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- नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय से कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मृत्यु के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो-सीबीआई से कराने की अधिसूचना जारी कर दी है।अधिकारियों ने बताया है कि अधिसूचना प्रमुख जांच एजेंसी की उपयुक्त शाखा को सौंप दी गई है और जांच दल प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शीघ्र फोरेंसिक विशेषज्ञों के दल के साथ अपराध स्थल पर पहुंचेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी।-----
- नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दुष्कर्म मामले में घटना की रिपोर्ट के दो महीने के अंदर जांच पूरी करने को कहा है।मंत्रालय ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में अनिवार्य कदम उठाने में पुलिस की विफलता की जांच की जाएगी और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जारी नये परामर्श में यौन अपराधों में मामले की जांच पर नजर रखने को भी कहा है ताकि आरोप पत्र पर समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।गृह मंत्रालय ने कहा कि आपराधिक दंड संहिता के अंतर्गत संज्ञेय अपराधों के मामले में एफआईआर अनिवार्य रूप से दर्ज होनी चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि पुलिस थाने के कार्यक्षेत्र से बाहर संज्ञेय अपराध घटित होने की सूचना मिलने पर भी कानून पुलिस को एफआईआर या जीरो एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देता है। महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीडऩ के अपराध भी ऐसे संज्ञेय अपराधों में आते हैं।---
- गुना। मध्यप्रदेश में गुना जिला मुख्यालय से लगभग 75 किलोमीअर दूर चाचौड़ा थानाक्षेत्र में आगरा-मुम्बई राजमार्ग पर बीनागंज के पास शनिवार सुबह तेज रफ्तार एक कार पलटने से तीन महिला यात्रियों की मौत हो गई और उसे चला रही 40 वर्षीय एक महिला गंभीर रुप घायल हो गई। चाचौड़ा थाने के प्रभारी निरीक्षक राकेश गुप्ता ने बताया कि चारों महिलाएं दिल्ली से तीर्थाटन पर पहले उज्जैन आयी थीं और फिर वे खंडवा जिले में तीर्थस्थल ओंकारेश्वर के दर्शन करने के बाद शनिवार को अपनी कार से दिल्ली वापस जा रही थीं। तभी उनकी कार सुबह को आगरा-मुम्बई राजमार्ग पर बीनागंज के पास पलट गयी। उन्होंने बताया कि हादसे में एक महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। जबकि हादसे में गंभीर रुप से घायल हुई एक महिला ने गुना के जिला अस्पताल में दम तोड़ा। एक अन्य महिला ने ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। गुप्ता ने बताया कि मृतक महिलाओं के पहचान दिल्ली की रहने वाली संतोष कुमारी (48), गायत्री देवी (42) और पूनम भारती (40) के तौर की गयी है। गंभीर रुप से घायल बिंदु शर्मा (40) को उपचार के लिये ग्वालियर भेजा गया है। गुप्ता के अनुसार कार में चारों महिलाएं ही सवार थी और कार बिंदु शर्मा चला रही थी। उन्होंने बताया कि इन महिलाओं के परिजन को सूचना दे दी गयी है। उनके परिजन दिल्ली से गुना के लिये रवाना हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस मामला दर्ज कर विस्तृत जांच कर रही है।
- गोपेश्वर,। उत्तराखंड में सिखों के प्रसिद्ध धर्मस्थल हेमकुंड साहिब का द्वार शनिवार 10 अक्टूबर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया।गुरुद्वारे का द्वार श्रद्धालुओं के लिए शीतकाल में बंद ही रहता है क्योंकि यहां बर्फबारी होती है। हेमकुंड प्रबंधन न्यास के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि अरदास के बाद दोपहर में गुरुद्वारे का द्वार बंद कर दिया गया। इस दौरान वहां 1,350 श्रद्धालु मौजूद थे। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे में इस साल का अंतिम अरदास दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर हुआ। श्री सिंह ने बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से इस साल विलंब से गुरुद्वारे का द्वार श्रद्धालुओं के लिए चार सितंबर को खुला था और 36 दिन की अवधि में यहां 8,500 श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। पिछले साल यहां 2.39 लाख श्रद्धालु आए थे।----
- नई दिल्ली। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज यहां इस बात की जानकारी दी कि अब तक भारत के 23 राज्यों 8 केंद्र शासित प्रदेशों में नौकरियों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया समाप्त कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि यह 2016 के बाद से केंद्र सरकार में ग्रुप-बी (गैर-राजपत्रित) और समूह - सी के पदों के लिए साक्षात्कार को समाप्त करने के निर्णय का एक अनुवर्ती कदम है।कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा किये गये कुछ महत्वपूर्ण सुधारों के बारे में संक्षिप्त जानकारी देते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने याद दिलाया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2015 को लाल किले की प्राचीर से बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साक्षात्कार की प्रक्रिया को समाप्त करने और नौकरी के लिए चयन पूरी तरह से लिखित परीक्षा के आधार पर करने का सुझाव दिया था क्योंकि जब भी किसी उम्मीदवार को साक्षात्कार का बुलावा आता था, तो उसका पूरा परिवार आशंका और चिंता से परेशान हो जाता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सलाह पर त्वरित रूप से अमल करते हुए डीओपीटी ने तेजी से काम किया और तीन महीने के भीतर 1 जनवरी, 2016 से केंद्र सरकार में भर्ती के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया की समाप्ति की घोषणा करने की संपूर्ण प्रक्रिया पूरी कर ली।डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि हालांकि जहां महाराष्ट्र और गुजरात जैसे कुछ राज्यों ने इस नियम को लागू करने में तेजी दिखायी, वहीँ कुछ राज्य ऐसे भी थे जो नौकरियों के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया के आयोजन को समाप्त करने के लिए बेहद अनिच्छुक थे। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि कुछ राज्य सरकारों को काफी समझाने और बार-बार याद दिलाने के बाद, आज जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख सहित भारत के सभी 8 केंद्र शासित प्रदेशों और देश के 28 राज्यों में से 23 में साक्षात्कार आयोजित करने की प्रथा बंद कर दी गई है।डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि अतीत में कुछ पसंदीदा उम्मीदवारों की मदद के लिए साक्षात्कार में अंकों के बारे में शिकायतें, आपत्तियां और आरोप दर्ज कराये गये थे। साक्षात्कार की समाप्ति और चयन के लिए केवल लिखित परीक्षा के अंकों को योग्यता के पैमाने के रूप में देखते हुए, उन्होंने कहा कि यह कदम सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर प्रदान करता है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस कदम की वजह से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होने के अलावा कई राज्यों से सरकारी खजाने में भारी बचत की सूचना भी मिली है क्योंकि उम्मीदवारों, जिनकी संख्या अक्सर हजारों में होती थी, साक्षात्कार के आयोजन में काफी खर्च किया जाता था और साक्षात्कार की यह प्रक्रिया कई दिनों तक जारी रहती थी।यहां यह उल्लेख करना जरुरी है कि पहले अक्सर कुछ संदिग्ध अभ्यर्थियों की मदद करने के लिए अभ्यर्थियों के साक्षात्कार के अंकों को कम करके लिखित परीक्षा की मेरिट से छेड़छाड़ किए जाने की शिकायतें आती थीं। पैसे के एवज में नौकरी या साक्षात्कार के अंकों में हेरफेर कर नौकरी हासिल करने के लिए भारी राशि का भुगतान करने के आरोप भी लगाए गए थे।
- नई दिल्ली। केन्द्र ने महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ अपराधों से निपटने के बारे में राज्यों को एक नये परामर्श जारी किये हैं और कहा है कि पुलिस द्वारा निर्धारित नियमों का पालन न कर पाना देश की न्याय प्रणाली के लिए अच्छी नहीं है।गृह मंत्रालय द्वारा जारी इस परामर्श में कहा गया है कि किसी भी संज्ञेय अपराध में दण्ड प्रक्रिया संहिता-सी.आर.पी.सी. के तहत अनिवार्य रूप से प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की जानी चाहिए। परामर्श के अनुसार कानून में पुलिस थाने के अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर हुए किसी अपराध के सिलसिले में जीरो एफआईआर दायर करने का भी अधिकार दिया गया है। महिलाओं से यौन दुष्कर्म सहित किसी भी संज्ञेय अपराध के होने की सूचना मिलने पर पुलिस के लिए प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करना आवश्यक है।मंत्रालय ने कहा है कि कानून के प्रावधानों को कड़ा करने और क्षमता बढाने के उपायों के बाद भी पुलिस द्वारा अनिवार्य नियमों का पालन न किया जाना देश की आपराधिक न्याय प्रक्रिया के लिए उचित नहीं है। परामर्श में कहा गया है कि नियमों के पालन में कोई चूक नजर आने पर इसकी जांच की जानी चाहिए और इसके लिए उत्तरदायी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
- हैदराबाद। बच्चों में सीखने की क्षमता बहुत अधिक होती है, लेकिन हैदराबाद का एक बच्चे ने तो 1 साल 9 महीने में ही कमाल कर दिया है। अपनी अनोखी याददाश्त की बतौलत इस बच्चे ने 5 रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं और ये ऐसे वैसे रिकॉर्ड नहीं हैं बल्कि बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' , इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' , तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' और दो अन्य नेशनल रिकॉर्ड्स' हैं।एक साल नौ महीने के आदिथ विश्नाथ गौरीशेट्टी ने तेज दिमाग के बल पर दुनिया भर में अपना नाम कर लिया है। एक दिन जब आदिथ की मां ने उनसे कुछ सवाल किए तो आदिथ ने उसका बिल्कुल सही जवाब दे दिया। इसके बाद आदिथ के माता पिता उसे कई अलग अलग तरह की जानकारी देने लगे। इसमें रंगों, जानवरों के नाम, झंडे, फलों, आकृतियों और इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों की जानकारी शामिल थीं। देखते ही देखते आदिथ को सब याद हो गया।आदिथ की मां स्नेहित के अनुसार आदिथ को अब लोग उसके नाम से जानते हैं। उसे अब केवल स्थानीय लोग ही नहीं दूर दराज के लोग भी पहचानने लगे हैं। जब उनकी उम्र के बच्चे नर्सरी क्लास में राइम सीखने में व्यस्त या लोरी सुन रहे हैं, तो आदिथ रंगों, जानवरों, झंडे, फलों, आकृतियों और इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों की विविध छवियों की पहचान कर सकता है। स्नेहिता ने कहा कि आदित देवताओं, कार के लोगो, रंगों, इंग्लिश एल्फाबेट्स, घरेलू जानवरों, जंगली जानवरों, शरीर के अंगों, झंडों, फलों, घरेलू उपकरणों को पहचानने में सक्षम है। उन्होंने एक वाकिये के बारे में बात करते हुए कहा कि आदित सिर्फ एक बार ही कुछ देखकर उसे याद रखता है। स्नेहिता ने कहा कि एक बार उन्होंने आदित को भारत का झंडा दिखाया था। इसके बाद टीवी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच के दौरान उसने भारत के झंडे को देखकर सैल्यूट किया। इस वाकिये के बाद हमें लगा कि आदित के पास खास क्वालिटी है। इसके बाद आदित को हमने अलग-अलग देशों के राष्ट्रीय झंड़ों के बारे में बताया और हमने देखा कि वह हमेशा के लिए सब याद रखता है।----
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अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में यमुना एक्सप्रेस-वे के 56 पॉइंट पर शनिवार सुबह इटावा से दिल्ली जा रही बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई है, वहीं, 5 यात्री घायल हो गए हैं। घायलों को टप्पल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दुख जताया और अधिकारियों को हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस मौके पर पहुंच गई है और तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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नई दिल्ली। विशेषज्ञों का दावा है कि वायु प्रदूषण के स्तर में 20 प्रतिशत की कमी से स्कूल जाने वाले बच्चों की शिक्षा में वृद्धि हो सकती है और उन्हें लगभग एक महीने तक आगे देखा जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर बाहर वातावरण में प्रदूषण कम होता है, तो बच्चों के याददाश्त में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
इंग्लैंड की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के अनुसार वाहनों से होने वाले प्रदूषण खासकर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के पांचवें भाग में कटौती करना जरूरी है। ऐसा करने से स्कूली छात्रों की याददाश्त में 6.1 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। यह रिसर्च नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के बारे में है, जो मुख्य रूप से इंडस्ट्री या गाडिय़ों के धुएं से उत्पन्न होती है।
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के पर्यावरण स्वास्थ्य विशेषज्ञ मार्टी वैन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि प्रदूषण से बच्चे के ज्ञान का विकास प्रभावित होता है। इससे उनकी शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता है। इस चुनौती से तत्काल निपटने के लिए सरकार को नीति निर्धारित करनी चाहिए। प्रदूषण से बच्चे का दिमागी विकास प्रभावित हो सकता है। हालांकि शोधकर्ताओं ने विशेष रूप से ब्रिटिश बच्चों की क्षमताओं का परीक्षण नहीं किया है लेकिन यह स्पेन में बच्चों पर हुई स्टडी पर आधारित है जहां स्कूल के बाहर बच्चे उच्च स्तर के प्रदूषकों के सम्पर्क में आ रहे थे।
स्पेनिश स्टडी के सबूतों से ज्ञात हुआ कि प्रदूषण लेवल में 20 फीसदी की कमी से बच्चों की याददाश्त चार सप्ताह तेज हो सकती है। वायु प्रदूषण चिंता का कारण बन गया है क्योंकि अधिक से अधिक शोध साबित करते हैं कि यह सांस संबंधी बीमारियों का कारण है। इससे ज्ञान में कमी, आईक्यू लेवल में कमी या बर्ताव में बदलाव नजर आ सकता है। गर्भावस्था के दौरान वायु प्रदूषण से गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। यह एक गंभीर समस्या बनती जा रही है जिस पर सोचने की जरूरत है। - नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 73 हजार 272 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 69 लाख 79 हजार 423 हो गए जबकि 926 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1लाख 7 हजार 416 हो गई।अब तक 59 लाख 88 हजार 822 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए लोगों की दर बढ़कर 85.81 प्रतिशत हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में 926 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1 लाख 7 हजार 416 हो गई है। देश में लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस से संक्रमित उपचाराधीन मरीजों की संख्या नौ लाख से कम रही। आंकड़ों के अनुसार, देश में 8 लाख 83 हजार 185 लोग उपचाराधीन हैं, जो कुल मामलों का 12.65 प्रतिशत है।देश में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.54 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितम्बर को 40 लाख, 16 सितम्बर को 50 लाख और 28 सितम्बर को 60 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में नौ अक्टूबर तक कोविड-19 के 8,57,98,698 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 11 लाख 64 हजार 18 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।पिछले 24 घंटे में जिन 926 लोगों की मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 302, कर्नाटक में 114, तमिलनाडु में 68, पश्चिम बंगाल में 62, उत्तर प्रदेश में 48, दिल्ली में 39, छत्तीसगढ़ में 38, पंजाब में 32 और आंध्र प्रदेश में 31 लोगों की मौत हुई।अब तक, कुल 1 लाख 7 हजार 416 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 39 हजार 732, तमिलनाडु में 10 हजार 120, कर्नाटक में 9 हजार 789, उत्तर प्रदेश में 6 हजार 293, आंध्र प्रदेश में 6 हजार 159, दिल्ली में 5 हजार 692, पश्चिम बंगाल में 5 हजार 501, पंजाब में 3 हजार 773 और गुजरात में 3 हजार 547 लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण से मरने वालों में से 70 प्रतिशत से अधिक मरीज दूसरी बीमारियों से भी पीडि़त थे। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा, हमारे आंकड़ों का मिलान आईसीएमआर से किया जा रहा है।Ó
- नई दिल्ली। देश में सभी राज्यों में इस वर्ष धान की खरीद में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कृषि मंत्रालय ने बताया कि पिछले वर्ष 17 लाख 70 हजार टन धान की खरीद हुई थी जबकि इस वर्ष 26 लाख टन से अधिक धान की खरीद हो चुकी है।मंत्रालय के अनुसार जारी खरीफ मौसम में पंजाब में धान की अभूतपूर्व खरीद हुई है। पिछले वर्ष राज्य में एक लाख 76 हजार टन धान खरीदा गया था जबकि इस साल यह खरीद लगभग 16 लाख टन है जो पिछले वर्ष की तुलना में 9 सौ प्रतिशत से अधिक है। कृषि मंत्रालय ने बताया कि तमिलनाडु में पिछले वर्ष के 320 टन की तुलना में इस वर्ष 517 टन धान की खरीद हो चुकी है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में 2020-21 के खरीफ मौसम में 423 टन धान की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले वर्ष 8 अक्टूबर को यह केवल 92 टन थी। मंत्रालय ने बताया है कि इन दोनों राज्यों में धान की खरीद में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
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पुणे। त्रिपुरा-कैडर के एक 35 वर्षीय आईएएस अधिकारी सुधाकर शिंदे की शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। पुणे के रूबी अस्पताल के डॉ. संजय पठारे ने कहा कि यहां भर्ती किए जाने से पहले उनकी मौत हो चुकी थी। वे कोरोना पॉजिटिव थे। डॉ. पठारे के बताया कि सेंट्रल महाराष्ट्र के औरंगाबाद के एक अस्पताल में इलाज करा रहे आईएएस अधिकारी को पुणे स्थानांतरित कर दिया गया था। यहां शुक्रवार दोपहर को रूबी हॉल क्लीनिक पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 2015 बैच के आईएएस अधिकारी महाराष्ट्र से थे। हाल ही में अपने घर परभनी जिले में लौटे थे। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने ट्विटर के जरिए अधिकारी की मौत पर शोक व्यक्त किया।
- बलरामपुर (उप्र)। बलरामपुर जिले के हरैया थाना क्षेत्र के उदयपुर मझगांवा गांव में शुक्रवार को मुंडन समारोह के दौरान एक हाई टेंशन तार की चपेट में आने से 14 बच्चे झुलस गए।घायलों में से तीन को गंभीर स्थिति में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना तब हुई जब सभी बच्चे अर्जुन वर्मा के घर में एकत्र हुए थे जहां मुंडन समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान, वर्मा के आवास पर हाई टेंशन तार टूटकर जमीन पर गिर गया और करंट उतर आया।करंट उतरने से 14 बच्चे झुलस गये जिन्हें शिवपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर सूरज (12), शोभाराम (14) और अमरजीत (12) को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के करुणेश समेत आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे और बच्चों की देखभाल एवं इलाज की उचित व्यवस्था के निर्देश दिए। (प्रतिकात्मक फोटो)
- नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्रामीण भारत में आमूल परिवर्तन लाने और करोड़ों भारतीयों को अधिकार संपन्न बनाने के लिए रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रोपर्टी कार्ड वितरित करने की स्वामित्व योजना का शुभारंभ करेंगे। इस वर्ष अप्रैल में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य गांवों के संपत्ति धारकों को उनके मालिकाना हक के रिकॉर्ड के रूप में संपत्ति कार्ड उपलब्ध कराना है। देशभर में चार साल में चरणबद्ध तरीके से इसे लागू किया जा रहा है और करीब छह लाख 62 हजार गांवों को इसके दायरे में लाया जायेगा।स्वामित्व योजना पर अमल से करीब एक लाख संपत्ति धारक अपने मोबाइल पर प्राप्त हुए एस.एम.एस. लिंक के जरिये संपत्ति कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। इसके बाद संबंधित राज्य सरकारें भी छपा हुआ संपत्ति कार्ड लोगों को वितरित करेंगीं। इस योजना के इस चरण के लाभार्थी देश के छह राज्यों के 763 गांवों से हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के 346, हरियाणा के 221, महाराष्ट्र के एक सौ, मध्य प्रदेश के 44, उत्तराखंड के 50 और कर्नाटक के दो गांव शामिल हैं। संपत्ति कार्ड मिल जाने पर ये लोग इनका उपयोग वित्?तीय संपत्ति के रूप में ऋण लेने और अन्य आर्थिक फायदे उठाने के लिए कर सकेंगे। देश में पहली बार गांवों के लाखों संपत्ति धारकों को टेक्नॉलोजी के माध्यम से इस तरह की सुविधा इतने बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराई जा रही है। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के दौरान कुछ लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत भी करेंगे।
- नई दिल्ली। देश में कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 85.52 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 78 हजार रोगी इस संक्रमण से ठीक हो गए हैं।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि अब तक कुल 59 लाख से अधिक लोग स्वस्थ हुए हैं। मंत्रालय ने बताया है कि कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने की दर बढने से संक्रमित लोगों की दर 12.94 प्रतिशत रह गई है।वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या दस लाख से भी कम हैं। टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट नीति के प्रभावी रूप से लागू करने से स्वस्थ होने की दर में वृद्धि हुई है और मृत्यु दर कम हुई है। देश में मृत्यु दर एक दशमलव पांच-चार प्रतिशत है। कुल संक्रमित लोगों की संख्या 69 लाख 6 हजार 152 हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान 964 मरीजों की इस वायरस से मौत होने से अब तक एक लाख 6490 रोगियों की इस संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है।----
- सहारनपुर। उतर प्रदेश के सहारनपुर जिले मे थाना नकुड़ के अन्तर्गत शुक्रवार को दिनदहाड़े गांव मे निजी प्रैक्टिस करने वाले एक चिकित्सक की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी।पुलिस अधीक्षक (नगर) विनीत भटनागर ने बताया कि जिले के थाना नकुड़ के अन्तर्गत ग्राम सहसपुर मे निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉ. अंकित (26) आज किसी मरीज को देखने उसके घर जा रहा था तभी उनके क्लीनिक से कुछ दूरी पर ही पहले से ही घात लगाये बैठे बाइक सवार दो युवकों ने उसे गोली मार दी और फरार हो गये। उन्होंने बताया कि गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण वहां एकत्र हो गये। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और अंकित को तुरन्त ही अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी ने बताया कि अंकित पिछले छह साल से गांव में ही निजी प्रैक्टिस करता था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिये भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।----
- बेंगलुरू। कैब सेवाएं देने वाली कंपनी उबर ने पांच शहरों दिल्ली एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे में एक हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन उतारने के लिये लिथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज के साथ साझेदारी करने की घोषणा की है।उबर ने गुरुवार को कहा कि इन वाहनों को उबर रेंटल्स और प्रीमियर सेवाओं के तहत उतारा जायेगा। कंपनी ने कहा कि इसके तहत महिंद्रा ई वेरिटो और टाटा टिगोर ईवी जैसे 100 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन पहले ही परिचालन में उतारे जा चुके हैं। उबर ने एक बयान में कहा कि इन शहरों में लिथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज के चार्जिंग केंद्र हैं, जिनमें एक साथ कई कारों व बसों को चार्ज करने की सुविधा है।
- नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय की स्वास्थ्य सेवा की आयुष प्रणालियों को प्रोत्साहन देने और उनका विकास करने के लिए भागीदारी करने की आयुष मंत्रालय की नीति को आगे बढ़ाते हुए इस मंत्रालय के अधीन अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए), नई दिल्ली ने एमिटी विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन में आयुर्वेद विज्ञान में अनुसंधान को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।इस संस्थान का समझौता ज्ञापन एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के साथ है, जिसकी स्थापना 2018 में एमिटी विश्वविद्यालय द्वाराभारतीय चिकित्सा पद्धति के बढ़ते महत्व को मान्यता देने के लिए की गई थी। इस समझौता ज्ञापन में आयुर्वेदिक दवाइयों की गुणवत्ता और मानकीकरण के साथ-साथ प्राकृतिक उत्पाद रसायन विज्ञान और फार्मेसी में पीएचडी कार्यक्रमों में सहयोग की कल्पना की गई है। इसमें फार्मास्युटिक्स, फार्माकोडायनामिक्स एवं फार्माकोकाइनेटिक्स में अध्ययन की सहयोग के संभावित क्षेत्रों के रूप में पहचान की गई है। यह समझौता ज्ञापन संयुक्त परियोजनाओं और प्रकाशनों को भी बढ़ावा देगा।इस साझेदारी से आयुर्वेद में कुछ अत्याधुनिक अनुसंधान के साथ-साथ विश्व स्तर पर आयुर्वेदिक विज्ञान के साथ जुड़े ज्ञान को बढ़ावा देने और उसका प्रसार करने में अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद है। इससे आधुनिक विज्ञान के साथ परम्परागत ज्ञान का एकीकरण करने और आयुर्वेद अनुसंधान में नये आयाम जोडऩे में मदद मिलेगी।आयुष मंत्रालय मौजूदा महामारी परिदृश्य में वैश्विक स्तर पर चिकित्सा की भारतीय पद्धति को शुरू करने और उसे बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। आयुर्वेद ने रोगनिरोधी समाधान उपलब्ध कराकर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। इन समाधानों की व्यवहार्यता वैज्ञानिक अध्ययनों के माध्यम से स्थापित हुई है। मंत्रालय ने जनता में उपलब्ध आयुष स्वास्थ्य समाधानों की गहराई और उसके दायरे को बढ़ाने के लिए अपने जैसी सोच वाले जैसे हितधारक संस्थानों के साथ हिस्सेदारी करने की जरूरत को स्वीकार किया है। मंत्रालय ने आयुर्वेद क्षेत्र में संसाधनों के प्रवाह को बढ़ाने की रणनीति के रूप में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) को भी प्रोत्साहित किया है। मौजूदा समझौता ज्ञापन इसी दृष्टिकोण का परिणाम है।दोनों संस्थान ज्ञान और प्रक्रियाओं को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे, जिनका राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में उपयोग किया जाएगा और ये आबादी के पैमाने पर प्रासंगिक होंगे।
- नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि दिल्ली से कटरा जाने वाली वंदे भारत ट्रेन सेवा जल्द बहाल की जाएगी।श्री सिंह ने गुरुवार को बताया कि नवरात्रि से पहले जम्मू-कश्मीर में कटरा के लिए ट्रेन सेवा बहाल करने पर रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ चर्चा की गई। सिंह ने ट्वीट किया, रेल मंत्री पीयूष गोयल से दिल्ली-कटरा (वैष्णो देवी) वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा बहाल करने को लेकर चर्चा की। नवरात्रि में पवित्र स्थल जाने की योजना बना रहे देशभर के श्रद्धालुओं के लिए यह जानकारी आश्वस्त करने वाली होगी। कार्मिक राज्य मंत्री सिंह जम्मू-कश्मीर की ऊधमपुर सीट से लोकसभा सांसद हैं।देश में कोरोना वायरस के कारण मार्च में रेल सेवाएं बाधित हो गई थीं, जिन्हें अब चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जा रहा है।-
- ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर में पुलिस ने 45 लाख रुपये से ज्यादा मूल्य के गुटखा और तंबाकू के अन्य प्रतिबंधित उत्पाद जब्त किए हैं और इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।पुलिस के अधिकारी ने बताया कि सूचना पर कार्रवाई करते हुए, ठाणे के स्वापक नियंत्रण प्रकोष्ठ ने भिवंडी में स्थित एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम पर छापा मारा और तम्बाकू के प्रतिबंधित उत्पादों से भरे चार ट्रकों को जब्त कर लिया जिसकी कीमत 37.55 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित उत्पादों को ठाणे, मुंबई, नवी मुंबई और आसपास के अन्य इलाकों में भेजा जाना था। उन्होंने बताया कि इस बाबत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पालघर में, पुलिस को सूचना मिली कि प्रतिबंधित गुटखे की राजमार्ग के जरिए अहमदाबाद से मुंबई तस्करी की जा रही है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर वाहनों की जांच के दौरान, पुलिस ने चिल्लर फ्लाइओवर के पास मंगलवार को एक टैम्पो को रोका और पाया कि सब्जियों के थैलों में अलग अलग ब्रांड के पान मसाले को छुपा कर रखा गया था। उन्होंने बताया कि इन उत्पादों को जब्त कर लिया गया है जिनका मूल्य 8.05 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि टैम्पो चालक और खलासी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में गुटखा और सुगंधित तंबाकू की बिक्री और सेवन पर 2012 से प्रतिबंध लगा है।
- - मुश्किल दौर में सोशल मीडिया का दिखा असरनई दिल्ली। दिल्ली के मालवीय नगर में छोटे से ढाबे 'बाबा का ढाबा का नजारा सोशल मीडिया के असर के कारण अब बिल्कुल बदल गया है क्योंकि एक दिन पहले तक जहां इस जगह पर सन्नाटा पसरा था, आज वहां ग्राहकों की भीड़ लगी है। इस सुखद बदलाव का पता ढाबे के मालिक कांता प्रसाद के बिना दांतों वाले मुंह की मुस्कान से भी चलता है जो वह बार- बार अपना मास्क उतार कर प्रकट करते हैं।गुरुवार की सुबह 80 वर्षीय कांता प्रसाद और उनके परिवार के लिए सब कुछ बदल गया जो कोरोना महामारी के कारण उपजे हालात के चलते पाई-पाई का मोहताज था। सोशल मीडिया पर पोस्ट कांता प्रसाद की एक तस्वीर और वीडियो ने जादू कर दिया जिसमें वे लॉकडाउन के महीने में अपनी व्यथा को बताते हुए रो पड़े थे। इस वीडियो को उपयोगकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर साझा किया। इसके बाद ग्राहकों की कतार लग गई जिसमें कैमरा दल, ब्लॉगर, पत्रकार भी शामिल थे। दिल्ली के मालवीय नगर में बाबा का ढाबा एक छोटा सा ढाबा है जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया है और कई हस्तियों ने भी लोगों से इस ढाबे पर खाने की अपील की। सोशल मीडिया पर मार्मिक वीडियो आने के एक दिन बाद ट्विटर पर हैशटैग बाबा का ढाबा ट्रेंड करने लगा और इतने ग्राहक पहुंच गए जितने उन्होंने 30 साल के कारोबार में नहीं देखे थे। कांता प्रसाद के बेटे 37 वर्षीय आजाद हिंद ने बताया, रोज की तरह मेरे माता-पिता ने सुबह छह बजे खाना बनाना शुरू किया और जब वे सुबह साढ़े आठ बजे ढाबे पर पहुंचे तो देखा कि बाहर लोग कतार लगा कर खड़े हैं। उन्होंने कहा, शुरुआती घंटों में हमने केवल पराठा बेचा और बाद में अन्य व्यंजन बनाए। दोपहर 12 बजे तक मेन्यु में शामिल रोटी, चावल, मिक्स सब्जी और पनीर जिसकी कीमत 10 से 15 रुपये के बीच थी, सब बिक गई। यह उनके लिए आश्चर्यजनक और स्तब्ध करने वाली घटना है।गौरतलब है कि प्रसाद अपनी पत्नी के साथ 1990 से यह ढाबा चला रहे हैं , लेकिन लॉकडाउन और उसके बाद के हफ्तों में काम ठप पड़ गया। दंपति द्वारा बनाया गया अधिकतर खाना बिना बिके ही रह जाता था। उनकी पीड़ा तब सामने आई जब इंस्टाग्राम इनफ्यूएंसर गौरव वासन ने प्रसाद के दर्द का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद रातोरात इस वृद्ध दंपति की मदद के लिए देश भर में मदद के लिए एकतरह से आंदोलन शुरू हो गया। दंपति की जिंदगी और मुश्किल इसलिए भी हो गई थी क्योंकि उनके बेटे आजाद की भी ऑफिस ब्वॉय की नौकरी चली गई थी। आजाद ने कहा, ढाबे से होने वाली आय हमारे गुजारे के लिए एक मात्र साधन थी। परिवार में प्रसाद और उनकी पत्नी के अलावा तीन बच्चे, दो पोता-पोती और बहू हंै। कोरोना वायरस महामारी से पहले प्रसाद लगभग हर महीने चार से पांच हजार रुपये की बचत कर लेते थे, लेकिन मार्च में लागू लॉकडाउन की वजह से जमापूंजी भी खर्च हो गई। प्रसाद ने कहा कि कई ऐसे दिन भी थे जब एक भी ग्राहक नहीं आया।शेख शराय में जगदम्बा कैंप में परिवार के साथ रहने वाले प्रसाद ने कहा, हमने महसूस किया कि घर में बैठने का कोई तुक नहीं है, इसलिए हम रोजाना ढाबा खोलते। कुछ दिन ग्राहक आए और इसलिए हम जो भी पैसे कमाते वह बहुत महत्वपूर्ण होता। कई बार खाना बनाने के लिए जरूरी पैसा भी नहीं कमा पाए। उन्होंने कहा, ''आज लोगों ने खाना खरीद कर ही मदद नहीं की बल्कि राशन से भी मदद की।वासन, जिन्होंने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से वीडियो पोस्ट किया था, ने कहा कि वह शहर के कम चर्चित खाने-पीने की दुकानों को देखते हैं लेकिन कभी कल्पना नहीं की थी कि उनका पोस्ट इतना आकर्षण पैदा करेगा। वासन ने कहा, मैं खुश हूं कि मैंने उनकी मदद के लिए पहला कदम उठाया। मैंने महसूस किया कि वे अच्छा खाना बनाते हैं... केवल कमी मार्केटिंग की है और मैंने सोचा कि मैं सोशल मीडिया पर अपने 'फॉलोअर' (अनुकरण करने वाले) का इस्तेमाल इसमें कर सकता हूं। इसने इतना समर्थन पैदा किया, मैं आगे भी अन्य ढाबों पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखूंगा जिन्हें इस समय जरूरत है। बता दें कि वासन के इंस्टाग्राम पर करीब सवा लाख फॉलोअर हैं। बाबा का ढाबा पर सबसे पहले पहुंचने वालों में आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती भी थे।उन्होंने ट्वीट किया, मैं बाबा का ढाबा गया और वादे के मुताबिक उनके चेहरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए काम किया। मैं उनकी देखभाल करूंगा और मैं ऐसे ही लोगों की मदद के लिए अभियान शुरू कर रहा हूं। सुनील शेट्टी, रणदीप हुड्डा, सोनम कपूर और रवीना टंडन जैसे बॉलीवुड सितारों ने भी इस वीडियो को रीट्वीट कर लोगों से दंपति और अन्य रेहड़ी पटरी वालों की मदद करने की अपील की थी जो कोविड-19 महामारी के दौरान चुनौती का सामना कर रहे हैं। इस अभियान को मिले समर्थन से छोटे दुकानदारों और रेहड़ी पटरी वालों में उम्मीद जगी है।मालवीय नगर बाजार में फुटपाथ पर तौलिया और रूमाल बेचने वाली 70 वर्षीय विधवा राज रानी ने कहा कि वह मुश्किल से रोजाना 60 रुपये कमाती है। बेगमपुरा की रहने वाली रानी ने कहा, मेरा कोई परिवार नहीं है...पति की 20 साल पहले मौत हो गई थी। तब से मैं यह दुकान लगा रही हूं। पहले तो गुजारा करने लायक कमा लेती थी, लेकिन अभी कुछ नहीं है। क्या मेरी कोई मदद कर सकता है ?
- नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार द्वारा सात मई को कोविड-19 महामारी के चलते शुरू किए गए ‘वंदे भारत' मिशन के तहत 17.22 लाख भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एक अक्टूबर से शुरू हुए मिशन के सातवें चरण के तहत 25 देशों से 873 अंतरराष्ट्रीय उड़ान निर्धारित की गई हैं, जो इस पूरे महीने संचालित रहेंगी। श्रीवास्तव ने कहा कि सात अक्टूबर तक वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न माध्यमों से 17.22 लाख भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं।
- -छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी जताया शोकनई दिल्ली। समाजवादी आंदोलन के स्तंभों में एक रामविलास पासवास के निधन से देश में शोक की लहर है। उनके निधन की ख़बर आते ही लोगों ने उनको श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के अलावा उनके सहयोगी केन्द्रीय मंत्रियों और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्री पासवान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.।शोक व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा -केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है। उनकी गणना सर्वाधिक सक्रिय तथा सबसे लंबे समय तक जनसेवा करने वाले सांसदों में की जाती है। वे वंचित वर्गों की आवाज़ मुखर करने वाले तथा हाशिए के लोगों के लिए सतत संघर्षरत रहने वाले जनसेवक थे। उन्होंने लिखा है, आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण जैसे दिग्गजों से लोकसेवा की सीख लेने वाले पासवान जी तेज तर्रार समाजवादी के रूप मे उभरे। उनका जनता के साथ गहरा जुड़ाव था और वे जनहित के लिए सदा तत्पर रहे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदना।रामविलास पासवान के निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, दुख बयान करने के लिए शब्द नहीं हैं; हमारे देश में ऐसा शून्य पैदा हुआ है जो शायद कभी नहीं भरेगा। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा, श्री रामविलास पासवान जी का निधन व्यक्तिगत क्षति है। मैंने एक ऐसा मित्र और सहकर्मी खोया है जो पूरे जुनून के साथ हमेशा यह सुनिश्चित करना चाहता था कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करे।प्रधानमंत्री ने कहा, पासवान कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बल पर राजनीति में ऊपर आए। युवा नेता के रूप में आपातकाल के दौरान उन्होंने निरंकुशता और हमारे लोकतंत्र पर प्रहार का विरोध किया था। वह उत्कृष्ट सांसद और मंत्री थे, जिन्होंने विभिन्न नीतिगत क्षेत्रों में चिरस्थायी योगदान दिया है।केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया-सदैव गरीब और वंचित वर्ग के कल्याण व अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले हम सबके प्रिय राम विलास पासवान जी के निधन से मन अत्यंत व्यथित है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा राष्ट्रहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखा। उनके स्वर्गवास से भारतीय राजनीति में एक शून्य उत्पन्न हो गया है।वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया -राष्ट्रीय राजनीति, ख़ासकर बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान जी के निधन का समाचार दु:खद है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं चिराग पासवान जी सहित समस्त परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
- नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का आज निधन हो गया। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी।लोक जनशक्ति पार्टी के 74 वर्षीय संरक्षक रामविलास पासवान का कुछ दिन पहले एक अस्पताल में हृदय का ऑपरेशन हुआ था। वे पांच दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में थे और देश के जाने-माने नेताओं में से एक थे।इस समय रामविलास पासवान केन्द्रीय मंत्री के रूप में उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामले देख रहे थे।चिराग पासवान ने ट्वीट किया, ''पापा...अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है, आप जहां भी हैं, हमेशा मेरे साथ हैं। आपकी बहुत याद आ रही है पापा।
- नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। इसकी स्थापना आठ अक्तूबर 1932 को हुई थी। गाजियाबाद के हिंडन में वायुसेना अड्डे में वायुसेना दिवस परेड समारोह का मुख्य आकर्षण विभिन्न विमानों का शानदार प्रदर्शन रहा। प्रसिद्ध आकाशगंगा दल के जांबाज जवानों ने ध्वज के साथ वायुसेना के विमानों से करतब दिखाये। फ्लाईपास्ट में विंटेज विमान, आधुनिक परिवहन विमान और अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान शामिल हुए। शानदार हवाई करतब के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।इस बार के आयोजन में कुल 56 एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया। इनमें 19 फ़ाइटर, 19 हेलीकॉप्टर, 7 ट्रांसपोर्ट, 9 सूर्य किरण एरोबैटिक टीम के हॉक और 2 विंटेज शामिल रहे। एयरफोर्स के बेड़े में इस बार राफेल को भी शामिल किया गया। राफेल के अलावा वायुसेना के अन्य लड़ाकू विमानों तेजस, मिराज, सुखोई और शिनूक, स्वदेशी रुद्र ने भी अपनी ताकत दिखाई। इस बार के समारोह में खास बात ये रही कि सभी फाइटर जेट्स 5-5 की फॉर्मेशन में उड़ान भरते नजर आए। जबकि पहले ये विमान 3-3 की फॉर्मेशन में ही उड़ते थे। वायुसेना के भारी परिवहन विमान ग्लोवमास्टर और सुपर हर्कुलिस भी हिंडन एयरबेस के आसमान में अपनी गरिमामय चाल से उड़ते नजऱ आए।राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर वायु सेना के सभी कर्मियों को शुभकामनाएं दी हैं। ट्वीट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि राफेल, अपाचे और चिनूक को शामिल करने के साथ आधुनिकीकरण की प्रक्रिया भारतीय वायुसेना को और भी अधिक सामरिक बल देगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में, भारतीय वायु सेना प्रतिबद्धता और क्षमता के साथ उच्च मानकों को बनाए रखेगी।उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश के वायु सैनिक पेशेवर, उत्कृष्टता और साहस के लिए जाने जाते हैं।भारतीय वायु सेना के सभी बहादुर योद्धाओं को वायु सेना दिवस के अवसर पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये बहादुर योद्धा न केवल देश के आसमान को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि कई बार मानवता की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, भारत माता की रक्षा के लिए उनका साहस, पराक्रम और समर्पण सभी को प्रेरित करता है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु योद्धाओं और उनके परिवारों के लिए अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 88 साल के समर्पण, त्याग और उत्कृष्टता ने भारतीय वायुसेना की यात्रा को चिह्नित किया है जो आज एक शानदार और अजेय है। उन्होंने कहा, सरकार आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण के जरिए भारतीय वायुसेना की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने आज कहा कि वायुसेना ने अपनी प्रतिबद्धता और संचालन क्षमता का बखूबी प्रदर्शन किया है और आवश्यकता पडऩे पर किसी भी विपरीत स्थिति से प्रभावशाली ढंग से निपटेगी।आज वायुसेना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में श्री भदौरिया ने कहा कि वायुसेना ने किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए बड़ी जल्दी सभी आवश्यक तैनाती की है। श्री भदौरिया ने कहा कि वायुसेना ने थलसेना की सहायता के लिए सभी आवश्यक तैनाती और अन्य मदद सक्रियता से उपलब्ध कराई है। देश की उत्तरी सीमा पर हाल के सैन्य टकराव का उल्लेख करते हुए वायुसेना प्रमुख ने तुरन्त जवाबी कार्रवाई करने पर सैनिकों की सराहना की। वायुसेना की तैयारियों पर श्री भदौरिया ने कहा कि उभरते सुरक्षा परिदृय के लिए सशक्त वायुसेना की बहुत आवश्यकता है ताकि वह सभी मोर्चों पर हर तरह के युद्ध में सक्षम हो। उन्होंने कहा कि वायुसेना सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वदेशी उपकरणों की दिशा में बढ रही है तथा वायु-अंतरिक्ष के क्षेत्र में स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वायुसेना पांचवीं पीढी के लड़ाकू विमान बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कोविड-19 महामारी की स्थिति पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि सैनिकों की प्रतिबद्धता से यह सुनिश्चित हुआ है कि वायुसेना पूरी तरह से सक्षम कार्रवाई करने की क्षमता बनाये रख सकी। उन्होंने कहा कि वायुसेना ने फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए परिवहन हेलिकॉप्टर तैनात किए थे।