- Home
- देश
- नयी दिल्ली. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और ‘ग्रीनपीस इंडिया' ने दिल्ली के रेहड़ी-पटरी वालों और घर से बाहर काम करने वाले कामगारों को सरल, स्थानीय भाषाओं में लू की चेतावनी देने के लिए एक पायलट परियोजना शुरू की है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। आईएमडी ने इसे एक ‘ऐतिहासिक पहल' बताया जिससे मौसम पूर्वानुमान अधिक समावेशी और सुलभ हो गया है।एक बयान में कहा गया, ‘‘दिल्ली भर में रेहड़ी-पटरी वालों के नेटवर्क और आईएमडी ने लू की चेतावनी को समुदाय तक पहुंचाने के लिए हाथ मिलाया है।'' इस परियोजना के तहत आईएमडी के दैनिक पूर्वानुमान और लू के अलर्ट को सरल बनाया गया है और स्थानीय भाषाओं में अनुवादित किया गया है। ये संदेश कई सामुदायिक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से साझा किए जाते हैं तथा पोस्टरों और हस्तलिखित नोटिसों के माध्यम से रेहड़ी-पटरी पर लगने वाली दुकानों, श्रमिक चौकों और अपशिष्ट संग्रहण स्थलों पर प्रदर्शित किए जाते हैं।
-
नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। यह समिति कई क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल करके गठित की गई है।इसकी जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट जारी करके दी है। इस पोस्ट में विमान हादसे की जांच के लिए समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जो हादसे के कारणों का पता लगाएगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पोस्ट के मुताबिक, समिति का मुख्य उद्देश्य इस हादसे के कारणों का पता लगाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मौजूदा नियमों (एसओपी) और दिशा-निर्देशों की समीक्षा करना है। इसके साथ ही, समिति ऐसी दुर्घटनाओं से निपटने के लिए नए और व्यापक दिशा-निर्देश तैयार करने का सुझाव देगी।पोस्ट में कहा गया है कि यह समिति अन्य संगठनों की ओर से की जा रही जांचों का विकल्प नहीं है। इसका ध्यान केवल भविष्य में हादसों को रोकने और उनके प्रबंधन के लिए बेहतर नियम बनाने पर केंद्रित है।वहीं, अधिकारियों ने बताया कि समिति जल्द ही अपनी जांच शुरू करेगी और समयबद्ध तरीके से अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस कदम से विमानन सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद है।12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान टेक ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद हादसे का शिकार हो गया था। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिसमें से 1 व्यक्ति ही जिंदा बच पाया। स्थिति का जायजा लेने प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को घटनास्थल पर गए और वहां की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों का भी हाल जाना था। इस बीच, एयर इंडिया ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों की सहायता के लिए ‘मित्र एवं सहायता केंद्र’ भी स्थापित किया है। यह केंद्र मुख्य रूप से दिल्ली, मुंबई और गेटेविक हवाई अड्डे पर स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों का मुख्य उद्देश्य हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को मदद करना है। इसकी जानकारी एयर इंडिया ने शुक्रवार को ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी थी। -
नई दिल्ली। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है, जहां 2013-14 से अंतर्देशीय उत्पादन 142 प्रतिशत बढ़कर 147 लाख टन हो गया है। उन्होंने ‘अंतर्देशीय मत्स्य पालन और जलीय कृषि सम्मेलन 2025’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र की औसत वार्षिक वृद्धि दर 9 प्रतिशत है, जो सभी कृषि से जुड़े क्षेत्रों में सबसे अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने कल शुक्रवार को नीली क्रांति, मत्स्य पालन और जलीय कृषि अवसंरचना विकास निधि (एफआईडीएफ), प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, पीएम-मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना और किसान क्रेडिट कार्ड जैसी प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने राज्यों से एफआईडीएफ का बेहतर उपयोग करने, आईसीएआर के साथ मिलकर कार्यान्वयन कैलेंडर की योजना बनाने और शीतजल मत्स्य पालन, सजावटी मत्स्य पालन और खारे जलीय कृषि का विस्तार कर निर्यात बढ़ाने का आग्रह किया।उन्होंने पोषण में सुधार, उत्पादन को बढ़ावा देने और विकसित भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने के लिए अंतर्देशीय संसाधनों के प्रभावी उपयोग को प्रोत्साहित किया।इस दौरान, केंद्रीय मंत्री सिंह ने मत्स्य पालन क्षेत्र में अंतर्देशीय राज्यों द्वारा की गई सराहनीय प्रगति की सराहना की और उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।वहीं, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने कहा कि मत्स्य पालन किसानों की आय दोगुनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने सभी हितधारकों के प्रयासों की प्रशंसा की।कार्यक्रम में डिजिटल टूल, वैल्यू एडिशन और मछली पकड़ने के बाद की गतिविधियों में काम करने वाले 300 से अधिक मत्स्य पालन स्टार्ट-अप के लिए भी समर्थन को प्रोत्साहित किया गया।मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय तथा अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने पोषण सुरक्षा, ग्रामीण समृद्धि और स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने में अंतर्देशीय मत्स्य पालन की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया। उन्होंने पारंपरिक ज्ञान को इनोवेशन के साथ इंटीग्रेट करने, देशी प्रजातियों को बढ़ावा देने और सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाने के महत्व को रेखांकित किया। -
नई दिल्ली। देश में साउथ-वेस्ट मॉनसून (southwest monsoon) तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह 17 जून तक देश के ज़्यादातर हिस्सों को कवर कर लेगा। इसके साथ ही मध्य, पूर्वी और पश्चिमी भारत में पड़ रही भीषण गर्मी में भी राहत मिलने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटों में मॉनसून विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा तक पहुंच जाएगा। इसके बाद यह पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और गुजरात के कुछ हिस्सों में भी दस्तक देगा।कहां-कहां होगी बारिश?अब से 17 जून तक मध्यप्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, अंडमान-निकोबार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली चमकने और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और बिहार में 15 जून तक धूल भरी आंधी और गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं चल सकती हैं। इन राज्यों में 19 जून तक कहीं-कहीं भारी बारिश का भी अनुमान है।महाराष्ट्र में तेज बारिश का अलर्टपश्चिम भारत के हिस्सों जैसे मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, मराठवाड़ा, कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र और कच्छ में 16 जून तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इनमें से कुछ इलाकों में 19 जून तक भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। खासकर कोंकण और गोवा में 13 से 16 जून के बीच बेहद भारी बारिश (24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से ज़्यादा) का खतरा है।इस बीच, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में 14 जून के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 15 से 17 जून तक इसे ऑरेंज अलर्ट में बदला जाएगा। मुंबई, पुणे, पालघर, सतारा और कोल्हापुर जैसे इलाकों में भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत को मिलेगी राहतउत्तर-पश्चिम भारत यानी जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 13 से 19 जून के बीच हल्की से मध्यम बारिश, बिजली कड़कने और तेज़ हवाओं की संभावना है।दिल्ली में शुक्रवार को गर्म और उमस भरे मौसम को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। हालांकि 14 जून से आसमान में बादल छाने और बारिश शुरू होने की संभावना है जिससे राजधानी में तापमान 40 डिग्री से नीचे आ सकता है।हीटवेव से कब मिलेगी राहत?15 जून तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और पश्चिमी यूपी में लू और तेज़ गर्मी का असर बना रहेगा। गुरुवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 47.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि 15 जून के बाद गर्मी में थोड़ी राहत मिलेगी।उत्तराखंड और पूर्वी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 19 जून तक कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है, जबकि राजस्थान के कुछ हिस्सों में 17 जून तक धूल भरी आंधी और गरज-चमक हो सकती है।दक्षिण भारत में मॉनसून सक्रियदक्षिण भारत के कई हिस्सों में 13 से 17 जून तक भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। खासतौर से दक्षिणी कर्नाटक और कोंकण-गोवा के हिस्सों में 20 सेंटीमीटर से ज़्यादा बारिश हो सकती है। इस दौरान केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में भी widespread बारिश जारी रहेगी।आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और रायलसीमा में भी हल्की से मध्यम बारिश, बिजली कड़कने और तेज़ हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा।मॉनसून के तेज़ी से उत्तर और पश्चिम की ओर बढ़ने से किसानों और आम लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुक्रवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से टेलीफोन पर बात हुई। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पीएम मोदी को इजराइल और ईरान के बीच हाल के घटनाक्रमों और उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की चिंता को साझा किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर बल दिया। बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। इजरायल ने शुक्रवार की सुबह ईरान के नतांज परमाणु संयंत्र और तेहरान में कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए। हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर स्थिति की जानकारी दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरफ से फोन आया। उन्होंने मुझे मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी। मैंने भारत की चिंताओं को साझा किया और क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता की शीघ्र बहाली की आवश्यकता पर जोर दिया।”वहीं, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ रहे तनाव की स्थिति में निश्चित तौर पर भारत सरकार को अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। जिसको लेकर तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने देश में मौजूद भारतीय नागरिकों को एक ‘अर्जेंट एडवाइजरी’ जारी की है। इस एडवाइजरी में यहां रह रहे भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने, गैर-जरूरी आवाजाही से बचने और स्थानीय सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। यह सलाह शुक्रवार सुबह इजरायल के ईरान पर बड़े हवाई हमले करने के बाद आई है, जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष की चिंता बढ़ गई है। इजरायल ने ऑपरेशन को ‘नेशन ऑफ लायंस’ नाम दिया है।ईरान पर हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने संबोधन में कहा, “इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया है। यह हमला इजरायल के अस्तित्व पर उत्पन्न खतरे को दूर करने के लिए किया गया है। ईरान सिर्फ तीन साल के अंदर 10,000 बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने की तैयारी कर रहा है। अगर 10,000 मिसाइलें उसने छोटे से इजरायल पर दाग दीं, तो क्या होगा। यह असहनीय खतरा है, जिसे रोका जाना चाहिए। इजरायल ने ईरान के मुख्य संवर्धन केंद्र सहित अन्य ठिकानों पर लक्षित हमले किए हैं।”बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने नौ परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त उच्च-संवर्धित यूरेनियम का हाल के वर्षों में उत्पादन किया है। यह इजरायल के लिए खतरा है। इसलिए जब तक यह खतरा खत्म नहीं हो जाता है, तब तक ऑपरेशन जारी रहेगा।इजरायल के हमले में वरिष्ठ ईरानी सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई। वहीं, इजरायल ने पूरे देश में विशेष आपातकाल की घोषणा कर दी है। -
नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय आज नई दिल्ली में ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ पर आधारित हाइब्रिड वैश्विक शिखर सम्मेलन-योग कनेक्ट का आयोजन करेगा। यह सम्मेलन 21 जून को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में एक हजार से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे।इसमें विश्व के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय योग संस्थानों और स्वास्थ्य समुदायों के सहभागी भी वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे। शिखर सम्मेलन में बहरीन, अमरीका, ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया सहित चार से अधिक देशों के विशेषज्ञ भी भाग लेंगे। सम्मेलन के दौरान अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दशक भर के प्रभाव के अध्ययन संबंधी रिपोर्ट- योग प्रभाव जारी की जाएगी। एक दशक में योग के प्रभाव पर एक ई-बुक और योग अनुसंधान के विज्ञान संबंधी विश्लेषण पर रिपोर्ट का अनावरण भी किया जाएगा। शिखर सम्मेलन में विभिन्न विषयगत सत्र होंगे।
-
नई दिल्ली। देश के हर तीन में दो वरिष्ठ नागरिकों (66 फीसदी) को प्रौद्योगिकी भ्रमित करती है और आधे से अधिक बुजुर्ग आबादी (51 फीसदी) को ऐसा लगता है कि डिजिटल तकनीक से बातचीत के दौरान उनसे गलतियां हो सकती हैं। हेल्पएज इंडिया के एक हालिया अध्ययन से इसका खुलासा हुआ है। ‘अंडरस्टैंडिंग इंटर-जनरेशनल डायनेमिक्स ऐंड परसेप्शन ऑन एजिंग’ शीर्षक वाला अध्ययन 15 जून को होने वाले विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस से पहले शुक्रवार को जारी किया गया है।
अंतर पीढ़ीगत संबंधों और एक-दूसरे के परस्पर नजरिये को देखना के उद्देश्य के साथ यह अध्ययन 10 महानगरों और गैर महानगरों में किया गया था। सर्वेक्षण में कुल 5,798 लोग शामिल थे, जिनमें 70 फीसदी उत्तरदाता 18 से 30 साल आयु वर्ग वाले युवा थे और 30 फीसदी 60 फीसदी से अधिक के वरिष्ठ नागरिक थे।रिपोर्ट के मुताबिक, बुजुर्ग अपनी डिजिटल साक्षरता के लिए युवाओं को देखते हैं, जिनमें 54 फीसदी उनके बच्चे और 50 फीसदी पोते-पोतियां इसके लिए उनके मार्गदर्शक बनते हैं। मगर 78 फीसदी युवाओं को लगता है कि डिजिटल कौशल सीखने में बुजुर्गों का रवैया उदासीन है और 66 फीसदी युवाओं का मानना है कि वे भूल जाते हैं। सर्वेक्षण में शामिल 44 फीसदी बुजुर्गों को डिजिटल प्रौद्योगिकी के बारे में दोबारा पूछने में शर्म महसूस होती है, जबकि 24 फीसदी बुजुर्गों को लगता है कि इससे उपकरण खराब हो सकते हैं।हेल्पएज इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी रोहित प्रसाद ने बताया, ‘भारत में बुजुर्गों के प्रति सम्मान और पारिवारिक संबंध दमदार है। लगभग 86 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि उन्हें ऐसा महसूस होता है। मगर इसके पीछे एक चिंताजनक वास्तविकता भी है कि बुजुर्ग भावनात्मक रूप से काफी अलग-थलग महसूस करते हैं और उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी बातों को परिवार में तवज्जो नहीं दी जाती है।’डिजिटल उपकरणों और टूल्स तक पहुंच के मामले में अधिकतर बुजुर्गों (71 फीसदी) को बेसिक फीचर वाले मोबाइल फोन उपयोग करने में आसानी होती है और केवल 41 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि वे स्मार्टफोन चलाते हैं।ऑनलाइन सेवा का उपयोग करने वाले सिर्फ 5 फीसदी ही बुजुर्ग हैं और 13 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि वे कंप्यूटर चलाते हैं और 13 फीसदी बुजुर्गों ने ही सोशल मीडिया के उपयोग के बारे में बताया।ऑनलाइन सेवाओं की अगर बात करें तो 50 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि उन्होंने कभी भी बिजली, पानी, मोबाइल रिचार्ज आदि यूटिलिटी बिलों का ऑनलाइन भुगतान नहीं किया है। 45 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि उन्होंने कभी ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग नहीं किया है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सी.बी.डी.टी.) क्रिप्टो करेंसी में निवेश के माध्यम से उच्च जोखिम के व्यक्तियों की कर चोरी और बेहिसाब आमदनी के स्रोतों की जांच कर रहा है। सी.बी.डी.टी. के सूत्रों ने बताया कि वर्चुअल डिजिटल एसेट-वी.डी.ए. लेनदेन में शामिल और आयकर अधिनियम, 1961 का पालन ना कर रही संस्थाओं और व्यक्तियों का सत्यापन के लिए पहचान कर लिया गया है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि डेटा विश्लेषण से पता चला है कि बड़ी संख्या में लोगों ने आई.टी.आर. का वी.डी.ए. दाखिल नहीं किया है और अर्जित आय पर कम कर देने की पेशकश की है, जिसके कारण आयकर अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है। सूत्रों ने बताया है कि सी.बी.डी.टी. ने हाल ही में हजारों दोषी लोगों को उनके आई.टी.आर. की समीक्षा करने और अपडेट करने के लिए ई-मेल भेजे हैं। -
नई दिल्ली। ब्रिटेन की उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और अहमदाबाद में गुरुवार को हुई विमान दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और भारत मिलकर इस दर्दनाक हादसे की सच्चाई जानने के लिए काम कर रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे के बाद घटनास्थल का दौरा किया और एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज सुबह मुलाकात की। हमने इस दुखद हादसे पर संवेदनाएं साझा कीं और अहमदाबाद में राहतकर्मियों के अथक प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। ब्रिटेन और भारत मिलकर हादसे की जांच में सहयोग कर रहे हैं। हम प्रभावित ब्रिटिश नागरिकों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार हैं।”
गौरतलब है कि एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, फ्लाइट एआई-171, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रहा था, टेकऑफ के कुछ ही देर बाद बी.जे. मेडिकल कॉलेज के पास एक घनी आबादी वाले इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई। केवल एक व्यक्ति, जो भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है, बचा है और उसका इलाज चल रहा है। मारे गए यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं। भारत का विदेश मंत्रालय इन देशों के साथ मिलकर शवों की पहचान, अंतिम संस्कार और परिवारों से संपर्क में मदद कर रहा है।ब्रिटेन की विमान दुर्घटना जांच एजेंसी AAIB (एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच) और अमेरिका की FAA (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन) ने भारत को हादसे की जांच में मदद की पेशकश की है। ICAO (अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन) के नियमों के अनुसार, चूंकि ब्रिटिश नागरिक इसमें शामिल थे, इसलिए ब्रिटेन को जांच में ‘विशेषज्ञ’ दर्जा दिया गया है।AAIB ने बयान में कहा, “हम एक बहु-डिसिप्लिनरी जांच दल भारत भेज रहे हैं, जो भारतीय अधिकारियों के नेतृत्व में जांच में सहयोग करेगा। हमारी संवेदनाएं हादसे से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।” ब्रिटेन की परिवहन सचिव हेडी अलेक्जेंडर ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और कहा कि वे लगातार अपडेट ले रही हैं। -
नई दिल्ली। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (MoA&FW) द्वारा आज शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित “नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन एग्री स्टैक : डेटा से डिलीवरी तक” में आधुनिक तकनीक, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित नवाचारों और राज्यों की सफलता की कहानियों पर प्रमुखता से प्रकाश डाला गया।
सम्मेलन का एक बड़ा आकर्षण एग्री स्टैक डेटा पर आधारित गूगल जेमिनी से विकसित एक AI चैटबॉट रहा, जो किसानों के सवालों का कई भाषाओं में उत्तर देने में सक्षम है। इसके अलावा मंत्रालय द्वारा फसल पहचान, सर्वेयर की पहचान के लिए फेस ऑथेंटिकेशन और बैकएंड सिस्टम को ऑप्टिमाइज करने के लिए भी AI टूल्स का परीक्षण किया जा रहा है। मुख्य ज्ञान अधिकारी और सलाहकार (CKO&A) ने “डिजिटली वेरीफायबल क्रेडेंशियल (DVC)” या “किसान पहचान पत्र” की जानकारी दी, जो किसानों को अपनी जमीन और फसल से संबंधित प्रमाणित जानकारी तैयार करने और DigiLocker से जोड़ने की सुविधा देता है। यह DVC जमीन में बदलाव होने पर अपने आप अपडेट हो जाता है।सम्मेलन में एकीकृत शिकायत निवारण पोर्टल भी लॉन्च किया गया, जिसमें ओटीपी लॉगिन, मल्टीलैंगुअल सपोर्ट और ऑडियो अपलोड जैसी सुविधाएं दी गई हैं। अब किसान अपने प्रतिनिधि को सेवा लेने या शिकायत दर्ज करने की अनुमति भी दे सकते हैं। इससे जमीन से जुड़ी शिकायतों का समाधान अब अधिक सरल और सुलभ हो गया है।“Insights from States on Agri Stack Usage” नामक विशेष सत्र में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। महाराष्ट्र ने राज्यभर में फार्मर रजिस्ट्री में हो रहे नामांकन और Mahavistaar AI नामक AI-आधारित सलाह तंत्र के लिए केंद्र सरकार से डेटा प्रोविजनिंग इंजन (DPE) हेतु सहयोग मांगा। वहीं उत्तर प्रदेश ने बताया कि उसने 2024 की एमएसपी ई-प्रोक्योरमेंट प्रणाली में एग्री स्टैक का एकीकरण सफलतापूर्वक किया है, हालांकि डिजिटल फसल सर्वेक्षण (DCS) के क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियां सामने आई हैं। कर्नाटक ने अपनी FRUITS प्रणाली को बैंकों से जोड़ने, आपदा राहत कार्यों में एग्री स्टैक के उपयोग और मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसानों को व्यक्तिगत सलाह देने जैसी कई नवाचार प्रस्तुत किए।- -
नई दिल्ली। अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुखद दुर्घटना के बाद बीमा कंपनियों ने त्वरित सहायता के लिए कदम उठाए हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस ने हादसे में प्रभावित परिवारों के लिए विशेष राहत योजनाएं शुरू की हैं। दोनों कंपनियों ने दावा निपटान की प्रक्रिया को आसान और तेज बनाते हुए यह सुनिश्चित किया है कि पीड़ितों को जल्द से जल्द वित्तीय सहायता मिल सके। यह प्रयास पीड़ित परिवारों के दर्द को थोड़ा कम करने और उन्हें संकट की इस घड़ी में सहारा देने के लिए किया गया है।
एलआईसी ने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों, क्रू मेंबर्स और जमीन पर मौजूद आम नागरिकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। कंपनी ने कहा है कि वह दावों के निपटान में तेजी लाएगी और दावा करने की प्रक्रिया को आसान बनाएगी। एलआईसी ने एक महत्वपूर्ण छूट दी है कि मृत्यु प्रमाण पत्र के बजाय सरकारी रिकॉर्ड, सरकार या एयरलाइन द्वारा दिया गया मुआवजा भी मृत्यु प्रमाण के रूप में मान्य होगा। यह कदम दावा प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए उठाया गया है।एलआईसी ने यह भी कहा कि उनके अधिकारी पीड़ितों के परिजनों तक खुद संपर्क करेंगे और दावों का जल्द निपटारा सुनिश्चित करेंगे। सहायता के लिए परिवार नजदीकी एलआईसी ब्रांच, डिवीजन या कस्टमर जोन से संपर्क कर सकते हैं, या फिर कॉल सेंटर नंबर 022-68276827 पर फोन कर सकते हैं। उधर, बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस ने भी हादसे से प्रभावित अपने पॉलिसीधारकों की मदद के लिए विशेष व्यवस्था की है। कंपनी ने एक डेडिकेटेड क्लेम सेटलमेंट डेस्क तैयार किया है जो मृत्युदावा और विकलांगता से जुड़े मामलों को प्राथमिकता से निपटाएगा।इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज शुक्रवार को दुर्घटना स्थल का दौरा किया और अहमदाबाद सिविल अस्पताल जाकर घायल पीड़ितों से मुलाकात की। यह हादसा पूरे देश के लिए बेहद दुखद रहा और सरकार व बीमा कंपनियों द्वारा त्वरित सहायता के प्रयास जारी हैं। -
नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का ब्लैक बॉक्स विमान के मलबे से बरामद कर लिया गया है।
ब्लैक बॉक्स निभा सकता है महत्वपूर्ण भूमिकातकनीकी रूप से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर के रूप में जाना जाने वाला ब्लैक बॉक्स, इस आपदा के कारणों का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। दरअसल, इसमें उड़ान की गति, ऊंचाई, इंजन का प्रदर्शन और कॉकपिट ऑडियो जैसी महत्वपूर्ण जानकारी होती है, जिसमें पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच संचार शामिल है।ये विशेष उपकरण अत्यधिक तापमान, पानी और गंभीर प्रभाव को झेलने के लिए बनाए गए हैं, जो भयावह परिस्थितियों में भी महत्वपूर्ण डेटा को बचाए रखने को सुनिश्चित करते हैं।अपने नाम के विपरीत, ब्लैक बॉक्स को आमतौर पर चमकीले नारंगी रंग से रंगा जाता है ताकि मलबे के बीच इसे ढूंढना आसान हो सके।इस उपकरण में दो मुख्य घटकस्टील और टाइटेनियम जैसी अत्यधिक टिकाऊ सामग्रियों से निर्मित, इस उपकरण में दो मुख्य घटक होते हैं: डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR)। डीएफडीआर तकनीकी उड़ान मापदंडों को लॉग करता है, जबकि सीवीआर कॉकपिट से ऑडियो रिकॉर्ड करता है, जिसमें पायलट चर्चा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के साथ रेडियो एक्सचेंज शामिल हैं।एटीएस ने मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर भी बरामद कियावहीं समानांतर घटनाक्रम में, गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) बरामद किया है।वीडियो रिकॉर्डर अतिरिक्त साक्ष्य के रूप में आ सकता है कामजांचकर्ताओं का मानना है कि यह अतिरिक्त साक्ष्य के रूप में काम आ सकता है, जो दुर्घटना के अंतिम क्षणों में दृश्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।अब उड़ान रिकॉर्डर और डीवीआर दोनों का विश्लेषण करने की है तैयारीअधिकारी अब उड़ान रिकॉर्डर और डीवीआर दोनों का विश्लेषण करने की तैयारी कर रहे हैं ताकि दुर्घटना से पहले की घटनाओं की एक व्यापक समयरेखा तैयार की जा सके।इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिवार से मुलाकात की और गुरुवार को एयर इंडिया विमान दुर्घटना में भाजपा के दिग्गज नेता की मौत पर दुख व्यक्त किया। उपस्थित लोगों में रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी भी शामिल थीं, जो दुर्घटना के बाद लंदन से लौटी थीं।एक्स पर साझा की गई एक भावनात्मक श्रद्धांजलि में, प्रधानमंत्री ने विजय रूपाणी के निधन को “अकल्पनीय” बताया और अपने लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को याद किया।प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, “विजयभाई रूपाणी जी के परिवार से मुलाकात की। यह अकल्पनीय है कि विजयभाई हमारे बीच नहीं हैं। मैं उन्हें दशकों से जानता हूं। हमने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया, जिसमें सबसे चुनौतीपूर्ण समय भी शामिल है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “विजयभाई विनम्र और मेहनती थे, पार्टी की विचारधारा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध थे। पद पर बढ़ते हुए, उन्होंने संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभालीं और गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में लगन से काम किया। -
नई दिल्ली। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-लॉस एंजिल्स (यूसीएलए) ने शुक्रवार को एक नई रिसर्च की रिपोर्ट जारी की। इस रिसर्च के मुताबिक, जिन मरीजों को कोविड वैक्सीन लगी हुई थी और उन्हें कोरोना के दौरान एक्यूट किडनी इंजरी यानी किडनी संबंधित बीमारी हुई, उनकी हालत बिना वैक्सीन वाले मरीजों से बेहतर रही।
रिसर्च में पाया कि जिन मरीजों को पहले से कोरोना की वैक्सीन लगी हुई थी, उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद डायलिसिस की जरूरत कम पड़ीशोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि जिन मरीजों को पहले से कोरोना की वैक्सीन लगी हुई थी, उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद डायलिसिस की जरूरत कम पड़ी। वैक्सीन न लेने वाले मरीजों की तुलना में उनकी जान बचने की संभावना ज्यादा रही। एक्यूट किडनी इंजरी (एकेआई) कोरोना से संक्रमित लोगों में काफी आम है। रिसर्च के अनुसार, लगभग 46 प्रतिशत मरीजों को यह समस्या हो सकती है। यह बीमारी किडनी के काम में कमी ला सकती है, अगर ज्यादा गंभीर हो जाए, तो मरीज को डायलिसिस की भी जरूरत पड़ सकती है। अब तक डॉक्टरों को यह पूरी तरह से समझ नहीं आया कि जिन मरीजों को कोरोना और एकेआई दोनों हैं, उनके आगामी जीवन पर इसका क्या असर पड़ता है।कोविड वैक्सीन एक जरूरी उपाय है जो एकेआई से ग्रसित मरीजों में गंभीर जटिलताएं होने के खतरे को कम कर सकती हैपीयर-रिव्यूड जर्नल किडनी मेडिसिन में प्रकाशित इस रिसर्च के नतीजे से पता चलता है कि कोविड वैक्सीन लगवाने से उन मरीजों में, जिन्हें कोरोना के दौरान एकेआई हुआ था, उनमें ताकत कम होने का खतरा घट जाता है और मौत का खतरा भी कम हो जाता है। यूसीएलए में डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर और प्रमुख लेखक डॉ. निलोफर नोबख्त ने कहा, “कोविड वैक्सीन एक जरूरी उपाय है जो एकेआई से ग्रसित मरीजों में गंभीर जटिलताएं होने के खतरे को कम कर सकती है।”शोधकर्ताओं ने करीब 3,500 ऐसे मरीजों का विश्लेषण किया, जो 1 मार्च 2020 से 30 मार्च 2022 के बीच कोविड की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए थेनोबख्त ने आगे कहा, “लोगों को अपने डॉक्टर से बात करके यह समझना चाहिए कि कोविड वैक्सीन लगवाना क्यों फायदेमंद है। क्योंकि वैक्सीन लगवाने से डायलिसिस की जरूरत पड़ने का खतरा कम हो जाता है। यह लंबी और बेहतर जिंदगी के लिए एक जरूरी कदम है।” शोधकर्ताओं ने करीब 3,500 ऐसे मरीजों का विश्लेषण किया, जो 1 मार्च 2020 से 30 मार्च 2022 के बीच कोविड की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए थे।उन मरीजों में से 972 मरीजों को एकेआई की समस्या थी। इनमें से 411 मरीज (लगभग 42 प्रतिशत) ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी, और 467 मरीज (लगभग 48 प्रतिशत) को कम से कम 2 डोज फाइजर या मॉडर्ना वैक्सीन की, या एक डोज जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन लगी थी।सीआरआरटी एक ऐसी डायलिसिस प्रक्रिया है जो बहुत गंभीर रूप से बीमार मरीजों को दी जाती है, खासकर आईसीयू मेंउन्होंने पाया कि 65 बिना वैक्सीन वाले मरीजों (15.8 प्रतिशत) को गुर्दे प्रतिस्थापन चिकित्सा (सीआरआरटी) नामक खास तरह की डायलिसिस की जरूरत पड़ी, जबकि सिर्फ 51 वैक्सीन लगे हुए मरीजों (10.9 प्रतिशत) को ही सीआरआरटी की जरूरत पड़ी। बता दें कि सीआरआरटी एक ऐसी डायलिसिस प्रक्रिया है जो बहुत गंभीर रूप से बीमार मरीजों को दी जाती है, खासकर आईसीयू में।रिसर्च में यह भी पाया गया कि जिन मरीजों ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी, उन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सीआरआरटी की जरूरत 2.56 गुना ज्यादा थी, अस्पताल में मरने का रिस्क 5.54 गुना ज्यादा था, और टीकाकरण वाले मरीजों की तुलना में मौत का रिस्क 4.78 गुना अधिक था। -
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एवरेस्ट पर्वत शिखर पर चढ़ाई करने और वहां सफलतापूर्वक तिरंगा फहराने वाले राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के अभियान दल के सदस्यों को बृहस्पतिवार को सम्मानित किया। दस एनसीसी कैडेट (पांच पुरुष और पांच महिला), चार अधिकारी, जूनियर कमीशन प्राप्त दो अधिकारी, एक महिला कैडेट प्रशिक्षक और 10 गैर-कमीशन अधिकारियों ने 18 मई को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने की उपलब्धि हासिल की। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘रक्षा मंत्री ने कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व वाली टीम के अदम्य साहस, धैर्य और देशभक्ति का सम्मान करते हुए बिना किसी चोट के सबसे कठिन परिस्थितियों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले दल को 10 लाख रुपये का चेक प्रदान किया।'' उन्होंने एनसीसी पर्वतारोहण अभियान दल को सम्मानित किया, जिसमें औसतन 19 वर्ष की आयु के कैडेट शामिल थे। नयी दिल्ली के साउथ ब्लॉक में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेटों ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने अभियान के दौरान अपने कठोर प्रशिक्षण, सावधानीपूर्वक योजना तथा सामने आई चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया।
-
इंफाल. मणिपुर सरकार ने पायलटों का ध्यान भटकने से रोकने और उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बृहस्पतिवार को इंफाल हवाई अड्डे के 10 किलोमीटर के दायरे में ‘लेजर लाइट' के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। बयान के मुताबिक, प्रतिबंधित ‘लेजर लाइट' में लेजर पॉइंटर और लेजर शो दोनों शामिल हैं।
इंफाल पश्चिम जिले के उपायुक्त ने एक बयान में बताया, “जैसा कि इंफाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की हवाई क्षेत्र पर्यावरण प्रबंधन समिति की पिछली बैठक में चर्चा की गई थी, आम जनता को यह निर्देश दिया जाता है कि इंफाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के 10 किलोमीटर के दायरे में ‘लेजर लाइट' का उपयोग प्रतिबंधित है।” अधिकारियों ने बताया, “यह प्रतिबंध पायलटों का ध्यान भटकने से रोकने और उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है।” उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति या संगठन उपरोक्त नियम का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023, विमान नियम 1937 और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण अधिनियम, 1994 के तहत जुर्माना व कानूनी कार्रवाई की जाएगी। - नयी दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि इस सप्ताह फिर से गति पकड़ने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य तिथियों से काफी पहले 25 जून तक दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकतर भागों में पहुंचने की उम्मीद है।मानसून 24 मई को केरल पहुंचा, जो 2009 के बाद से भारतीय धरती पर इतने पहले पहुंचा है। वर्ष 2009 में यह 23 मई को केरल पहुंचा था।अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में निम्न-दबाव वाले मजबूत तंत्र के कारण मानसून अगले कुछ दिन में तेजी से बढ़ा और 29 मई तक मुंबई सहित मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर तक पहुंच गया।हालांकि, यह 28-29 मई से 10-11 जून तक रुका रहा और फिर से सक्रिय हो गया।जून की शुरुआत से बारिश की कमी के कारण तापमान में तेज वृद्धि हुई, जिससे 8-9 जून से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी की स्थिति पैदा हो गई।आईएमडी के विस्तारित अवधि पूर्वानुमान के अनुसार, अब मानसून 18 जून तक मध्य और पूर्वी भारत के शेष हिस्सों तथा उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों को कवर कर लेगा।इसके 19 जून से 25 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ने की उम्मीद है।आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि मानसून के 27 जून की सामान्य शुरुआत की तारीख से पहले 22-23 जून तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है।मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून की शुरुआत की तारीख सीधे तौर पर कुल मौसमी वर्षा से संबंधित नहीं है। केरल या मुंबई में मानसून का जल्दी या देरी से आना जरूरी नहीं कि देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की प्रगति का संकेत हो।उनका कहना है कि मानसून जटिल वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों से प्रभावित होता है, जिसमें महत्वपूर्ण परिवर्तनशीलता होती है।मई में, आईएमडी ने पूर्वानुमान व्यक्त किया था कि भारत में जून-सितंबर मानसून के मौसम के दौरान 87 सेंटीमीटर की दीर्घ अवधि औसत वर्षा का 106 प्रतिशत प्राप्त होने की संभावना है।इस 50 वर्षीय औसत के 96 और 104 प्रतिशत के बीच बारिश को ‘सामान्य’ माना जाता है।लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के आस-पास के इलाकों, पूर्वोत्तर और बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के कुछ अलग-अलग इलाकों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की जा सकती है। मानसून भारत के कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, जिस पर लगभग 42 प्रतिशत आबादी की आजीविका टिकी है और जो सकल घरेलू उत्पाद में 18.2 प्रतिशत का योगदान देता है।
-
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अहमदाबाद विमान हादसे में जिंदा बचने वाले एकमात्र यात्री विश्वास कुमार से मुलाकात की। पीएम मोदी ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल जाकर उनका हालचाल भी जाना। इस दौरान पीएम मोदी ने दिशानिर्देश दिए कि उनके इलाज में किसी तरह की कोई कोताही न बरती जाए और उनका बेहतर से बेहतर इलाज किया जाए।
पीएम मोदी ने अहमदाबाद विमान हादसे के दुर्घटना स्थल का जायजा भी लियाइसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद विमान हादसे के दुर्घटना स्थल का जायजा लिया। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। पीएम ने प्रभावित स्थल और क्षतिग्रस्त भवन का निरीक्षण कर विस्तृत जानकारी ली।ज्ञात हो गुरुवार, 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान AI 171 हादसे का शिकार हो गया। यह विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।बताना चाहेंगे एअर इंडिया ने आधी रात बाद पुष्टि की कि दुर्घटना में बोइंग 787-8, एअर इंडिया की उड़ान 171 में सवार कुल 241 लोग मारे गए हैं, जिनमें 12 चालक दल के सदस्य शामिल हैं। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है।12 जून, 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए संचालित होने वाली इस उड़ान में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली नागरिक और एक कनाडाई नागरिक सवार थे। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए एक समर्पित यात्री हॉटलाइन नंबर, 1800 5691 444 स्थापित किया है।देश के बाहर से कॉल करने वाले लोग +91 8062779200 पर संपर्क कर सकते हैं। जीवित बचा व्यक्ति भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक बताया गया है। विमान का संचालन कैप्टन सुमित सभरवाल कर रहे थे। 8,200 घंटों की उड़ान का अनुभव रखने वाले सुमित लाइन ट्रेनिंग कैप्टन थे। उनकी सहायता फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर कर रहे थे, उन्हें 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव प्राप्त था। - मुंबई। इजराइल के ईरान पर हमला करने और उसके बाद ईरानी हवाई क्षेत्र को बंद किए जाने के बाद शुक्रवार को एअर इंडिया की लंबी और बहुत लंबी दूरी की 16 उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। एयरलाइन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।निजी विमानन कंपनी एअर इंडिया ने एक यात्रा परामर्श में यह भी कहा कि यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उड़ानों की व्यवस्था की जा रही है।इजराइल ने शुक्रवार को ईरान की राजधानी तेहरान पर हमला किया, जिसमें ईरान के परमाणु संयंत्रों, बैलिस्टिक मिसाइल कारखानों और सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया गया।एअर इंडिया ने कहा कि ईरान में उभरते हालात, उसके बाद उसके हवाई क्षेत्र को बंद करने और हमारे यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर, एअर इंडिया की कुछ उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया जा रहा है या वे अपने मूल स्थान पर लौट रही हैं।एअर इंडिया ने कहा कि उसकी उड़ान संख्या एआई130 – लंदन हीथ्रो-मुंबई को वियना, एआई102 – न्यूयॉर्क-दिल्ली को शारजाह, जबकि एआई116 – न्यूयॉर्क-मुंबई को जेद्दाह की ओर मोड़ दिया गया है।एयरलाइन के अनुसार, इसके अलावा उड़ान संख्या एआई2018 – लंदन हीथ्रो-दिल्ली को मुंबई की ओर मोड़ दिया गया है, जबकि एआई129 – मुंबई-लंदन हीथ्रो और एआई119 – मुंबई-न्यूयॉर्क को मुंबई वापस लाया जा रहा है।एयरलाइन ने कहा कि दिल्ली से वाशिंगटन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई103 दिल्ली वापस आ रही है, और एआई106 – नेवार्क-दिल्ली को वियना की ओर मोड़ा जा रहा है।
- मुंबई ।एअर इंडिया ने अहमदाबाद में विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली और गैटविक (लंदन) हवाई अड्डों पर सहायता केंद्र स्थापित किए हैं। एयरलाइन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।एअर इंडिया ने एक बयान में कहा कि ये केंद्र परिवार के सदस्यों को अहमदाबाद की यात्रा की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।लंदन जाने वाला बोइंग 787-8 विमान बृहस्पतिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद विमान में भीषण आग लग गई, जिससे देश की सबसे भयावह हवाई दुर्घटनाओं में से एक में 241 लोगों की मौत हो गई।एयरलाइन ने बयान में कहा कि उड़ान संख्या एआई171 में सवार लोगों के परिवारों और प्रियजनों की जरूरतों का ख्याल रखने और सहायता प्रदान करने के लिए चार हवाई अड्डों पर मित्र और रिश्तेदार सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं।इसके अलावा, एयरलाइन ने भारत से कॉल करने वालों के लिए एक विशेष यात्री हॉटलाइन नंबर 1800 5691 444 तथा भारत के बाहर से कॉल करने वालों के लिए +918062779200 शुरू किया है।
- नयी दिल्ली / जीई एयरोस्पेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अहमदाबाद में विमान दुर्घटना की जांच के लिए एयर इंडिया का सहयोग करने के लिए तैयार है। लंदन जाने वाले बोइंग 787 विमान में जीई इंजन लगा था।जीई एयरोस्पेस के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हमने अपनी आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम को सक्रिय कर दिया है। हम अपने ग्राहक और जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।” प्रवक्ता ने कहा, “हम एयर इंडिया की उड़ान ‘एआई-171' के दुर्घटनाग्रस्त होने से बेहद दुखी हैं। हम प्रभावित परिवारों और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।” बृहस्पतिवार दोपहर उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान में 12 चालक दल के सदस्यों सहित 242 लोग सवार थे।
- मसूरी/ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विकसित भारत के निर्माण में नौकरशाहों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए आईएएस अधिकारी के रूप में पदोन्नत हुए पीसीएस अधिकारियों से बृहस्पतिवार को आम लोगों की सेवा करने और उनके जीवन में गुणात्मक बदलाव लाने की अपील की। यहां स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों के रूप में पदोन्नत पीसीएस अधिकारियों के 127वें प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि लोगों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन लाना ही नौकरशाहों का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे शासन में नवाचार और पारदर्शिता को प्रभावी उपकरण के रूप में अपनाएं ताकि समाज की बेहतरी सुनिश्चित हो सके और आमजन की अपेक्षाओं की पूर्ति की जा सके। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विशेषकर वंचित और हाशिए पर खड़े लोग प्रशासन से यह आशा रखते हैं और अधिकारियों का दायित्व है कि वे करुणा, निष्पक्षता और कर्तव्यबोध के साथ उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरें। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को "कर्मयोगी" कहकर संबोधित किया तथा उनसे आग्रह किया कि वे देश की प्रगति और जनकल्याण के लिए सक्रिय और संवेदनशील भूमिका निभाएं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि एक सच्चा लोकसेवक वही है, जिसकी सेवा का भाव हर नागरिक को यह महसूस कराए कि वह सुना और समझा गया है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे हर समस्या को व्यक्तिगत दायित्व मानते हुए समाधान सुनिश्चित करें और न्याय के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि सच्ची संतुष्टि व्यक्तिगत उपलब्धियों में नहीं, बल्कि दूसरों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में है।
- मुंबई / केंद्र सरकार एअर इंडिया विमान दुर्घटना के मद्देनजर विमानन सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति गठित करेगी। लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एक आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे। नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) की ओर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुरूप विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने हादसे की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले नायडू ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, “इसके अलावा, सरकार इस घटना की गहन जांच के लिए विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर रही है।” उन्होंने बताया, “समिति विमानन सुरक्षा को मजबूत करने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए काम करेगी।”
- अहमदाबाद / सावजीभाई टिंबाडिया भगवान का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे, क्योंकि बृहस्पतिवार को अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान में न बैठने के उनके फैसले ने उनकी जान बचा ली। टिंबाडिया ने एक टेलीविजन चैनल से कहा, ‘‘मैं अपने जीवन के लिए स्वामीनारायण का ऋणी हूं और मुझे बचाने के लिए सभी देवी-देवताओं का धन्यवाद करता हूं।'' टिंबाडिया ने कहा, ‘‘लंदन में रहने वाले मेरे बेटे ने पहले ही इस उड़ान की बुकिंग करा ली थी। मुझे भी एक सीट नंबर आवंटित किया गया था, लेकिन मैंने अपनी यात्रा चार दिन के लिए टाल दी।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता था कि यह फैसला मेरी जान बचा लेगा। दुर्घटना के बाद, मेरे बेटे ने मुझे लंदन से फोन किया और बताया कि इस जीवन में मेरे अच्छे कर्मों ने मुझे बचा लिया।'' एअर इंडिया का लंदन जा रहा विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यहां एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे।
- वाराणसी / अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बृहस्पतिवार को वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर 1,100 दीप जलाकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई। गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर 1,100 दीप जलाकर अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। संस्था के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि हादसे में मृत लोगों को काशी में मां गंगा की आरती के माध्यम से भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। आरती में शामिल हजारों श्रद्धालुओं ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। लंदन जा रहा एअर इंडिया का एक विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यहां एक आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे।
- नई दिल्ली / अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में बृहस्पतिवार को एअर इंडिया के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण एमबीबीएस के कम से कम पांच छात्रों, एक पीजी रेजिडेंट डॉक्टर और एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक मेडिकल छात्र घायल हो गए। अखिल भारतीय चिकित्सा संघ (एफएआईएमए) ने यह जानकारी दी। एफएआईएमए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिव्यांश सिंह ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर तलाशी अभियान अभी भी जारी है और मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। उन्होंने कहा, ‘‘जो शव बरामद हुए हैं, वे पूरी तरह जले हुए हैं। ''डॉ. सिंह ने कहा, ‘‘हादसे में अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के कम से कम पांच मेडिकल छात्र, एक पीजी रेजिडेंट डॉक्टर और एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक मेडिकल छात्र घायल हो गए।'' उन्होंने कहा, ‘‘अब तक मुझे जो जानकारी मिली है उसके अनुसार विमान अपना संतुलन खोकर बीजे मेडिकल कॉलेज के पुरुष छात्रावास की इमारत के ऊपर गिरा। चूंकि, यह दोपहर के भोजन का समय था, इसलिए अधिकतर छात्र और रेजिडेंट डॉक्टर भोजन के लिए वहां मौजूद थे। '' दुर्घटना के कई घंटे बाद भी मरने वालों की कोई आधिकारिक संख्या नहीं जारी की गई है।एअर इंडिया का लंदन जा रहा विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यहां एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे।