अमरनाथ यात्रा : अब तक 3.83 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन
नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से जारी है और अब तक 3 लाख 83 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं। इस तीर्थयात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इस बीच आज मंगलवार को जम्मू से 1,490 श्रद्धालुओं का एक और जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ। इनमें से 327 तीर्थयात्रियों को लेकर 16 वाहनों का पहला काफिला सुबह 3:25 बजे बालटाल आधार शिविर के लिए निकला, जबकि 1,163 यात्रियों के साथ 45 वाहनों का दूसरा काफिला सुबह 3:57 बजे पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुआ। यात्रा में अब केवल 12 दिन शेष रह गए हैं।
आज ‘नाग पंचमी’ के मौके पर श्रीनगर के अमरेश्वर मंदिर में भगवान शिव की पवित्र छड़ी ‘छड़ी मुबारक’ का विशेष पूजन किया गया। यह छड़ी अमरनाथ यात्रा की दिशा तय करती है और 4 अगस्त को श्रीनगर के अमरेश्वर मंदिर से गुफा मंदिर के लिए अंतिम यात्रा शुरू करेगी। यह यात्रा पंपोर, बिजबेहरा, मट्टन और पहलगाम होते हुए 9 अगस्त को पवित्र गुफा मंदिर पहुंचेगी, जहां इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा का समापन होगा।
अमरनाथ यात्रा के लिए इस बार केंद्र सरकार ने सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत किया है। सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 180 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, 8,000 से ज्यादा विशेष कमांडो को भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई थी और 9 अगस्त को समाप्त होगी। यह यात्रा समुद्र तल से 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर तक पहुंचती है। श्रद्धालु दो रास्तों से गुफा तक पहुंच सकते हैं। पहला – पारंपरिक पहलगाम मार्ग जो चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी होते हुए गुफा तक पहुंचता है और लगभग 46 किलोमीटर लंबा है। इस रास्ते से यात्रा करने में करीब 4 दिन लगते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल है, जो छोटा और कठिन है हालांकि यह केवल 14 किलोमीटर लंबा है। इस रास्ते से यात्री एक दिन में ही दर्शन कर वापस लौट सकते हैं। वहीं सुरक्षा कारणों से इस वर्ष किसी भी तीर्थयात्री के लिए हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं कराई गई है।
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