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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ शनिवार को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरोजिनी नगर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से तैयार की गई ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले बैच का फ्लैग ऑफ करेंगे। यह दिन न केवल उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि भारत की रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भरता के संकल्प को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस, जो विश्व की सबसे तेज और घातक सटीक प्रहार क्षमता वाली ‘ब्रह्मोस’ सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली की निर्माता है, ने लखनऊ की नई इंटीग्रेशन एंड टेस्ट सुविधा से मिसाइल सिस्टम की पहली खेप सफलतापूर्वक तैयार कर ली है। यह अत्याधुनिक यूनिट 11 मई को उद्घाटन के बाद पूरी तरह संचालन में आई थी। यहां मिसाइल इंटीग्रेशन, टेस्टिंग और अंतिम गुणवत्ता परीक्षण की सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। सफल परीक्षण के बाद मिसाइलें भारतीय सशस्त्र बलों के लिए तैनाती के लिए तैयार की जाती हैं।कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री बूस्टर भवन का उद्घाटन करेंगे तथा बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी देखेंगे। इसी क्रम में एयरफ्रेम और एवियोनिक्स, वारहेड भवन में पीडीआई (प्री डिस्पैच इंस्पेक्शन) तथा ब्रह्मोस सिम्युलेटर उपकरणों का प्रेजेंटेशन किया जाएगा। इसके अलावा इस अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम, स्टोरेज ट्रॉली प्रदर्शन, जीएसटी बिल प्रस्तुतीकरण और मोबाइल ऑटोनमस लॉन्चर का प्रदर्शन भी आयोजित होगा। कार्यक्रम के दौरान डीजी (ब्रह्मोस) डॉ. जयतीर्थ आर. जोशी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चेक और जीएसटी बिल सौंपेंगे, जिससे राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त होगा।ब्रह्मोस मिसाइलों के उत्पादन से उत्तर प्रदेश को निरंतर जीएसटी आय प्राप्त होगी और उच्च कौशल वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। सरोजिनी नगर के भटगांव स्थित अत्याधुनिक ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। यहां मिसाइलों के असेंबली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग का कार्य उच्च तकनीकी मानकों के अनुरूप किया जाता है। इस यूनिट से पहली खेप के रवाना होने के साथ ही प्रदेश ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के अभियान में एक सशक्त साझेदार बन गया है।लखनऊ ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर की पहली ऐसी सुविधा है, जहां मिसाइल सिस्टम के निर्माण से लेकर अंतिम परीक्षण तक की पूरी प्रक्रिया देश में ही की जाती है। यह परियोजना न केवल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रदेश में रोजगार, निवेश और तकनीकी नवाचार के नए अवसर भी सृजित कर रही है।एक अधिकारी ने बताया कि ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने भारतीय सशस्त्र बलों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता में तेजी से विस्तार किया है। लखनऊ का यह मैन्युफैक्चरिंग सेंटर न केवल भारतीय सेना की आवश्यकताओं को समयबद्ध रूप से पूरा करेगा, बल्कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय निर्यात बाजार की मांगों को भी पूरा करने में सक्षम होगा।लखनऊ में स्थापित यह समर्पित ब्रह्मोस यूनिट उत्तर प्रदेश को भारत के अगले एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यहां विकसित की जा रही अत्याधुनिक तकनीक भविष्य में ब्रह्मोस एयरोस्पेस को और भी उन्नत वेरिएंट के मिसाइल सिस्टम विकसित करने में मदद करेंगी। -
झांसी (उत्तर प्रदेश). रेलवे के मंडल मुख्यालय से नगदी संग्रह कर बैंक में जमा करने निकला सीएमएस इन्फो सिस्टम लिमिटेड का एक कर्मचारी करीब69 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। इस संबंध में नवाबाद थाना में मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। कंपनी के ग्वालियर प्रबंधक गौरव गर्ग की शिकायत पर दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी अंशुल साहू, निवासी प्रेमनगर (कसाईबाबा), 10 से 12 अक्टूबर तक की नगदी रेलवे स्टेशन से एकत्र कर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, स्टेशन शाखा में जमा करने निकला था। लेकिन वह बैंक नहीं पहुंचा और 69,78,642 रुपये लेकर फरार हो गया। गौरव गर्ग ने आरोपी कर्मचारी की पहचान से जुड़े दस्तावेज पुलिस को सौंप दिए हैं।
थाना नवाबाद के प्रभारी जे.पी. पाल ने बताया कि आरोपी अंशुल साहू के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, "आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।" - अयोध्या (उप्र)/ अयोध्या में आगामी दीपोत्सव को लेकर भक्तों का उत्साह चरम पर है। अधिकारियों और होटल मालिकों ने बृहस्पतिवार को बताया कि राम मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन ‘स्लॉट' 29 अक्टूबर तक लगभग पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। पिछले आठ वर्षों में अयोध्या का दीपोत्सव विश्व प्रसिद्ध आयोजन बन चुका है। सरयू नदी के किनारे और प्रमुख मंदिरों में लाखों दीप जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए हैं। राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, ‘‘इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में ऑनलाइन बुकिंग हुई हैं। बुकिंग खुलने के कुछ ही घंटों में हजारों पास बुक हो गए। ‘राम दरबार' दर्शन के लिए ऑनलाइन ‘स्लॉट' 29 नवंबर तक पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। ऑनलाइन पास की अगली बुकिंग 29 अक्टूबर की आधी रात को फिर से शुरू होगी।'' ट्रस्ट ने बताया कि रामलला और राजा राम दरबार के दर्शन को आसान और सुव्यवस्थित बनाने के लिए प्रतिदिन करीब 300 ऑनलाइन और 3,000 ऑफलाइन वीआईपी पास जारी किए जा रहे हैं। इसने बताया कि इन पासों में सुबह और शाम की आरती के स्लॉट शामिल होते हैं। वीआईपी दर्शन की बढ़ती मांग के कारण ट्रस्ट कार्यालय व हेल्पलाइन पर कॉल करने व पूछताछ करने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। आतिथ्य क्षेत्र में भी जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। अयोध्या के अधिकांश होटल दीपोत्सव सप्ताह के लिए पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। विशेष रूप से 18 और 19 अक्टूबर की बुकिंग पूरी तरह से भर गई है। एक स्थानीय होटल मालिक विशाल गंजूर ने बताया, ‘‘लोग रोजाना बुकिंग के लिए हमसे पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन इस महीने के अंत तक हमारे सभी कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं।" भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की स्मृति में मनाया जाने वाला दीपोत्सव हर वर्ष अयोध्या का प्रमुख पर्व होता है। इस बार देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। दिवाली, अयोध्या के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि रामायण के अनुसार यही वह दिन था जब भगवान राम, देवी सीता और लक्ष्मण वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटे थे। यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। हर वर्ष की तरह, इस बार भी अयोध्या शहर को अनगिनत मिट्टी के दीयों से रोशन किया जाएगा, जो भगवान राम के स्वागत की पौराणिक कथा को जीवंत करता है। इस वर्ष दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी और दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। पूरा शहर भव्य लाइटिंग, विषय आधारित सजावट और रामायण के दृश्यों पर आधारित सांस्कृतिक झांकियों से सजाया जा रहा है।
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नयी दिल्ली. दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अपने जनसंपर्क और सोशल मीडिया प्रबंधन के लिए पहली बार एक बाहरी एजेंसी को नियुक्त करने का फैसला किया है। संस्थान ने एक आधिकारिक आदेश में कहा कि एजेंसी को एम्स दिल्ली में “अभिलेखागार संग्रहालय” के अवस्थापन और रखरखाव में सहयोग की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी। यह आदेश 14 अक्टूबर को जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि एजेंसी की नियुक्ति के लिए निविदा सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पोर्टल पर जारी की जाएगी और नियुक्ति प्रक्रिया 31 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। आदेश में कहा गया है, ‘‘पारंपरिक एवं डिजिटल मंच के माध्यम से संस्थागत संचार को मजबूत करने, जन सहभागिता बढ़ाने और विश्वसनीय जानकारी का प्रभावी प्रसार सुनिश्चित करने की जरूरत के लिहाज से यह निर्णय लिया गया है कि दिल्ली एम्स में व्यापक जनसंपर्क तथा सोशल मीडिया प्रबंधन सेवाओं के लिए एक विशेष एजेंसी की नियुक्ति की जाए।'' आदेश के मुताबिक, एजेंसी मीडिया संबंधों, प्रेस विज्ञप्तियों और सार्वजनिक सूचना अभियानों को “तैयार करने और क्रियान्वित करने” के लिए संस्थान के मीडिया प्रकोष्ठ के साथ समन्वय करेगी। आदेश के अनुसार, एजेंसी सभी प्रमुख सोशल मीडिया मंचों पर संस्थान की उपस्थिति का प्रबंधन करेगी और दिल्ली एम्स के बारे में डिजिटल भावनाओं की निगरानी करते हुए ‘उच्च-गुणवत्ता, समयबद्ध सामग्री एवं सक्रिय सहभागिता' सुनिश्चित करेगी। आदेश में कहा गया है कि एजेंसी नियमित अपडेट के अलावा, प्रमुख संस्थागत घोषणाओं, संकट संचार सहायता और जन स्वास्थ्य सलाह का भी समन्वय करेगी। संस्थान ने अपने आदेश में कहा कि एजेंसी सभी मीडिया और संचार गतिविधियों का विश्लेषण एवं प्रभावी आकलन भी करेगी। एम्स ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग तथा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ), क्यूएस रैंकिंग आदि जैसे सर्वेक्षणों के लिए समय पर एवं संगठित तरीके से डेटा उपलब्ध कराने के महत्व को स्वीकार किया है। उसने कहा कि विविध स्रोतों से एकत्रित डेटा की सटीकता और सही प्रारूप का अनुपालन भी महत्वपूर्ण है।
संस्थान ने कहा, ‘‘हालांकि, एम्स के अध्यापक और अधिकारी उपयुक्त डेटा के संग्रह में मार्गदर्शन कर सकते हैं, लेकिन वे आमतौर पर अपने नियमित कार्यों में अत्यधिक व्यस्त रहते हैं, जिसके कारण डेटा जमा करने की समय-सीमा अक्सर चूक जाती है।'' एम्स ने कहा कि इसलिए एजेंसी आवश्यकतानुसार इन गतिविधियों के लिए डेटा संग्रह और मिलान में सहायता और समन्वय करेगी। -
मुंबई. मुंबई में जालसाजों ने खुद को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बताकर 72 वर्षीय एक व्यवसायी को ‘डिजिटल अरेस्ट' का शिकार बनाया तथा उनसे कथित तौर पर 58 करोड़ रुपये ठग लिए। एक पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि 58 करोड़ रुपये की यह ठगी ‘डिजिटल अरेस्ट' से जुड़े मामले में किसी व्यक्ति से की गई सबसे बड़ी ठगी में से एक हो सकती है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर रहे महाराष्ट्र साइबर विभाग ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ‘डिजिटल अरेस्ट' तेजी से बढ़ता साइबर अपराध है, जिसमें जालसाज खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी या सरकारी एजेंसियों का कर्मचारी बताते हैं और ऑडियो/वीडियो कॉल के जरिये पीड़ितों को ऑनलाइन बंधक बनाकर तथा डरा-धमकाकर पैसे देने का दबाव बनाते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि मौजूदा मामले में जालसाजों ने ईडी और सीबीआई कर्मियों के रूप में 19 अगस्त से आठ अक्टूबर के बीच व्यवसायी से संपर्क किया और दावा किया कि उनका नाम धन शोधन एक मामले में सामने आया है। अधिकारी के मुताबिक, जालसाजों ने व्यवसायी और उनकी पत्नी को वीडियो कॉल के जरिये ‘डिजिटल अरेस्ट' कर डराया-धमकाया तथा अपने बताए बैंक खातों में पैसा जमा करने को कहा। अधिकारी के अनुसार, पीड़ित व्यवसायी ने लगभग दो महीने के भीतर आरटीजीएस के माध्यम से कई बैंक खातों में 58 करोड़ रुपये अंतरित किए। उन्होंने बताया कि व्यवसायी को जब एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उन्होंने साइबर पुलिस से शिकायत की। अधिकारी ने बताया कि साइबर विभाग ने घटना के सिलसिले में पिछले हफ्ते भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने वित्तीय लेनदेन का विश्लेषण किया और पाया कि पैसा कम से कम 18 बैंक खातों में अंतरित किया गया था। अधिकारी के मुताबिक, साइबर पुलिस ने तुरंत बैंक से संपर्क कर संबंधित खातों में अंतरित की गई राशि को ‘फ्रीज' करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने धोखाधड़ी में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैl
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पुणे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर' को भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का बेहतरीन उदाहरण बताते हुए कहा कि इस मिशन के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा इस्तेमाल किए गए अधिकतर उपकरण स्वदेशी थे। सिंह ने कहा कि भारत ने अब ‘‘उस बाधा को तोड़ दिया है'' जो आजादी के बाद से बनी हुई थी और सरकार ने देश के भीतर हथियारों के निर्माण को जोर शोर से बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रक्षा उत्पादन 46,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2029 तक घरेलू रक्षा विनिर्माण को तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना और रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। केंद्रीय मंत्री ने पुणे में ‘सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी' के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। शुरुआती दौर में यह मुश्किल था क्योंकि हम पूरी व्यवस्था को बदलने की कोशिश कर रहे थे। आजादी के बाद से हम हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर थे। हमारे लिए विदेशों से रक्षा उपकरण खरीदना एक जरूरत बन गई थी और स्वदेशी उत्पादन लगभग न के बराबर था।'' मंत्री ने कहा कि भारत ने अब ‘‘उस बाधा को तोड़ दिया है'' जो आजादी के बाद से बनी हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देश में ही हथियारों के निर्माण को जोर शोर से बढ़ावा दिया है। यह बिल्कुल भी आसान नहीं था क्योंकि देश रक्षा खरीद के मामले में एक सुविधाजनक स्थिति में पहुंच गया था। हम दूसरे देशों से हथियार खरीदने के आदी हो गए थे।'' सिंह ने कहा कि न तो घरेलू स्तर पर हथियारों का उत्पादन करने की ‘‘राजनीतिक इच्छाशक्ति'' थी और न ही रक्षा निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कोई कानूनी ढांचा था। रक्षा मंत्री ने बताया कि देश के युवाओं में इस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करने की प्रेरणा का भी अभाव था। उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति हमारे लिए अनुकूल नहीं बल्कि प्रतिकूल थी। लेकिन ऐसी परिस्थितियों में भी हम रुके नहीं। हमने रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव कदम उठाए और आज उन प्रयासों के स्पष्ट परिणाम सामने आ रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘आपने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी देखी होगी। ऑपरेशन सिंदूर भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का सबसे बेहतरीन उदाहरण है क्योंकि सशस्त्र बलों द्वारा इस्तेमाल किए गए अधिकतर उपकरण स्वदेशी थे।'' पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने इस वर्ष मई में नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘‘करिश्माई नेतृत्व'' स्पष्ट तौर पर उभरकर सामने आया था। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम' यानी पूरी दुनिया एक परिवार है, की अवधारणा को बढ़ावा देता रहा है और यह एकमात्र देश है जो इस संदेश का प्रसार करता है। हम जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पड़ोसी देश के आतंकवादियों ने पहलगाम में भारतीय नागरिकों का धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी। फिर भी भारतीय सशस्त्र बलों का संयम देखिए, जब हमने उन्हें मारा तो वह धर्म के आधार पर नहीं बल्कि उनके कर्मों के आधार पर मारा।'' उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रक्षा उत्पादन 46,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जिसमें निजी क्षेत्र का योगदान 33,000 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य 2029 तक घरेलू रक्षा विनिर्माण को तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना और साथ ही रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है।'' सिंह ने वर्तमान समय में कौशल के महत्व पर जोर दिया और कहा कि युवा वैश्विक परिवर्तन के केंद्र में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस निरंतर बदलती दुनिया में जहां हर दिन नयी तकनीकें उभरती हैं और पुरानी चीजों की जगह ले रही हैं, ऐसे में कौशल ही सबसे जरूरी है। वर्तमान परिदृश्य में केवल कौशल होना ही काफी नहीं है, उस कौशल को आजमाने की क्षमता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।'' उन्होंने कहा कि ज्ञान का वास्तविक जीवन में उपयोग किया जाना चाहिए। सिंह ने कहा, ‘‘भारत को एक युवा राष्ट्र होने का फायदा है और अगर हमारे युवाओं के पास सही कौशल है, तो भारत को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। अगर कौशल का साथ मिले तो हमारा जनसांख्यिकीय लाभांश और भी मजबूत हो जाएगा।'' मंत्री ने बताया कि 2014 के बाद भारत ‘‘नए भारत'' के दृष्टिकोण की ओर बढ़ा और प्रधानमंत्री मोदी लगातार स्किल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसी पहलों की बात करते रहे। सिंह ने कहा, ‘‘उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) समझा कि अगर भारत को आत्मनिर्भर बनना है, तो उसके युवाओं को कुशल होना होगा। 2014 में सत्ता में आने के बाद हमने एक समर्पित मंत्रालय की स्थापना करके कौशल विकास को बढ़ावा दिया।'' महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी दीक्षांत समारोह में उपस्थित थे। -
नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि आर्थिक अपराधियों, साइबर अपराधियों, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल लोगों और अन्य सभी भगोड़ों के प्रति कठोर रवैया अपनाया जाना चाहिए ताकि उन्हें भारतीय न्याय प्रणाली के दायरे में लाया जा सके। सीबीआई द्वारा यहां आयोजित ‘भगोड़ों का प्रत्यर्पण - चुनौतियां और रणनीतियां' विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, शाह ने सभी राज्यों से कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की जेल कोठरी स्थापित करने का भी आग्रह किया ताकि विदेशी अदालतों में भगोड़ों द्वारा दी जाने वाली निम्न स्तर की जेल की दलीलों को खारिज किया जा सके। उन्होंने कहा कि न केवल भ्रष्टाचार, अपराध और आतंकवाद के विरुद्ध, बल्कि भारत के बाहर से सक्रिय अपराधियों के विरुद्ध भी कतई बर्दाश्त नहीं करने का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी भगोड़ों को कानून के दायरे में लाने और इसके लिए एक निश्चित तंत्र स्थापित करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘चाहे वे आर्थिक अपराधी हों, साइबर अपराधी हों, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हों या संगठित अपराध नेटवर्क का हिस्सा हों, प्रत्येक भगोड़े के विरुद्ध कठोर रवैया अपनाया जाना चाहिए ताकि उन्हें भारतीय न्याय प्रणाली के समक्ष लाया जा सके। इसके लिए समय आ गया है।'' गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने इसके लिए अचूक उपाय किए हैं ताकि कोई भी अपराधी कानून की पकड़ से बच न पाए। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, एक सशक्त भारत न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए, बल्कि कानून के शासन को भी मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।'' शाह ने कहा कि अपराध और अपराधियों की चालें चाहे कितनी भी तेज क्यों न हों, न्याय की पहुंच उससे भी तेज होनी चाहिए। जुलाई 2024 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानूनों का जिक्र करते हुए, गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार अनुपस्थिति में मुकदमा चलाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी व्यक्ति को भगोड़ा घोषित कर दिया जाता है, तो अदालत उसके बचाव के लिए वकील नियुक्त करके उसकी अनुपस्थिति में भी मुकदमा चला सकती है। एक बार जब उसे भगोड़ा घोषित कर दिया जाता है, तो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत उसकी स्थिति में काफी बड़ा बदलाव आता है। हम किसी भी भगोड़े को, चाहे वह कहीं भी हो, देश में कानून के कठघरे में खड़ा कर पाएंगे।'' गृह मंत्री ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, सरकार ने कई प्रणालियां अपनाई हैं, जिनमें 2018 में भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम बनाना भी शामिल है, जिससे सरकार को भगोड़ों की संपत्ति जब्त करने का अधिकार मिल गया है। उन्होंने कहा, ‘‘लगभग चार वर्षों के भीतर, हमने लगभग दो अरब डॉलर की वसूली की है, जो एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हमें आगे भी इसमें और तेजी लानी होगी।'' उन्होंने कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) को भी और अधिक सुदृढ़ बनाया गया है और 2014 से 2023 के बीच लगभग 12 अरब डॉलर मूल्य की संपत्तियां जब्त की गई हैं। शाह ने कहा कि चूंकि सीबीआई प्रत्यर्पण के लिए नामित एजेंसी है, इसलिए प्रत्येक राज्य को एजेंसी की मदद से एक इकाई स्थापित करनी चाहिए ताकि संबंधित राज्य से भागे भगोड़ों को वापस लाने के लिए एक तंत्र बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भगोड़ों को पकड़ने के लिए एक विशेष वैश्विक संचालन केंद्र स्थापित किया है, जो दुनिया भर के पुलिस बलों के साथ वास्तविक समय में समन्वय कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनवरी से सितंबर 2025 के बीच 189 रेड नोटिस जारी किए गए हैं, जो सीबीआई की स्थापना के बाद से सबसे अधिक हैं। शाह ने कहा, ‘‘यह दर्शाता है कि जब एक प्रणाली लागू होती है, तो बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।''
अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग के लिए सीबीआई द्वारा स्थापित ऑनलाइन पोर्टल ‘भारतपोल' के बारे में गृह मंत्री ने कहा कि जनवरी 2025 में इसके गठन के बाद से इसने बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यदि राज्य पुलिस बल भी इसका अधिकतम उपयोग करें, तो हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में और भी अधिक सफल होंगे।'' -
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रूस से कच्चे तेल की खरीद में कटौती का आश्वासन दिये जाने के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे के कुछ ही घंटे बाद, भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जा स्रोत के आधार को व्यापक और विविध बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना सरकार की निरंतर प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि भारत की आयात नीतियां पूरी तरह राष्ट्रीय हित से निर्देशित हैं और देश अमेरिका के साथ भी ऊर्जा संबंधों के विस्तार पर विचार कर रहा है। जायसवाल ने कहा, ‘‘स्थिर ऊर्जा मूल्य और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दोहरे लक्ष्य रहे हैं।'' जायसवाल ने कहा, ‘‘इसमें हमारी ऊर्जा आपूर्ति के स्रोत का आधार व्यापक बनाना और बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप इसमें विविधता लाना शामिल है।'' पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद भारत द्वारा रूस से पेट्रोलियम उत्पादों की निरंतर खरीद एक बड़ा मुद्दा बन गया है, जिसके परिणामस्वरूप नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों में भारी गिरावट आई है। वाशिंगटन में, ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी ने ‘‘मुझे आश्वासन दिया है कि रूस से कोई तेल खरीद नहीं की जाएगी।'' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत खरीद में तुरंत कटौती नहीं कर पाएगा, लेकिन प्रक्रिया शुरू हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह (प्रक्रिया) शुरू हो गई है। वह इसे तुरंत नहीं कर सकते। लेकिन यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी।'' जायसवाल ने कहा कि भारत द्विपक्षीय ऊर्जा संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले एक दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है।'' जायसवाल ने कहा, ‘‘वर्तमान प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। चर्चाएं जारी हैं।'' ऊर्जा खरीद पर भारत की नीति के बारे में जायसवाल ने कहा कि यह राष्ट्रीय हित से प्रेरित है। उन्होंने कहा, भारत तेल और गैस का महत्वपूर्ण आयातक है। अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना हमारी निरंतर प्राथमिकता रही है।'' जायसवाल ने कहा, ‘‘हमारी आयात नीतियां पूरी तरह से इसी उद्देश्य से निर्देशित हैं।''
ट्रपं ने कहा है कि अमेरिका चाहता है कि भारत रूसी कच्चे तेल की खरीद बंद कर दे, ताकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए वित्तीय दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वह इसे रोकें, यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करें क्योंकि वे बहुत सारे रूसियों को भी मार रहे हैं। यह एक ऐसा युद्ध है जिसे उन्हें एक हफ्ते के अंदर जीत लेना चाहिए था और अब यह चौथे साल में प्रवेश कर रहा है।'' वाशिंगटन लगातार यह कहता रहा है कि भारत रूसी कच्चे तेल की खरीद के जरिए पुतिन को युद्ध के वित्तपोषण में मदद कर रहा है। ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर शुल्क को दोगुना करके 50 प्रतिशत कर देने के बाद नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया। भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को ‘‘अनुचित और अविवेकपूर्ण'' बताया।
पिछले हफ्ते, अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद, गोर ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को ‘महत्व' देता है। द्विपक्षीय संबंधों में जारी तनाव के बीच गोर नई दिल्ली में थे।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी बातचीत की। -
नयी दिल्ली. भारत दौरे पर आईं श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने बृहस्पतिवार को लोगों से अपील की कि वे ‘‘घर एवं कार्यालय में या देशों के बीच हमेशा पुल बनाएं, बाधाएं खड़ी न करें।'' अमरसूर्या ने द्वीप देश में आर्थिक संकट के दौरान भारत द्वारा मुहैया कराई गई सहायता का जिक्र करते हुए कहा कि यह ‘‘हमारे सबसे बुरे समय में एक सच्चे मित्र द्वारा बढ़ाया गया हाथ'' था। श्रीलंका की प्रधानमंत्री अमरसूर्या ने अपने पूर्व संस्थान हिंदू कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों पड़ोसी देश सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों से बंधे हैं और भारत श्रीलंका की यात्रा में एक अटूट साझेदार है। अमरसूर्या ने दिल्ली विश्वविद्यालय के इस प्रतिष्ठित संस्थान में अपने छात्र जीवन की यादें ताजा कीं। कॉलेज की पूर्व छात्रा अमरसूर्या ने 1991 से 1994 तक दिल्ली विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की थी। अमरसूर्या 16 से 18 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। अमरसूर्या के आगमन से पहले ही परिसर में संकाय सदस्यों एवं छात्रों में काफी उत्साह देखा गया और श्रीलंकाई प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए दीवारों और गलियारों में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए। संकाय सदस्य, वर्तमान छात्र और अन्य पूर्व छात्र परिसर में एकत्र हुए।
प्रधानाचार्य अंजू श्रीवास्तव ने परिसर में अमरसूर्या का स्वागत किया।
जैसे ही अमरसूर्या कार से बाहर निकलीं, उन्होंने मुख्य भवन की पहली मंजिल पर गलियारे में मौजूद छात्रों की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया। सांगानेरिया सभागार में आयोजित समारोह में भाग लेने से पहले उन्होंने समाजशास्त्र विभाग के संकाय सदस्यों और कुछ छात्रों के साथ-साथ ‘कॉलेज संसद' के सदस्यों से भी बातचीत की। श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने बाद में छात्रों को संबोधित करते हुए उनसे कठिन प्रश्न पूछने और धारणाओं को चुनौती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा और सहानुभूति की भावना साथ-साथ चलनी चाहिए। करुणा के बिना बुद्धिमत्ता अधूरी है।'' अमरसूर्या ने लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से इसकी रक्षा करने का आह्वान किया। -
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान के बीच पहले और दूसरे चरण का नामांकन की प्रक्रिया जारी है। पहले दौर के नामांकन के लिए 17 अक्टूबर तक का समय है जबकि दूसरे चरण के लिए 20 अक्टूबर की तारीख मुख्य चुनाव आयोग ने निर्धारित की है। पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से सरकार के मंत्री व बीजेपी के नेता नितिन नवीन चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया। नितिन नवीन के नामांकन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उनके प्रस्तावक बने।
नितिन नवीन ने नामांकन के बाद किया ट्वीट, लिखा- नमन् बांकीपुर!वहीं मंत्री नितिन नवीन ने नामांकन के बाद सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि नमन् बांकीपुर! बांकीपुर विधानसभा से लगातार पांचवीं बार नामांकन करना मेरे लिए अपार गर्व, सम्मान और उत्साह का क्षण है। बांकीपुर की सम्मानित जनता एवं मेरे कार्यकर्ता साथी, आप सभी ने सदा एक अभिभावक की तरह मेरा मार्गदर्शन और स्नेह दिया है, जिसके लिए मैं हृदय से कृतज्ञ हूं। यह केवल नामांकन नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और विकास की उस यात्रा का अगला अध्याय है, जिसे हमने साथ मिलकर आगे बढ़ाया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उपस्थिति रहे।नामांकन से पहले अपने पिताजी स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की प्रतिमा पर मल्यार्पण कीनितिन नवीन ने नामांकन से पूर्व पटना के राजवंशी नगर स्थिति नवीन सिन्हा स्मृति पार्क में हरदिल अजीज पटना पश्चिम के पूर्व विधायक हमारे पूजनीय पिताजी स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक हो आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सह हमीरपुर से लोकप्रिय सांसद अनुराग ठाकुर, छत्तीसगढ़ के मंत्री पीसी चौधरी , छत्तीसगढ़ से विधायक भावना बोहरा, विधायक सुशांत शुक्ला और राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी डॉ. संजय मयूख संग वरिष्ठ नेतागण उपस्थित रहे।नितिन नवीन ने गोलघर के निकट स्थित श्री श्री अखंडवासिनी माता मंदिर में की पूजावहीं नितिन नवीन ने आज नामांकन से पूर्व पटना के गोलघर के निकट स्थित श्री श्री अखंडवासिनी माता मंदिर में मां अखंडवासिनी के दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मां के चरणों में नतमस्तक होकर बांकीपुर की सेवा और जनविश्वास को और सशक्त करने का संकल्प पुनः दोहराया। -
श्रीशैलम (आंध्र प्रदेश). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां नांदयाल जिले में श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वारला देवस्थानम में पूजा-अर्चना की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने पंचमुरलु (गाय के दूध, दही, घी, शहद और चीनी से बना एक पवित्र मिश्रण) से रुद्राभिषेक किया। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी उनके साथ थे। मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और 52 शक्तिपीठों में से एक है।
इस मंदिर की एक अनूठी विशेषता यह है कि एक ही परिसर में एक ज्योतिर्लिंग और एक शक्तिपीठ है। यह पूरे देश में इस तरह का पहला मंदिर है। मंदिर दर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र भी जाएंगे, जो एक स्मारक परिसर है। इसमें एक ध्यान कक्ष भी है जिसके चारों कोनों पर चार प्रतिष्ठित किलों, प्रतापगढ़, राजगढ़, रायगढ़ और शिवनेरी के मॉडल स्थापित हैं। बीच में महान राजा छत्रपति शिवाजी की गहन ध्यान मुद्रा में एक प्रतिमा स्थापित है। श्री शिवाजी स्मारक समिति द्वारा संचालित इस ध्यान कक्ष की स्थापना 1677 में छत्रपति शिवाजी की पवित्र तीर्थस्थल की ऐतिहासिक यात्रा की स्मृति में की गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री कुरनूल जाएंगे और वहां बिजली, रक्षा, रेलवे और पेट्रोलियम जैसे क्षेत्रों से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ‘सुपर जीएसटी - सुपर सेविंग्स' नामक एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें लोगों को नई पीढ़ी के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों के लाभों के बारे में बताया जाएगा। इससे पहले, कुरनूल हवाई अड्डे पर राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर, मुख्यमंत्री नायडू और अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया। -
जयपुर. बालोतरा कस्बे के पास सड़क हादसे में एक एसयूवी गाड़ी में सवार चार दोस्तों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार यह भीषण हादसा एक एसयूवी के ट्रेलर से टकराने के कारण हुआ। हादसे में एसयूवी कार में आग लग गई और उसमें सवार चार युवकों की जलने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि हादसा बालोतरा के सिणधरी क्षेत्र के सड़ा गांव के पास मेगा हाईवे पर हुआ। गुड़ामालानी तहसील के डाबड़ा गांव के पांच युवक बुधवार देर रात सिणधरी में काम के बाद घर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार उनकी एसयूवी की सामने से आ रहे ट्रेलर से भिड़ंत हो गई। टक्कर के कारण एसयूवी में आग लग गई और उसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान मोहन सिंह (35), शंभू सिंह (20), पंचा राम (22) और प्रकाश (28) के रूप में हुई है। चालक दिलीप सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया। पुलिस उपाधीक्षक (सिवाना) नीरज शर्मा ने कहा कि शव पूरी तरह से जल चुके थे और डीएनए परीक्षण के बाद ही उनकी पहचान हो पाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘पुष्टि के बाद शव परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।'' इस दुर्घटना के कारण राजमार्ग पर भीषण जाम लग गया, जो एक घंटे बाद खुल सका।
- लखनऊ. प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव-2025 में आस्था, संस्कृति और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। राम की पैड़ी समेत 56 घाटों पर जलने वाले 26 लाख दीपों की आभा जहां भक्ति-उल्लास का प्रतीक बनेगी, वहीं ‘कोरियोग्राफ्ड म्यूजिकल ड्रोन शो' और ‘3-डी होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो' श्रद्धालुओं को अनूठा अनुभव देंगे। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने ड्रोन शो और लेजर शो की प्रस्तुतियों को दो दिन (18 एवं 19 अक्टूबर) कराने का निर्णय लिया है। एक बयान में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि स्वदेश निर्मित 1,100 ड्रोन आसमान में रामायण के विभिन्न प्रसंगों की झलकियां प्रस्तुत करेंगे तथा आकाश में अद्भुत कलाकृतियां उभरकर दिव्य दृश्य प्रस्तुत करेंगी। सिंह के मुताबिक ‘3-डी होलोग्राफिक म्यूजिकल लेजर शो' दर्शकों के सामने वास्तविक प्रतीत होने वाली छवियों के माध्यम से अनुभव को यादगार बनाएंगी। मंत्री ने बताया कि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग सदैव आस्था, संस्कृति और नवाचार के समन्वय को प्राथमिकता देता आया है तथा पिछले वर्ष आयोजित दीपोत्सव में पहली बार 500 ड्रोन के माध्यम से भव्य शो किया गया था। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव-2025 को और अधिक आकर्षक एवं भव्य बनाने के उद्देश्य से 1,100 ड्रोन के जरिए अद्भुत ड्रोन शो प्रस्तुत करने की योजना बनाई गई है। पर्यटन विभाग ने दीपोत्सव से पहले 18 अक्टूबर को भी एक अतिरिक्त ड्रोन शो आयोजित करने का निर्णय लिया है। पर्यटन विभाग के अनुसार संगीत और रोशनी से सजे लेज़र शो में प्रभु श्रीराम के जीवन और आदर्शों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से चित्रित किया जाएगा। विभाग 1,100 स्वदेशी ड्रोन रामायण के विभिन्न प्रसंगों को आकाश में प्रस्तुत करेगा, जिनमें जय श्रीराम, धनुषधारी श्री राम, संजीवनी पर्वत उठाए हनुमान, रामसेतु, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जैसी कई मनमोहक आकृतियां शामिल होंगी।
- बांदा (उप्र). बांदा से सटे महोबा जिले के चरखारी कोतवाली क्षेत्र में मोबाइल फोन की दुकान संचालित करने वाले एक व्यक्ति की किसी अज्ञात बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी। महोबा जिले की अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) वंदना सिंह ने बुधवार को बताया कि चरखारी कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार की देर शाम करीब साढ़े सात बजे नौसारा गांव के नजदीक दुकानदार राजकुमार अहिरवार (28) को किसी बदमाश ने गोली मारकर घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाया। बाद में उसे झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गयी। एएसपी ने बताया कि चरखारी कस्बे से मोबाइल की दुकान बंद कर राजकुमार अपने एक साथी प्रमोद के साथ मोटरसाइकिल से अपने घर जा रहा था तभी नौसारा गांव से पहले उसे गोली मार दी गई। उन्होंने कहा, ''अब तक की जांच में लूट होने के साक्ष्य नहीं मिले हैं। हम झांसी मेडिकल कॉलेज से पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं। घटना की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं।
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नयी दिल्ली। श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या बृहस्पतिवार से तीन दिवसीय दौरे पर भारत आएंगी। शीर्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमरसूर्या आपसी हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारतीय राजनीतिक नेताओं से मिलेंगी। अमरसूर्या की भारत यात्रा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की श्रीलंका यात्रा के छह महीने बाद हो रही है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि श्रीलंका की प्रधानमंत्री की यात्रा भारत और श्रीलंका के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को जारी रखेगी, तथा गहरे और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाएगी। बयान में कहा गया, "यह भारत के 'महासागर विजन' और 'पड़ोसी प्रथम' नीति से सुदृढ़ होते हुए दोनों देशों के बीच मैत्री संबंध को और मजबूत करेगा।" मोदी ने मार्च में मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान 'ग्लोबल साउथ' के साथ भारत की भागीदारी के लिए विजन महासागर या "क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति" की घोषणा की थी। श्रीलंका की प्रधानमंत्री 'एनडीटीवी वर्ल्ड समिट' में मुख्य भाषण भी देंगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमरसूर्या (जो श्रीलंका के शिक्षा मंत्री भी हैं) शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के साथ-साथ नीति आयोग का भी दौरा करेंगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज की पूर्व छात्रा अमरसूर्या अपने शिक्षण संस्थान का भी दौरा करेंगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा, वह दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक व्यापारिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी। -
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए वित्तीय सहायता में 100 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाएं केन्द्रीय सैनिक बोर्ड के माध्यम से भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जाती हैं। मंत्रालय ने कहा कि निराश्रयता अनुदान को प्रति लाभार्थी 4,000 रुपये से दोगुना करके 8,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है, जिससे वृद्ध और गैर-पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों (ईएसएम) और 65 वर्ष से अधिक आयु की उनकी विधवाओं को आजीवन निरंतर सहायता मिलेगी। इसके अलावा, पूर्व सैनिकों के दो आश्रित बच्चों (कक्षा 1 से स्नातक तक) या दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कर रही उनकी विधवाओं के लिए शिक्षा अनुदान को भी 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति माह कर दिया गया है। विवाह अनुदान के अंतर्गत वित्तीय सहायता 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये प्रति लाभार्थी कर दी गई है। यह अनुदान पूर्व सैनिकों की अधिकतम दो पुत्रियों और विधवा पुनर्विवाह के लिए लागू है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘संशोधित वित्तीय सहायता एक नवंबर, 2025 से जमा किए गए आवेदनों पर लागू होगी, जिसका वार्षिक वित्तीय भार लगभग 257 करोड़ रुपये होगा।''
- नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में सितंबर 2025 तक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2.5 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि घातक सड़क दुर्घटनाओं में 2.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है। पुलिस ने इस निरंतर गिरावट का श्रेय “लगातार और व्यवस्थित प्रयासों” को दिया, जिसमें डेटा-आधारित, साक्ष्य-आधारित हस्तक्षेप और सड़क अवसंरचना में सुधार शामिल थे। पुलिस आंकड़ों के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या पिछले वर्ष 1,178 से घटकर 1,149 रही, जबकि इसी अवधि के दौरान घातक दुर्घटनाओं की संख्या 1,148 से घटकर 1,115 रह गई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली यातायात पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया है, जिसमें दुर्घटना के आंकड़ों का विश्लेषण, जोखिम कारकों की पहचान और इंजीनियरिंग बदलाव की सिफारिश करना शामिल है। विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) अजय चौधरी ने कहा, “सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में लगातार कमी जोखिम कारकों को लक्षित करने और उच्च जोखिम वाले स्थानों पर जीवन रक्षक उपायों की सिफारिश करने का प्रत्यक्ष परिणाम है। दिल्ली यातायात पुलिस सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।” पुलिस ने बताया कि उसका दुर्घटना शोध प्रकोष्ठ घातक दुर्घटनाओं का विश्लेषण करता है और ‘ब्लैकस्पॉट', यानी बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं के संभावित स्थानों की पहचान करता है। इसके बाद, ट्रैफिक पुलिस इंजीनियरिंग प्रकोष्ठ इन स्थलों का दौरा करके डिजाइन में सुधार और अन्य सुरक्षा उपाय सुझाता है। दिल्ली सड़क दुर्घटना रिपोर्ट, जिसे पहले दिल्ली में दुर्घटना रिपोर्ट कहा जाता था, का नाम बदलकर अब इसे 'क्रैश' रिपोर्ट किया गया है। यह बदलाव वैश्विक दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करने के लिए किया गया है, जिसमें यह माना जाता है कि इस प्रकार की घटनाएं अनिवार्य रूप से घटित होने वाली नहीं हैं बल्कि इन्हें रोका जा सकता है। इस वर्ष, यातायात पुलिस ने शहर भर में 143 उच्च जोखिम वाले स्थानों की पहचान की और सुरक्षित सड़क डिजाइन, बेहतर संकेत और सड़क मरम्मत की सिफारिश की। इसने स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों के निकट 30 से अधिक स्थानों पर गति नियंत्रण के उपाय भी प्रस्तावित किए हैं, जिनमें नए स्पीड ब्रेकर और सुरक्षित पैदल यात्री पार पथ शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों के सहयोग से 3,600 से अधिक यातायात कर्मियों को गति प्रबंधन और डेटा-आधारित प्रवर्तन तकनीकों में प्रशिक्षित किया गया है।
- नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे, जहां वह कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी श्रीशैलम में श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम और श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र के दौरे के साथ राज्य के अपने दौरे की शुरुआत करेंगे। इसके बाद मोदी कुरनूल जाएंगे, जहां वह 13,430 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण करेंगे और एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। श्रीशैलम में प्रधानमंत्री मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर में पूजा करेंगे, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और 52 शक्तिपीठों में से एक है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मंदिर की एक अनूठी विशेषता यह है कि एक ही परिसर में ज्योतिर्लिंग और शक्ति पीठ का सह-अस्तित्व है, जो इसे पूरे देश में अपनी तरह का एक विशेष मंदिर बनाता है। प्रधानमंत्री श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र का भी दौरा करेंगे। इस केंद्र में एक ध्यान कक्ष भी है, जिसमें चार प्रतिष्ठित किलों - प्रतापगढ़, रायगढ़, राजगढ़ और शिवनेरी के मॉडल प्रदर्शित हैं। इसके मध्य में छत्रपति शिवाजी महाराज की गहन ध्यान मुद्रा वाली एक मूर्ति स्थापित है। यह केंद्र श्री शिवाजी स्मारक समिति द्वारा संचालित है, जिसकी स्थापना 1677 में छत्रपति शिवाजी की पवित्र तीर्थस्थल की ऐतिहासिक यात्रा के उपलक्ष्य में श्रीशैलम में की गई थी। कुरनूल में प्रधानमंत्री मोदी लगभग 13,430 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें उद्योग, बिजली पारेषण, सड़क, रेलवे, रक्षा विनिर्माण और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस सहित प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।
- नयी दिल्ली. वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम नागराजू ने कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब मजबूत और अधिक जुझारू हो गए हैं, और हाल के समय में उनकी ऋण वृद्धि निजी बैंकों से बेहतर रही है। नागराजू ने यह टिप्पणी जालंधर में पंजाब एंड सिंध बैंक की एमएसएमई शाखा के उद्घाटन समारोह में की।उन्होंने कहा कि यह बदलाव बैंकिंग समुदाय की बढ़ती मजबूती को दर्शाता है, जिसमें समुचित जांच-पड़ताल, ऋण जोखिम मानक और परियोजना ऋण निगरानी में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। डीएफएस सचिव ने कहा, “आज ग्राहक फिर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का रुख कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि इन बैंकों ने कुशलता, पारदर्शिता और विश्वास पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया है।” बैंक की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, नागराजू ने सभी बैंकों से आग्रह किया कि वे भारत की आर्थिक वृद्धि के मुख्य चालक एमएसएमई उद्यमों और स्टार्टअप फर्मों को अधिक समर्थन दें। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि हर ग्राहक के साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए और डिजिटल एवं सेवा अनुभव निर्बाध, लचीला और समावेशी होना चाहिए। इस मौके पर पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) स्वरूप कुमार साहा ने कहा कि जालंधर का खेल उद्योग एमएसएमई आधारित विकास, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरणादायक है।
- बुलंदशहर . बुलंदशहर जिले में 22 वर्षीय एक युवक ने प्रेमिका की शादी अन्यत्र तय होने पर मंगलवार को कथित तौर पर पानी की टंकी से कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना अनूपशहर थाना क्षेत्र के सिरोरा गांव में घटी और मृतक की पहचान साजिद (22) के तौर पर की गई है। उसने बताया कि साजिद का एक युवती से प्रेम संबंध था जिसकी शादी कहीं और तय हो गई थी। इससे आहत होकर वह मंगलवार को पानी की टंकी पर चढ़ गया। अनूपशहर के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) धर्मेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया, ‘‘साजिद को पानी की टंकी पर चढ़ा देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। युवक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और उसे नीचे उतरने के लिए कहने लगे, लेकिन वह नहीं माना। साजिद की मां भी उसे मनाने पहुंची मगर उसने अनसुनी कर पानी की टंकी से छलांग लगा दी।'' उन्होंने बताया, ‘‘ साजिद को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया गया। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।'' एसएचओ शर्मा ने बताया मामले की जांच की जा रही है।
- खंडवा. मध्यप्रदेश सरकार ने मंगलवार रात मशहूर गीतकार प्रसून जोशी को खंडवा में राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान से अलंकृत किया। भारतीय सिने जगत के हरफनमौला सितारे किशोर कुमार की जन्मस्थली खंडवा में आयोजित समारोह के दौरान जोशी को वर्ष 2024 का राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंस से शामिल होते हुए किशोर कुमार के मस्ती भरे अंदाज वाले किस्सों को याद किया और उन्हें ‘मध्यप्रदेश का अनमोल रतन' करार दिया। उन्होंने गीतकार जोशी को बधाई देते हुए कहा कि वह ‘शब्दों के जादूगर' हैं और उनके लिखे गीत श्रोताओं को आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाते हैं। यादव ने राज्य के काबीना मंत्री विजय शाह की मांग पर घोषणा की कि खंडवा में राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान समारोह अब हर साल दो दिन आयोजित होगा। मुख्यमंत्री ने किशोर कुमार का मशहूर गीत ‘जिंदगी एक सफर है सुहाना' भी गुनगुनाया। सम्मान प्राप्त करने के बाद गीतकार जोशी ने राज्य सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा,‘‘जब किशोर दा का निधन हुआ तब मैं विद्यालय में पढ़ रहा था, लेकिन मैंने अपने करियर में न जाने कितने गीत यह सोचकर लिखे हैं कि काश वह जिंदा होते और मेरे लिखे गानों को अपनी आवाज देते।'' जोशी ने कहा कि किशोर कुमार के भीतर का कलाकार ‘बालसुलभ' था और उनमें यह स्वाभाविक खूबी बिना किसी प्रयास के हमेशा जीवित रही। ‘तारे जमीन पर', ‘रंग दे बसंती' और ‘भाग मिल्खा भाग' सहित कई फिल्मों के लिए मशहूर गीत लिखने वाले जोशी ने कहा, ‘‘आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आजकल तकनीक की मदद से ऐसे गीत बन रहे हैं जिन्हें न तो कोई व्यक्ति लिख रहा है, न ही कोई व्यक्ति उनका संगीत निर्देशन कर रहा है और न ही कोई व्यक्ति उन्हें गा रहा है। ऐसे वक्त में किशोर दा की बड़ी याद आती है जिनमें किसी भी तरह की कृत्रिमता और बनावट नहीं थी।'' प्रदेश सरकार सिनेमा जगत में अभिनय, पटकथा लेखन, गीत लेखन और निर्देशन के क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाली हस्तियों को हर साल राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान से नवाजती है। वर्ष 1997 में स्थापित इस सम्मान के तहत पांच लाख रुपये की सम्मान राशि और प्रशस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है। इससे पहले, यह सम्मान ऋषिकेश मुखर्जी, नसीरुद्दीन शाह, गुलजार, कैफी आजमी, बीआर चोपड़ा, अमिताभ बच्चन, गोविंद निहलानी, जावेद अख्तर, श्याम बेनेगल, यश चोपड़ा, देव आनंद, सलीम खान, समीर, प्रियदर्शन, वहीदा रहमान, अमिताभ भट्टाचार्य, धर्मेंद्र और राजकुमार हिरानी को दिया जा चुका है।
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नई दिल्ली। इंटरनेट और स्मार्टफोन ने आज के समय में सोशल मीडिया तक सभी की पहुंच को आसान बना दिया है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लागू होने से सिर्फ दो महीने पहले, इंस्टाग्राम ने बड़ा फैसला लिया है। फोटो शेयरिंग ऐप ने किशोरों के लिए उपलब्ध कंटेंट में बदलाव किया है और युवाओं के अकाउंट पर पेरेंटल कंट्रोल को सख्ती से लागू कर दिया है।
इंस्टाग्राम की मूल कंपनी, मेटा ने ग्लोबल अनाउंसमेंट की। कहा कि 13 से 18 साल के बच्चों के लिए उपलब्ध सामग्री अमेरिका की पीजी (पेरेंटल गाइडेंस)-13 रेटिंग के बराबर होगी, जिससे किशोरों के अकाउंट में हिंसक या वयस्क सामग्री सीमित हो जाएगी।कंपनी किशोरों के साथ अपने एआई इंटरैक्शन को पीजी-13 अनुभव में भी बदलेगी, क्योंकि सोशल मीडिया कंपनी के चैटबॉट्स के लिए दिशानिर्देशों में चैटबॉट को “बच्चों को रोमांटिक या अश्लील बातचीत में शामिल करने” की अनुमति देने की खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है।किशोर अब उन अकाउंट्स को भी फॉलो नहीं कर पाएंगे जिन्हें उम्र के हिसाब से अनुचित सामग्री शेयर करने वाला माना जाता है, जैसे कि वे अकाउंट जिन्होंने अपने बायो में ओनली फैंस अकाउंट्स को लिंक किया है। जो किशोर पहले से ही इन अकाउंट्स को फॉलो कर रहे हैं, वे उस सामग्री को देख या उससे इंटरैक्ट नहीं कर पाएंगे, डीएम नहीं भेज पाएंगे या टिप्पणियां नहीं देख पाएंगे। नियम में बदलाव से प्रभावित होने वाले अकाउंट्स को सूचित किया जाएगा कि किशोर अब उनके अकाउंट को फॉलो नहीं कर पाएंगे।ब्लॉक किए गए सर्च टर्म्स को शराब या खून-खराबे जैसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला तक विस्तारित किया जाएगा। द गार्जियन के मुताबिक इंस्टाग्राम की सार्वजनिक नीति की वैश्विक निदेशक, तारा हॉपकिंस ने कहा कि इन बदलावों के तहत “गे” या “ट्रांस” जैसे एलजीबीटीक्यू शब्दों को ब्लॉक नहीं किया जाएगा।माता-पिता किशोरों को पोस्ट के नीचे टिप्पणियां देखने, छोड़ने या प्राप्त करने से रोकने के लिए एक सख्त सेटिंग का उपयोग कर पाएंगे, और यह सुविधा किशोरों द्वारा की जाने वाली एआई बातचीत को भी और प्रतिबंधित करेगी। ये बदलाव मंगलवार से अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में किशोर अकाउंट्स पर धीरे-धीरे लागू होंगे और साल के अंत तक पूरी तरह से लागू हो जाएंगे। -
नई दिल्ली। गोवा के कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का बीते मंगलवार को अचानक कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। उनके परिवार ने इस खबर की पुष्टि की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवि नाइक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक समर्पित लोक सेवक बताया, जिन्होंने गोवा के विकास में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गोवा सरकार में मंत्री रवि नाइक के निधन से दुखी हूं। उन्हें एक अनुभवी प्रशासक और समर्पित लोक सेवक के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने गोवा के विकास को समृद्ध बनाया। वे विशेष रूप से वंचितों और हाशिए पर रहने वाले लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।”
रवि नाइक गोवा की राजनीति के एक दिग्गज नेता थे, जिनका राजनीतिक जीवन चार दशकों से भी अधिक लंबा रहा। उन्होंने 1980 के दशक में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और गोवा की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बन गए। नाइक दो बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे-पहली बार 1991 में कुछ समय के लिए और दूसरी बार 1994 में। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग 850 दिनों तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे 1998 से 1999 तक लोकसभा सांसद भी रहे। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने गोवा के कई महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व किया।रवि नाइक 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों से कुछ समय पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की सरकार में उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी ‘एक्स’ पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री रवि नाइक के निधन से गहरा दुख हुआ है। मुख्यमंत्री और प्रमुख विभागों के मंत्री के रूप में उनकी दशकों की सेवा ने राज्य के शासन और लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उनके नेतृत्व, विनम्रता और जनकल्याण में योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”रवि नाइक को एक ऐसे नेता के रूप में जाना जाता था जो जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़े रहते थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में वंचित और हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए लगातार काम किया। गोवा के राजनीतिक और सामाजिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा। -
-मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अस्पताल पहुंचकर घायल हुए लोगों और उनके परिजनों से मुलाकात की
नई दिल्ली। राजस्थान के जैसलमेर में मंगलवार को एक बस में आग लगने की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आर्मी स्टेशन के पास जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर चलती बस में अचानक भड़की आग ने 20 यात्रियों की जान ले ली।राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ट्वीट किया, "जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचकर जैसलमेर बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों और उनके परिजनों से मुलाकात की। डॉक्टरों से उनके उपचार की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के बाद, मैंने उन्हें हर संभव चिकित्सा सहायता और सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मैं ईश्वर से सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन सहित कई नेताओं ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया। जिला प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और डीएनए जांच के जरिए मृतकों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है।राष्ट्रपति मुर्मु ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जैसलमेर, राजस्थान में एक बस में आग लगने से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
वहीं, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने एक्स पोस्ट में लिखा, “जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर बस में आग लगने से हुई जनहानि अत्यंत हृदय विदारक है। इस हादसे में अपनों को खोने वाले परिजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें, तथा अधिक से अधिक यात्रियों की रक्षा करें।”उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने भी हादसे पर दुख जताया। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने एक्स पोस्ट में लिखा, “राजस्थान के जैसलमेर में बस में आग लगने की दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”हादसे पर पोकरण विधायक महंत प्रताप पुरी ने भी दुख जताया। उन्होंने इस घटना को हृदय विदारक और दुखद बताते हुए कहा कि इस हादसे ने पूरे देश और प्रदेश को व्यथित कर दिया है। जब उन्हें इस घटना की जानकारी मिली तो वे भी स्तब्ध रह गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिला प्रशासन से राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली। इस दर्दनाक हादसे में मौके पर ही 19 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल यात्री को जोधपुर रेफर किया गया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।उन्होंने आगे कहा कि मृतकों के शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिसके कारण पहचान करना मुश्किल हो रहा है। प्रशासन ने डीएनए जांच के जरिए शवों की पहचान कराने की प्रक्रिया शुरू की है। इस त्रासदी से परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है, हालांकि विस्तृत जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का खुलासा होगा। जिला प्रशासन और राहत दलों की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मौके पर पहुंचकर दमकल विभाग ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी भयानक थी कि पूरी बस कुछ ही मिनटों में राख हो गई।प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। जैसलमेर के कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत और एसपी अभिषेक शिवहरे ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की। जैसलमेर प्रशासन और पुलिस इस घटना की गहन जांच में जुट गए हैं। - नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। जहां वह कुरनूल में लगभग 13,430 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पीएम मोदी श्रीशैलम में भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में पूजा और दर्शन करेंगे। साथ ही छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को मनाने के लिए श्रीशैलम में श्री शिवाजी स्फूर्ती केंद्र का दौरा करेंगे।कार्यक्रम के अनुसार लगभग 11:15 बजे, वह नंदयाल जिले के श्रीशैलम में श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में पूजा और दर्शन करेंगे। इसके बाद करीब 12:15 बजे वह श्रीशैलम में श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र का दौरा करेंगे।इसके बाद प्रधानमंत्री कुरनूल जाएंगे जहां वे दोपहर लगभग 2:30 बजे लगभग 13,430 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।श्रीशैलम में पीएमपीएम भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में पूजा और दर्शन करेंगे, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और 52 शक्तिपीठों में से एक है। इस मंदिर की अनूठी विशेषता एक ही मंदिर परिसर में एक ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ का सह-अस्तित्व है, जो इसे पूरे देश में अपनी तरह का एक अनूठा मंदिर बनाता है।पीएम शिवाजी स्फूर्ति केंद्र का भी दौरा करेंगे, जो एक स्मारक परिसर है जिसमें एक ध्यान मंदिर (ध्यान कक्ष) शामिल है जिसके चारों कोनों पर चार प्रतिष्ठित किलों – प्रतापगढ़, राजगढ़, रायगढ़ और शिवनेरी – के मॉडल स्थापित हैं। इसके केंद्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की गहन ध्यान मुद्रा में एक प्रतिमा स्थापित है। यह केंद्र श्री शिवाजी स्मारक समिति द्वारा संचालित है, जिसकी स्थापना श्रीशैलम में 1677 में छत्रपति शिवाजी महाराज की इस पवित्र तीर्थस्थल की ऐतिहासिक यात्रा के उपलक्ष्य में की गई थी।कुरनूल, पीएमपीएम मोदी लगभग 13,430 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये परियोजनाएँ उद्योग, विद्युत पारेषण, सड़क, रेलवे, रक्षा विनिर्माण, और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस सहित प्रमुख क्षेत्रों में फैली हुई हैं, जो क्षेत्रीय बुनियादी ढाँचे को बढ़ाने, औद्योगीकरण को गति देने और राज्य में समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।पीएम 2,880 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से कुरनूल-III पूलिंग स्टेशन पर पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस परियोजना में 765 केवी डबल-सर्किट कुरनूल-III पूलिंग स्टेशन-चिलकलुरिपेटा ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण शामिल है, जिससे रूपांतरण क्षमता में 6,000 एमवीए की वृद्धि होगी और देश के विकास को गति देने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा का बड़े पैमाने पर संचरण संभव होगा।इस दौरान पीएम कुरनूल में ओर्वाकल औद्योगिक क्षेत्र और कडप्पा में कोप्पर्थी औद्योगिक क्षेत्र की आधारशिला भी रखेंगे, जिन पर कुल 4,920 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा। राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास एवं कार्यान्वयन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी) और आंध्र प्रदेश औद्योगिक अवसंरचना निगम लिमिटेड (एपीआईआईसी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित, ये आधुनिक, बहु-क्षेत्रीय औद्योगिक केंद्र प्लग-एंड-प्ले अवसंरचना और वॉक-टू-वर्क अवधारणा से युक्त हैं। इनसे 21,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने और लगभग एक लाख रोजगार सृजित होने की उम्मीद है, जिससे आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में औद्योगिक विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा।सड़क अवसंरचना को बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री 960 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले सब्बावरम से शीलानगर तक छह लेन वाले ग्रीनफील्ड राजमार्ग की आधारशिला रखेंगे, जिसका उद्देश्य विशाखापत्तनम में भीड़भाड़ कम करना और व्यापार एवं रोजगार को सुविधाजनक बनाना है। इसके अलावा, लगभग 1,140 करोड़ रुपये की छह सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, जिनमें पिलेरू-कलूर खंड का चार लेन का निर्माण, कडप्पा/नेल्लोर सीमा से सीएस पुरम तक चौड़ीकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग 165 पर गुडीवाड़ा और नुजेला रेलवे स्टेशनों के बीच चार लेन का रेल ओवर ब्रिज (आरओबी), राष्ट्रीय राजमार्ग 565 पर काओंगी-ओंगी 1 नदी पासपास और राष्ट्रीय राजमार्ग 544डीडी पर एन. गुंडलापल्ली शहर में बाईपास किए गए खंड का सुधार शामिल है। इन परियोजनाओं से सुरक्षा में सुधार होगा, यात्रा का समय कम होगा और पूरे आंध्र प्रदेश में क्षेत्रीय संपर्क मजबूत होगा।पीएम मोदी 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की कई प्रमुख रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं में कोट्टावलसा-विजयनगरम चौथी रेलवे लाइन और पेंडुर्ती व सिंहाचलम उत्तर के बीच रेल फ्लाईओवर का शिलान्यास, और कोट्टावलसा-बोड्डावारा खंड और शिमिलिगुड़ा-गोरपुर खंड के दोहरीकरण को राष्ट्र को समर्पित करना शामिल है। ये परियोजनाएँ भीड़भाड़ कम करेंगी, तेज़ और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेंगी, यात्रियों और माल की सुगम आवाजाही को सुगम बनाएँगी और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देंगी।



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