भारत के इंदिवर साईराम और विल्सन सिंह ने एशियाई एक्वाटिक्स में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता
अहमदाबाद. भारत के इंदिवर साईराम और विल्सन सिंह निंगथौजम ने सोमवार को यहां 11वीं एशियाई एक्वाटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन 10 मीटर पुरुषों की सिंक्रोनाइज्ड डाइविंग स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। भारत का कोई भी डाइविंग खिलाड़ी इससे पहले इस प्रतिष्ठित आयोजन के पदक हासिल नहीं कर पाया था। भारतीय जोड़ी यहां पदक जीतने के साथ ही अगले साल जापान के नगोया में होने वाले एशियाई खेलों में जगह बनाने की दौड़ में आ गयी है। मणिपुर के 18 वर्षीय साईराम और 32 वर्षीय विल्सन पुणे स्थित सेना खेल संस्थान (एएसआई) में प्रशिक्षण लेते हैं। भारतीय जोड़ी ने 300.66 अंकों के शानदार स्कोर के साथ कांस्य पदक हासिल किया। उन्होंने चीन के झांगयू कुई एवं झान्होंग शू (381.75) और मलेशिया के बर्ट्रेंड रोडिक्ट लिसेस एवं एनरिक एम. हेरोल्ड (329.73) के बाद तीसरा स्थान हासिल किया। तैराकी स्पर्धाओं में कुल 12 भारतीय तैराक अपनी-अपनी स्पर्धाओं के फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे। दो रिले टीमें भी फाइनल में पहुंचीं। इनमें से हालांकि सिर्फ कुशाग्र रावत ही 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीत पाए।
रावत ने 15 मिनट 30.88 सेकंड का समय लिया। वियतनाम के हुय होंग गुयेन ने 15:15.01 के समय के साथ स्वर्ण पदक और उज्बेकिस्तान के इल्या सिबिरत्सेव ने 15:23.35 के समय के साथ रजत पदक जीता।


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