर्व महसूस कराया है, बल्कि यह सीकर के लिए भी एक और बड़ी उपलब्धि है। अब सीकर मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी का एक उभरता हुआ केंद्र बनता जा रहा है।नीट यूजी 2025 का रिजल्ट फाइनल आंसर की के साथ अब आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध है। उम्मीदवार अपने लॉगिन क्रेडेंशियल्स की मदद से विषयवार अंक, कुल स्कोर, प्रतिशत रैंक और अपनी योग्यता स्थिति वेबसाइट पर देख सकते हैं।एनटीए जल्द ही एमबीबीएस और बीडीएस में दाखिले के लिए जरूरी कट-ऑफ अंक भी जारी कर सकता है। पिछले साल, सामान्य श्रेणी के लिए कट-ऑफ 50 प्रतिशत था, जबकि ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग के लिए यह 40 प्रतिशत था।इस साल की कट-ऑफ भी ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट में मिले उच्चतम अंकों के आधार पर तय की जाएगी। नीट यूजी 2025 में पास होने वाले छात्र एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए होने वाली केंद्रीकृत काउंसलिंग में शामिल होने के योग्य होंगे। अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) की काउंसलिंग मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) द्वारा करवाई जाएगी, जबकि राज्य सरकारें अपने-अपने राज्य की सीटों के लिए अलग से काउंसलिंग करेंगी। -
नई दिल्ली। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-NEET यूजी 2025 ने मेडिकल में प्रवेश के लिए परिणाम आज घोषित किए गए हैं। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा परिणाम जारी किये गए हैं। स्कोर कार्ड परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट – ntaneet.nic.in पर उपलब्ध हैं। उम्मीदवार अपने स्कोर कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं और आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से मेरिट सूची देख सकते हैं।
नीट 4 मई को देश भर के पांच सौ बावन शहरों और भारत के बाहर 14 शहरों में स्थित 5400 से अधिक विभिन्न केंद्रों पर 22 लाख से अधिक उम्मीदवारों के लिए आयोजित की गई थी। राजस्थान के महेश कुमार ने पहला स्थान प्राप्त किया है, जबकि मध्य प्रदेश के उत्कर्ष अवधिया और महाराष्ट्र के कृषांग जोशी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे हैं। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी 15 से 19 जून को साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा पर रहेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस गणराज्य के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के निमंत्रण पर 15 से 16 जून को साइप्रस की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। यह दो दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली साइप्रस यात्रा होगी। राजधानी निकोसिया में पीएम मोदी राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस से बातचीत करेंगे और लिमासोल में व्यापार जगत के नेताओं को संबोधित करेंगे। अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 16-17 जून को कनाडा के कनानास्किस की यात्रा करेंगे। यह जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की लगातार छठी भागीदारी होगी। वहीं, 18 जून को पीएम मोदी क्रोएशिया की यात्रा करेंगे।भारत के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने तथा भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ के साथ भारत के जुड़ाव को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।पीएम मोदी 16 से 17 जून को रहेंगे कनाडामंत्रालय के अनुसार, कनाडा में शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी जी-7 देशों के नेताओं, अन्य आमंत्रित आउटरीच देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे, जिनमें ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और नवाचाPM Modi will be on a visit to Cyprus, Canada and Croatia from 15 to 19 Juneर, विशेष रूप से एआई-ऊर्जा संबंध और क्वांटम-संबंधी मुद्दे शामिल होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।18 जून को पीएम मोदी क्रोएशिया रहेंगेइसके बाद अपने दौरे के अंतिम चरण में, क्रोएशिया गणराज्य के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री मोदी 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा करेंगे। पीएम मोदी प्रधानमंत्री प्लेंकोविच के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे और क्रोएशिया के राष्ट्रपति ज़ोरान मिलानोविच से भी मिलेंगे।क्रोएशिया की यात्रा यूरोपीय संघ में भागीदारों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा होगी, जो द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। - नयी दिल्ली. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने कहा कि सड़क सुरक्षा का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है और सरकार का ध्यान सड़क दुर्घटनाओं को शून्य करने की दिशा में काम करने पर होना चाहिए। टम्टा ने वीआरयू और सड़क सुरक्षा पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए विचारों पर काम करना चाहिए। इस कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत जेन टॉड ने सड़क दुर्घटनाओं को एक मूक महामारी बताया और पैदल यात्रियों, साइकिल चालकों और मोटरसाइकिल चालकों जैसे संवेदनशील सड़क उपयोगकर्ताओं (वीआरयू) की सुरक्षा की तत्काल जरूरत पर बल दिया। भारत में 2021 में 1,54,000 से अधिक सड़क हादसे हुए थे। इनका हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि हर दुर्घटना को टाला नहीं जा सकता, लेकिन कई दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है और मरने वालों में अक्सर युवा, दैनिक यात्री और अकेले कमाने वाले लोग होते हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘सड़क सुरक्षा पाठशाला' का शुभारंभ था। यह आठ से 13 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए ‘ट्रैक्स' द्वारा विकसित एक सड़क सुरक्षा मॉड्यूल है।
- नयी दिल्ली. लोकपाल ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ काम करने का अनुभव रखने वाले अधिकारियों से प्रतिनियुक्ति पर अपनी जांच शाखा में शामिल होने के लिए आवेदन मांगे हैं। एक आधिकारिक परिपत्र के अनुसार, भारत के लोकपाल की जांच शाखा में प्रतिनियुक्ति के आधार पर विभिन्न पदों- यानी उप निदेशक (डीडी)/पुलिस अधीक्षक (एसपी), अन्वेषण/जांच अधिकारी, सहायक अन्वेषण/जांच अधिकारी और निजी सहायक- के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम, 2013, देश में एक जनवरी, 2014 को लागू हुआ, जब इसे राष्ट्रपति की स्वीकृति मिली। हालांकि, इसका कामकाज अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति के बाद 27 मार्च, 2019 को ही शुरू हो सका था। अपने वैधानिक कार्यों के निर्वहन के लिए लोकपाल एवं लोकायुक्त अधिनियम की धारा 11 लोकपाल को लोकसेवकों एवं पदाधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत दंडनीय किसी भी अपराध की प्रारंभिक जांच के लिए एक जांच प्रकोष्ठ के गठन का अधिकार देती है। लोकपाल की एक पूर्ण पीठ ने 30 अगस्त, 2024 को बैठक आहूत की और इस तरह का एक जांच प्रकोष्ठ गठित करने का फैसला किया। इसने उपनिदेशक/अधीक्षक के पदों, अन्वेषण/जांच अधिकारी और सहायक अन्वेषण/जांच अधिकारी के चार-चार पदों और निजी सहायक के दो पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किये हैं। दस जून को जारी भर्ती परिपत्र में कहा गया है कि विभिन्न केंद्रीय सरकारी सेवाओं, सीबीआई, ईडी, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी), गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) और राज्य या केंद्र शासित प्रदेश पुलिस निकायों के अधिकारी आवेदन करने के पात्र होंगे। इसमें कहा गया है कि सामान्य/आर्थिक और बैंकिंग/साइबर मामलों में जांच करने का अनुभव रखने वाले अधिकारियों की आवश्यकता है। परिपत्र में कहा गया है कि प्रतिनियुक्ति के आधार पर नियुक्ति के लिए चुने गए अधिकारियों के वेतन और भत्ते, मकान किराया भत्ता, परिवहन भत्ता, कार्यभार ग्रहण करने का समय, यात्रा भत्ता और स्थानांतरण भत्ता, बच्चों की शिक्षा भत्ता, एलटीसी, महंगाई भत्ता, चिकित्सा सुविधाएं, छुट्टी और अन्य नियम एवं शर्तें, लोकपाल अधिकारी एवं कर्मचारी (सेवा की शर्तें) विनियम, 2024 के अधिसूचित होने तक, केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए स्वीकार्य मौजूदा दिशा-निर्देशों/नियमों द्वारा शासित होंगी।
- अगरतला. त्रिपुरा में प्रेम त्रिकोण के कारण मारे गए एक युवक के माता-पिता ने अपने बेटे की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। त्रिपुरा के धलाई जिले में प्रेम प्रसंग के एक मामले में 26 वर्षीय शरीफुल मियां की कथित तौर पर हत्या कर उसके शव को आइसक्रीम फ्रीजर में छिपाकर रख दिया गया था। हत्या के सिलसिले में कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अगरतला के मस्जिद पारा इलाके में रहने वाला शरीफुल इलेक्ट्रीशियन का काम करता था और 20 वर्षीय महिला के साथ उसका प्रेम प्रसंग था। महिला का रिश्ते का भाई भी उससे प्रेम करता था। शरीफुल के माता-पिता ने कहा कि वे मुख्यमंत्री माणिक साहा से आग्रह करेंगे कि उनके बेटे की हत्या करने वालों को कड़ी सजा दी जाए। शरीफुल के पिता आलमगीर मियां ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष पापिया दत्ता ने उनके परिवार से मुलाकात की और उनके बेटे की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘पापिया दत्ता ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह मुख्यमंत्री माणिक साहा से मेरी मुलाकात करवाएंगी। अगर मुझे मुख्यमंत्री से मिलने का मौका मिलता है, तो मैं उनसे आग्रह करूंगा कि मेरे बेटे की हत्या करने वालों को कड़ी सजा दी जाए।'' शरीफुल की मां मसुदा ने ‘ एक न्यूज़ एजेंसी' से कहा, ‘‘मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि मेरा बेटा अब जिंदा नहीं है.। मैं मेरे मासूम बेटे की हत्या में शामिल लोगों को कड़ी सजा मिलने का श्राप देती हूं ताकि किसी और परिवार के साथ ऐसा नहीं हो।'' मसुदा ने कहा कि उन्हें पता था कि उनका बेटा किसी महिला से प्रेम करता था।उन्होंने कहा, ढाई महीने पहले शरीफुल ने मुझे बताया कि वह एक महिला से प्रेम करता है। मैंने महिला का धर्म पूछा। जब उसने मुझे बताया कि वह हिंदू है तो मैंने अपने बेटे को समझाया कि इससे क्या बुरा हो सकता है लेकिन उसने महिला से संबंध बनाए रखे। ऐसा लगता है कि वह महिला मेरे बेटे से बहुत प्यार करती थी।'' मसुदा ने आरोप लगाया कि महिला के रिश्ते का भाई ने अकेले ही हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया क्योंकि वह महिला के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करके उसकी संपत्ति हड़पना चाहता था। उन्होंने कहा कि आठ जून से उनके बेटे के लापता होने के बाद उन्होंने महिला से संपर्क किया था लेकिन उसे अपने बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने कहा कि महिला के रिश्ते के भाई ने शरीफुल को मारने की एक सोच-समझकर योजना बनाई और उसे आठ जून को पश्चिमी त्रिपुरा के दक्षिण इंदिरानगर में एक रिश्तेदार के घर बुलाया। उसने बताया कि आरोपी ने वहां मौजूद तीन अन्य लोगों की मदद से शरीफुल का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और फिर उन्होंने शव को ट्रॉली बैग में रखा। पुलिस ने बताया कि अगले दिन आरोपी ने गंडाचेरा में रहने वाले अपने माता-पिता को अगरतला आने और ट्रॉली बैग अपने साथ ले जाने के लिए बुलाया। उन्होंने कहा, ‘‘उसके माता-पिता एक कार से अगरतला आए और ट्रॉली बैग गंडाचेरा ले गए। उन्होंने शव को अपनी दुकान में आइसक्रीम फ्रीजर में छिपा दिया।'' पुलिस ने बताया कि हाल में महिला के पिता की मौत हो गई थी और उसका रिश्ते का भाई महिला का शारीरिक शोषण करना चाहता था। उसने बताया कि आरोपी जानता था कि जब तक महिला का प्रेमी है, वह तब तक ऐसा नहीं कर सकता, इसलिए उसने उसकी हत्या करने की साजिश रची।