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- नई दिल्ली। आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड का उसकी अनुषंगी एवं निजी क्षेत्र के सबसे बड़े कर्जदाता एचडीएफसी बैंक में आज एक जुलाई से विलय प्रभावी हो गया है।शुक्रवार को शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा गया कि दोनों कंपनियों के निदेशक मंडलों की अलग-अलग हुई बैठक में विलय प्रस्ताव को अंतिम स्वीकृति दी गई। एचडीएफसी बैंक ने यह जानकारी देते हुए कहा था, "विलय की यह योजना एक जुलाई से प्रभावी हो जाएगी। "इसके तहत एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक में विलय हो जाएगा और एक स्वतंत्र इकाई के तौर पर एचडीएफसी लिमिटेड का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। यह विलय देश के कंपनी जगत का सबसे बड़ा सौदा है। इसका आकार 40 अरब डॉलर का है।एचडीएफसी बैंक ने चार अप्रैल, 2022 को देश की सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी का खुद में विलय करने पर सहमति जतायी थी। इस विलय के बाद देश की एक बड़ी वित्तीय सेवा कंपनी सृजित होगी, जिसकी कुल परिसंपत्ति 18 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक होगी।नवगठित कंपनी का बीएसई के सूचकांक में भारांश रिलायंस इंडस्ट्रीज से भी अधिक हो जाएगा। फिलहाल रिलायंस का भारांश 10.4 प्रतिशत है लेकिन विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का भारांश 14 प्रतिशत के करीब हो जाएगा। इस सौदे के तहत एचडीएफसी के प्रत्येक शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे।
- मुंबई। नौ प्रतिशत से ज्यादा ब्याज दर वाले कर्ज की हिस्सेदारी मार्च 2023 में बढ़कर 56.1 प्रतिशत हो गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में इसकी वजह मई, 2022 के बाद हुए मौद्रिक सख्त उपायों को बताया गया।आरबीआई ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक आपूर्ति बाधित होने पर मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए मई, 2022 में ब्याज दरों को बढ़ाना शुरू किया था। इसके बाद से ब्याज दरों में 2.5 प्रतिशत वृद्धि हो चुकी है। हालांकि, आरबीआई ने अपनी पिछली दो द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दर नहीं बढ़ाई है। भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के ऋण पर केंद्रीय रिपोर्ट ‘बुनियादी सांख्यिकीय प्रतिफल – मार्च 2023’ में कहा गया है कि मौद्रिक सख्ती के उपायों के तहत नौ प्रतिशत से अधिक ब्याज दर वाले ऋणों की हिस्सेदारी मार्च 2023 में बढ़कर 56.1 प्रतिशत हो गई, जो एक साल पहले 31.4 प्रतिशत थी।
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नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सभी बैंकों से वर्ष 2030 तक एक हजार अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए एमएसएमई उद्योग क्षेत्रों पर किफायती दरों पर ऋण उपलब्ध कराने और इसमें वृद्धि करने को कहा है। गुरुवार को श्री गोयल ने छोटे निर्यातकों को निर्यात ऋण की उपलब्धता में वृद्धि करने के मुद्दे पर बुलाई गई एक बैठक में यह बात कही। बैठक में भारतीय स्टेट बैंक, बडोदा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया समेत 21 बैंकों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
श्री गोयल ने कहा कि इस योजना को और 9 बैंकों तक बढाने के लिए एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कारर्पोरेशन लिमिटेड जांच कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस योजना में सभी बैंकों के शामिल होने से छोटे निर्यातकों को निर्यात ऋण में वृद्धि होगी। उन्होंने बैंकों को सलाह दी कि उन्हें योजना का लाभ उठाना चाहिए। इससे निर्यात लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। -
नयी दिल्ली. सार्वजनिक खरीद पोर्टल जेम देरी से भुगतान करने पर जुलाई से दंडात्मक ब्याज लगाने का प्रावधान शुरू करेगा। सरकारी मंत्रालय और विभाग अगर विक्रेताओं को देरी से भुगतान करेंगे तो उन्हें यह ब्याज देना होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सरकार ने 2020 में फैसला किया था कि जेम मंच पर सामान बेचने वाले विक्रेताओं को भुगतान में देरी करने पर खरीदारों से एक प्रतिशत जुर्माना लिया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यह प्रावधान जुलाई से प्रभावी होगा।
सरकारी ई-मार्केट (जेम) के सीईओ पी के सिंह ने कहा कि खरीदारों, विशेषकर राज्य सरकारों से समय पर भुगतान हासिल करने को लेकर कुछ मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के मामले में भुगतान 10-15 दिनों में होता है, जबकि राज्य सरकारों के मामले में समस्याएं हैं। सिंह ने यहां उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा, ''हम इस पर काम कर रहे हैं और मैं आपको बता दूं कि जुलाई के अंत तक दंडात्मक ब्याज लगाने की यह कार्यप्रणाली चालू हो जाएगी। ब्याज अक्टूबर से लिया जाएगा।'' यह प्रावधान विभागों को भुगतान समय पर करने के लिए प्रेरित करेगा। -
नयी दिल्ली. दिल्ली के खुदरा बाजारों में टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसके लिए सब्जी विक्रेताओं और थोक कारोबारियों ने बारिश के कारण टमाटर की आपूर्ति में हुई बाधा को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय विक्रेता गुणवत्ता और स्थान के आधार पर 80 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर टमाटर बेच रहे हैं। आजादपुर कृषि उपज विपणन कमेटी (एपीएमसी) के सदस्य अनिल मल्होत्रा ने कहा कि हर साल मानसून में टमाटर की कीमतें बढ़ जाती हैं, लेकिन यह इतनी ऊंची कभी नहीं हुईं। मल्होत्रा ने कहा, “हर साल मानसून के दौरान कीमतें बढ़ जाती हैं लेकिन टमाटर की कीमत कभी इतनी नहीं बढ़ी। बारिश के कारण आपूर्ति में बड़ी गिरावट आई है। हमारा लगभग आधा स्टॉक, जो हमें हिमाचल प्रदेश से मिला था, खराब हो गया।” राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को पड़ोसी राज्यों जैसे हरियाणा, पंजाब और पहाड़ी राज्यों से टमाटर की आपूर्ति होती है। दक्षिणी दिल्ली के कैलाश हिल्स इलाके में सब्जी विक्रेता भगवान ने कहा, “हमें थोक बाजारों से ऊंचे दामों पर टमाटर मिल रहा है और हम 100 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से इसे बेच रहे हैं।” लाजपत नगर में एक सब्जी विक्रेता ने कहा कि अचानक कीमत बढ़ने के कारण लोग टमाटर खरीदने से कतरा रहे हैं। उन्होंने कहा, “बाजार में मौजूदा कीमत 80 रुपये प्रति किलोग्राम है। हमें मंडियों से आपूर्ति होती है जहां थोक मूल्य लगभग 60 रुपये प्रति किलोग्राम है। बारिश के कारण पिछले दो-तीन दिन में कीमत में वृद्धि हुई है।” विक्रेता ने कहा, “टमाटर खराब हो रहे हैं, जिसके कारण फिर से अचानक कीमतें बढ़ रही हैं।”
उन्होंने कहा, बारिश के कारण आपूर्ति प्रभावित हुई है। हम हिमाचल प्रदेश के टमाटर बेच रहे हैं। लोग जमकर मोलभाव कर रहे हैं। लेकिन हम कीमत कम नहीं कर सकते क्योंकि हमें खुद ऊंचे दाम पर खरीदना पड़ता है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति बेहतर हो जाएगी।” नोएडा एक्सटेंशन में रहने वाली मीडिया पेशेवर श्वेता उपाध्याय ने बताया कि पांच दिन पहले ही टमाटर के दाम 40 रुपये प्रति किलो थे। उन्होंने कहा, “कुछ ही दिन में कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। हम कम टमाटर खरीदने की कोशिश कर रहे हैं और इसकी जगह टमाटर की सॉस का इस्तेमाल कर रहे हैं। -
नयी दिल्ली. ईपैक ड्यूरेबल प्राइवेट लिमिटेड ने दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कर्मियों को 560 साइकिलें दान की हैं। कंपनी ने रविवार को यह घोषणा की। कंपनी ने कहा कि इस योगदान का उद्देश्य नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने वाले समर्पित चिकित्सकों, नर्सों और पैरामेडिकल कर्मियों के आवागमन को सुगम बनाना है। कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘एम्स के कर्मचारियों को काम पर आने-जाने में आने वाली चुनौतियों को समझते हुए ईपैक ड्यूरेबल ने एक व्यावहारिक समाधान पेश करने के लिए कदम आगे बढ़ाया है। साइकिलों से स्वास्थ्यकर्मी एम्स परिसर के भीतर आसानी से आवागमन कर सकेंगे।'' एम्स के निदेशक एम श्रीनिवास ने कहा, ‘‘उनके सहयोग से हम पर्यावरण-अनुकूल परिवहन के साधन के रूप में साइकिल अपना सकेंगे, जो स्वच्छ और हरित भविष्य में योगदान देगा।
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नयी दिल्ली. अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल के खनन समूह वेदांता लिमिटेड ने मार्च 2023 को समाप्त वित्त वर्ष में चुनावी बांड के जरिए राजनीतिक दलों को 155 करोड़ रुपये का चंदा दिया। कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि इससे पहले 2021-22 में कंपनी ने 123 करोड़ रुपये का चंदा दिया था। हालांकि, इसमें लाभ पाने वाले राजनीतिक दलों के नाम नहीं बताए गए। मोदी सरकार ने 2017-18 में चुनावी फंडिंग के लिए चुनावी बांड की व्यवस्था शुरू की थी। कोई भी व्यक्ति भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से चुनावी बांड खरीद सकता है और इसे किसी भी राजनीतिक दल को दान कर सकता है। फिर राजनीतिक दल उन्हें भुनाते हैं। पिछले पांच वर्षों में, वेदांता ने चुनावी बांड के जरिए राजनीतिक दलों को कुल 457 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
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नयी दिल्ली. एलन मस्क चाहते हैं कि उनका स्टारलिंक पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों से भारत में वायरलेस इंटरनेट को प्रसारित करे। हालांकि, उनका समूह जिस लाइंसेस व्यवस्था का समर्थन कर रहा है, उसके चलते उन्हें मुकेश अंबानी की रिलायंस के साथ मुकाबला करना पड़ सकता है। पिछले सप्ताह न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मस्क ने 21 जून को कहा कि वह भारत में स्टारलिंक की शुरुआत करना चाहते हैं। इस सेवा की मदद से बुनियादी ढांचे की कमी वाले दूरदराज के गांवों में इंटरनेट को पहुंचाया जा सकता है। स्टारलिंक चाहता है कि भारत सिर्फ सेवा के लिए लाइसेंस दे और सिग्नल वाले स्पेक्ट्रम या एयरवेव्स की नीलामी पर जोर न दे। मस्क का यह रुख टाटा, सुनील भारती मित्तल और अमेजन से मेल खाता है। दूसरी ओर अंबानी की रिलायंस का कहना है कि विदेशी उपग्रह सेवा प्रदाताओं के वॉयस और डेटा सेवाएं देने के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी होनी चाहिए। रिलायंस का कहना है कि पारंपरिक दूरसंचार कंपनियों को समान अवसर देने के लिए ऐसा करना जरूरी है, जो सरकारी नीलामी में खरीदे गए एयरवेव्स का उपयोग करके ऐसी ही सेवाएं देते हैं। ब्रोकरेज कंपनी सीएलएसए ने एक टिप्पणी में कहा, ''भारत की अंतरिक्ष-आधारित संचार सेवा (एसएस) के लिए स्पेक्ट्रम निर्णय महत्वपूर्ण है। सरकार ने 2010 से 77 अरब अमेरिकी डॉलर के मोबाइल स्पेक्ट्रम की नीलामी की है और कई कंपनियां एसएस के लिए उत्सुक हैं।'' सीएलएसए ने कहा कि स्टारलिंक सहित कई कंपनियां भारतीय एसएस के लिए उत्सुक हैं। टिप्पणी में कहा गया है कि अमेजन, टाटा, भारती एयरटेल समर्थित वनवेब और लार्सन एंड टुब्रो नीलामी के खिलाफ हैं, जबकि रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया भारत एसएस नीलामी का समर्थन करते हैं।
- नई दिल्ली। होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया जल्द ही भारत में पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करेगी और फिर निकट भविष्य में इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल भी पेश करेगी। हाल के वर्षों में जिस तरह से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की डिमांड बढ़ी है और इस सेगमेंट में ओला इलेक्ट्रिक के साथ ही ऐथर एनर्जी, रिवॉल्ट मोटर्स, हीरो इलेक्ट्रिक, टीवीएस, बजाज, ओकिनावा और एम्पियर समेत अन्य कंपनियों ने अपने-आप को स्थापित किया है, उसे देखते हुए होंडा भी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर लाने की तैयारी में है।होंडा अगले साल मार्च 2024 तक अपना पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च कर देगी और माना जा रहा है कि यह टॉप सेलिंग एक्टिवा का इलेक्ट्रिक वेरिएंट हो सकता है। इसके बाद 2024 के अंत तक स्वैपेबल बैटरी के साथ एक और इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की योजना है। हालांकि, कंपनी ने इस बारे में किसी तरह की स्पष्ट जानकारी नहीं दी है कि कौन सा मॉडल पहले आएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगले साल के अंत तक होंडा अपनी पहली इलेक्ट्रिक बाइक भी लॉन्च कर सकती है, जो कि स्पीड और रेंज के मामले में बेहद जबरदस्त होगी।इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में ओला इलेक्ट्रिक का दबदबा हो गया है और यह कंपनी आने वाले महीनों में और भी बहुत कुछ ला रही है। ऐसे में होंडा की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी ओला इलेक्ट्रिक ही होगी। इसके बाद टीवीएस और ऐथर एनर्जी जैसी कंपनियों के प्रीमियम स्कूटर्स हैं। होंडा साल 2030 तक इंडियन टू-व्हीलर मार्केट में 30 पर्सेंट शेयर हासिल करना चाहती है। कंपनी ने हाल ही में होंडा शाइन 100 लॉन्च की है, जिसका मुकाबला टॉप सेलिंग हीरो स्प्लेंडर प्लस से है। आने वाले समय में होंडा के आगामी न्यू लॉन्च के बारे में और भी जानकारी सामने आ जाएगी।
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वाशिंगटन। ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि कंपनी की योजना भारत में 15 अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करने की है, जिससे कंपनी का भारत में कुल निवेश 26 अरब डॉलर हो जाएगा। अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के बाद अमेजन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एंडी जैसी ने कहा कि कंपनी भारत में पहले से ही 11 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है। उन्होंने शुक्रवार को कहा, प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी बहुत अच्छी और सार्थक बातचीत हुई। मुझे लगता है कि हमारे कई लक्ष्य समान हैं। अमेजन भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। हमने अब तक 11 अरब डॉलर का निवेश किया है और 15 अरब डॉलर का और निवेश करने का इरादा है, जिससे कुल राशि 26 अरब डॉलर हो जाएगी। इसलिए हम साझेदारी के भविष्य को लेकर बहुत उत्सुक हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री ने अमेजन के अध्यक्ष और सीईओ के साथ सार्थक बैठक की। मंत्रालय ने ट्वीट किया, चर्चा भारत में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अमेजन के साथ सहयोग बढ़ाने की संभावना और ई-कॉमर्स के क्षेत्र पर केंद्रित रही।” मोदी ने भारत में एमएसएमई के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने की अमेजन की पहल का स्वागत किया।
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नई दिल्ली। मारुति सुजुकी की एंट्री लेवल सेडान डिजायर एक बार फिर अपने सेगमेंट में सबको पीछे छोड़ते हुए देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान कार रही। मारुति डिजायर बीते मई में हुंडई ऑरा (Hyundai Aura) और वरना (Verna) के साथ ही होंडा अमेज (Honda Amaze), सिटी (Honda City) और टाटा टिगोर (Tata Tigor) जैसी सेगमेंट की बाकी कारों को पीछे छोड़ने में कामयाब रही। बीते मई में 11,315 लोगों ने मारुति डिजायर सेडान खरीदी। इंडियन मार्केट में काफी समय से डिजायर का सेडान सेगमेंट में दबदबा है।
बीते महीने, यानी मई 2023 में मारुति सुजुकी डिजायर को 11,315 ग्राहकों ने खरीदा। बीते अप्रैल 2023 में डिजायर की 10,132 यूनिट बिकी थी। ऐसे में डिजायर की बिक्री में 1 फीसदी से ज्यादा की सालाना ग्रोथ हुई है। डिजायर की सालाना बिक्री करीब ढाई फीसदी घटी है।दूसरे नंबर पर हुंडई ऑरापिछले महीने हुंडई की पॉपुलर सेडान ऑरा (Hyundai Aura) दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान कार रही, जिसे 4707 ग्राहकों ने खरीदा। पिछले साल मई के मुकाबले इस साल मई में ऑरा की बिक्री में 42 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, मंथली सेल 7 फीसदी से ज्यादा घटी है। बीते मई में तीसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान Hyundai Verna रही, जिसे 3687 ग्राहकों ने खरीदा।चौथे नंबर पर पहुंची Honda Amazeपिछले महीने सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान की लिस्ट में होंडा अमेज चौथे नंबर पर रही। अमेज को पिछले महीने 3128 ग्राहकों ने खरीदा। 5वे नंबर पर Tata Tigor रही, जिसे मई 2023 में 2701 ग्राहकों ने खरीदा।टॉप 10 में कौन-कौन सी सेडान रही?भारत की बीते मई 2023 की टॉप सेलिंग सेडान कारों की लिस्ट में छठे नंबर पर Skoda Slavia रही, जिसकी 1695 यूनिट बिकी। इसके बाद Volkswagen Virtus रही, जिसे 1631 ग्राहकों ने खरीदा। Honda City 8वें नंबर पर रही और इसे 1532 ग्राहकों ने खरीदा। 9वीं बेस्ट सेलिंग सेडान Maruti Suzuki Ciaz रही, जिसे 992 लोगों ने खरीदा। बीते मई में 10वीं बेस्ट सेलिंग सेडान Toyota Camry रही, जिसे 142 ग्राहकों ने खरीदा।सेडान डिजायर: प्राइस और माइलेजमारुति सुजुकी डिजायर की एक्स-शोरूम प्राइस 6.51 लाख रुपये से शुरू होती है और इसके टॉप वेरिएंट की कीमत 9.39 लाख रुपये है। एंट्री लेवल सेडान डिजायर के पेट्रोल वेरिएंट्स की माइलेज 22.61 kmpl तक और डिजायर सीएनजी की माइलेज 31.12 km/kg तक की है। -
नई दिल्ली। एमेजॉन ने एमेजॉन पे कैश लोड (Amazon Pay Cash Load) नाम से एक नया फीचर पेश किया है। इसके जरिये यूजर्स अपने 2,000 रुपये के नोट को सीधे अमेज़न पे बैलेंस खाते में जमा कर सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, एमेजॉन पे का कैश लोड विकल्प आपको अपने एमेजॉन पे बैलेंस खाते में 2,000 रुपये के नोटों समेत आसानी से कैश जमा कराने में सक्षम बनाता है। इस फीचर या सुविधा के जरिये यूजर्स हर महीने 50,000 रुपये तक जमा करा सकते हैं। यह सुविधा यूजर्स को अपनी खर्च की जरूरतों के लिए लचीलापन प्रदान करती है। एमेजॉन पे बेलेंस में जमा होने वाले पैसे का इस्तेमाल यूजर्स ऑनलाइन खरीदारी करना, स्टोर पर स्कैन और भुगतान समेत अपनी जरूरतों के हिसाब से कर सकते हैं।रिपोर्ट में कहा गया कि एमेजॉन के अनुसार, यूजर्स इन पैसों को अपने बैंक खाते में भी ट्रांसफर कर सकते हैं और अपने किसी चाहने वाले के अकॉउंट में भी डलवा सकते हैं।कैसे करवाएं जमा ?अपने ऑर्डर की डिलीवरी के दौरान, आप अपने डिलीवरी सहयोगी को 2000 रुपये के नोट समेत कैश राशि सौंपकर आसानी से पैसे जमा कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद तुरंत ही आपके एमेजॉन पे बैलेंस के अकॉउंट में बराबर राशि जमा कर दी जाती है। बता दें कि RBI के निर्देशों के बाद बैंकों ने 2000 रुपये के नोट को बदलना शुरू कर दिए है। आरबीआई ने 2 हजार रुपये के नोट को बदलने के लिए चार महीने का समय दिया है। तब तक लोग बैंक से या नोट बदलवा सकते है या जमा कर सकते है। -
नई दिल्ली। इंस्टाग्राम (Instagram) की ओर से नए फीचर (New Feature) को जोड़ने का सिलसिला जारी है। Meta के मालिकाना हक वाली इस कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए वीडियो कॉल से जुड़ा एक कमाल का फीचर रोलआउट कर दिया है। अब यूजर्स इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल के दौरान अपनी स्क्रीन एक-दूसरे के साथ शेयर कर सकेंगे। इस फीचर ने इंस्टाग्राम को अब और भी मजेदार बना दिया है।
स्क्रीन शेयर कर एक साथ देख सकेंगे रील्सअब यूजर्स अपने पार्टनर, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ वीडियो कॉल पर अपनी स्क्रीन शेयर कर एक साथ रील्स देख सकते हैं, इंस्टाग्राम पर सेव और लाइक किए गए पोस्ट देख सकते हैं। इतना ही नहीं ऐप को बंद करके यूजर्स अपने फोन में रखा कंटेंट भी एक साथ देख सकेंगे। इंस्टाग्राम हेल्प सेंटर की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो कॉल में अधिकतम 8 लोग जुड़ सकते हैं।वीडियो कॉल पर स्क्रीन शेयर करने के लिए फॉलो करें ये स्टेप-सबसे पहले अपने किसी दोस्त या परिचित को इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल से कनेक्ट कीजिए।-इसके बाद स्क्रीन पर नीचे की तरफ दिए गए ‘Screen share’ के ऑप्शन पर क्लिक कीजिए।-अब वीडियो कॉल को अपने डिवाइस पर एक छोटे फ्रेम में दिखाने के लिए टैप कीजिए। अब आपकी स्क्रीन शेयर होनी शुरू हो जाएगी। अब आप इंस्टाग्राम का उपयोग वैसे ही जारी रख सकते हैं जैसे आप आमतौर पर करते हैं।-अपने डिवाइस की होम स्क्रीन पर जाएं या ऐप्स स्विच करें। आप अपने डिवाइस का उपयोग वैसे ही जारी रख सकते हैं जैसे आप आमतौर पर करते हैं।-जब आप अपनी स्क्रीन साझा करते हैं, तो स्क्रीन के ऊपर बाईं ओर एक लाल आइकन दिखाई दे सकता है। आप लाल आइकन पर टैप करके, फिर स्टॉप पर टैप करके भी अपनी स्क्रीन शेयर करना बंद कर सकते हैं।-वीडियो कॉल पर स्क्रीन शेयर करते हुए इन बातों का रखें ध्यान-वीडियो कॉल पर स्क्रीन शेयरिंग का यह फीचर है तो बड़े कमाल का, लेकिन यूजर्स को कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है। जिससे उनकी प्राइवेसी ब्रीच न हो।-जब आप अपनी स्क्रीन शेयर करेंगे तो नोटिफिकेशन सहित आपकी स्क्रीन पर मौजूद सभी चीजें आपके वीडियो कॉल में जुड़े अन्य सभी यूजर्स को दिखाई देंगी।-ध्यान रखें कि जब आप अपनी स्क्रीन शेयर करना बंद कर देंगे तो आपकी वीडियो कॉल समाप्त नहीं होगी।-यदि आप वॉल्यूम को कम या ज्यादा या म्यूट करते हैं तो यह बदलाव केवल आपके डिवाइस पर अप्लाई होगा, वीडियो कॉल पर जुड़े अन्य यूजर्स के डिवाइस पर नहीं। -
नई दिल्ली। हम सब अपनी कमाई का कुछ हिस्सा निवेश करने की योजना बनाते है लेकिन जोखिम को देखते हुए कई बार रुक जाते है। हालांकि, कई ऐसी भी योजनाएं है जिनमें जोखिम न के बराबर है और रिटर्न भी अच्छा मिल जाता है।ऐसे में अगर आप किसी योजना तलाश कर रहे हैं जिसमें किसी भी तरह का जोखिम न होकर रिटर्न भी अच्छा मिल रहा हो, तो आपके लिए पीपीएफ (Public Provident Fund- PPF) एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
कौन और कितना कर सकते है निवेश ?बता दें कि इस योजना में कोई देश का कोई भी नागरिक इन्वेस्मेंट कर सकता हैं। सरकार की इस योजना में आप मिनिमम 500 रुपये और अधिकतम सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं।कितना मिलेगा रिटर्न ?इस स्किम में निवेश करने पर ग्राहकों को 15 सालों तक कंपाउंड इंटरेस्ट मिलता है। मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। कम्पाउंडिंग इंटरेस्ट सेविंग्स पर मिलने वाला वह ब्याज है जिसकी कैलकुलेशन मूल पैसे और पिछली अवधि के मिली ब्याज दोनों पर की जाती है।रिटर्न का उदाहरणउदाहरण के तौर पर अगर आप हर महीने पीपीएफ में 2000 रुपये का निवेश करेंगे, तो आपको सालभर यानी एक साल का टोटल निवेश 24,000 रुपये होगा। इस हिसाब से 15 सालों में आप कुल 3,60,000 रुपए का निवेश करेंगे और 7.1 फीसदी के कंपाउंडिंग ब्याज के हिसाब से 2,90,913 रुपए मिलेंग।।इस तरह मैच्योरिटी के समय कुल 6,50,913 रुपए मिलेंगे।पीपीएफ में निवेश कैसे शुरू करेंपीपीएफ फंड में पैसे डालने के लिए सबसे पहले पीपीएफ अकाउंट खोलना होता है। इस स्किम की पेशकश ज्यादातर डाकघरों या बैंकों में की जाती है। पीपीएफ में निवेश करने के इच्छुक लोग पीपीएफ खाता ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी खोल सकते हैं। कोई व्यक्ति अपनी पसंद के बैंक के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोल सकता है। पीपीएफ खाता खोलने के लिए सबसे पहले बैंक में सेविंग्स अकाउंट होना चाहिए। - नयी दिल्ली. बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने विधि विभाग में 25 वरिष्ठ स्तर के पदों के लिए बृहस्पतिवार को आवेदन मांगे। भर्ती अभियान से सेबी की नियामक भूमिका को तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से निष्पादित करने के लिए कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। सेबी ने सार्वजनिक अधिसूचना में विधि विभाग में ग्रेड ए अधिकारी (सहायक प्रबंधक) पद के लिए आवेदन मांगे हैं। आवेदक ऑनलाइन माध्यम से नौ जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। सेबी इन पदों पर भर्ती के लिए अगस्त-सितंबर के दौरान ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करेगा। इस पद पर आवेदन के लिए आवेदकों को मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से विधि में स्नातक होना अनिवार्य है।
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नयी दिल्ली. सरकार की चावल खरीद चालू विपणन सत्र 2022-23 में अबतक बढ़कर 5.58 करोड़ टन पर पहुंच गई है। इसके अलावा सरकार ने 1.22 करोड़ किसानो को 1.7 लाख करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का भुगतान किया है। खाद्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। वहीं रबी विपणन वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) में अबतक गेहूं की खरीद 2.62 करोड़ टन रही है, जो पिछले साल की कुल खरीद 1.88 करोड़ टन से कहीं अधिक है। मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘गेहूं और चावल की मौजूदा खरीद से सरकारी भंडार में पर्याप्त खाद्यान्न है।
इसमें कहा गया है कि गेहूं और चावल का संयुक्त स्टॉक 5.7 करोड़ टन पर पहुंच गया है, जो देश की खाद्यान्न जरूरतों के लिहाज से संतोषजनक है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) राज्य एजेंसियों के साथ मूल्य समर्थन योजना के तहत धान और गेहूं की खरीद करता है। धान की खरीद की जाती है और उसे मिलों में चावल में बदला जाता है। मंत्रालय के अनुसार, मौजूदा खरीफ विपणन सत्र (अक्टूबर-सितंबर) में 19 जून तक कुल 8.3 करोड़ टन धान (चावल के मामले में 5.58 करोड़ टन) की खरीद की गई थी। मिलों में इसे चावल में बदलने के बाद अबतक केंद्रीय पूल में लगभग 4.01 करोड़ टन चावल प्राप्त हो चुका है। वहीं डेढ़ करोड़ टन चावल अभी मिलना बाकी है। खरीद कार्यक्रम से 1.22 करोड़ किसान लाभान्वित हुए हैं। उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में लगभग 1,71,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। केंद्र ने 2022-23 के विपणन सत्र में 6.26 करोड़ टन चावल खरीदने का लक्ष्य रखा है। एफसीआई ने 2021-22 के विपणन सत्र में 5.75 करोड़ टन से अधिक चावल खरीदा था। कृषि मंत्रालय के तीसरे अनुमान के अनुसार, चावल उत्पादन 2022-23 फसल वर्ष के लिए रिकॉर्ड 13.55 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह 12.94 करोड़ टन था। गेहूं के मामले में 21.29 लाख किसानों को लगभग 55,680 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य का भुगतान किया गया है।
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मुंबई. टाटा पावर कंपनी देश का सबसे ‘आकर्षक नियोक्ता ब्रांड' बन गई है। इसके बाद ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेजन और टाटा स्टील का नंबर आता है। बुधवार को जारी एक शोध रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। मानव संसाधन सेवाप्रदाता रैंडस्टैड इंडिया की वार्षिक रिपोर्ट ‘रैंडस्टैड एम्प्लॉयर ब्रांड रिसर्च (आरईबीआर) 2023' से पता चलता है कि टाटा पावर ने वित्तीय सेहत, प्रतिष्ठा और करियर में प्रगति के अवसरों पर काफी ऊंचे अंक हासिल किए हैं। किसी संगठन के लिए कर्मचारियों की दृष्टि से शीर्ष तीन संकेतकों की वजह से टाटा पावर पहला स्थान हासिल करने में सफल रही है। पिछले साल यानी 2022 में कंपनी नौवें स्थान पर थी। अमेजन इस साल रैंकिंग में कई पायदान की छलांग के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। वहीं शीर्ष तीन की सूची में इस साल टाटा स्टील नई कंपनी है। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) शीर्ष 10 की सूची में चौथे स्थान पर है। इसके बाद क्रमश: माइक्रोसॉफ्ट, सैमसंग इंडिया, इन्फोसिस, टाटा मोटर्स, आईबीएम और रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान रहा। ऑनलाइन स्टोर बिगबास्केट सूची में सबसे आकर्षक स्टार्टअप नियोक्ता ब्रांड बनकर उभरी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 77 प्रतिशत कर्मचारियों ने वाहन क्षेत्र को सबसे आकर्षक करार दिया है। उसके बाद आईटी, आईटीईएस और दूरसंचार (76 प्रतिशत), एफएमसीजी, खुदरा और ई-कॉमर्स (75 प्रतिशत) का स्थान रहा है। आरईबीआर सर्वे दुनियाभर में 1.63 लाख लोगों की प्रतिक्रिया पर आधारित है। यह सर्वे 32 बाजारों और वैश्विक अर्थव्यवस्था के 75 प्रतिशत हिस्से में किया गया। -
हैदराबाद |फार्मेसी श्रृंखला चलाने वाली मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड पेटेंट मुक्त 500 से ज्यादा चिकित्सकीय और दीर्घकालिक बीमारियों की दवाएं अपने ब्रांड के अंतर्गत 50 से 80 प्रतिशत की भारी छूट पर बेचेगी। कंपनी ने बुधवार को यह घोषणा की। मेडप्लस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी मधुकर रेड्डी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कंपनी ने ग्राहकों को लाभ पहुंचाने के लिए बिना पेटेंट की उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयों के उत्पादन के लिए कई प्रतिष्ठित विनिर्माण कंपनियों के साथ करार किया है। रेड्डी ने कहा, “मेडप्लस 500 से ज्यादा चिकित्सकीय और पुरानी बीमारियों की दवाओं पर शुरुआत में छूट प्रदान करेगी और बाद में अगले तीन महीनों में यह छूट 800 से ज्यादा उत्पादों पर प्रदान की जाएगी।” उन्होंने कहा कि इन दवाओं में उच्च रक्तचाप, मधुमेह और गुर्दे की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं शामिल होंगी। विस्तार योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी इस समय सात राज्यों में 4,000 स्टोर संचालित करती है। रेड्डी ने कहा कि मेडप्लस 2023-24 के दौरान 800-1,000 नई फार्मेसी खोलने की तैयारी कर रही है। इससे कंपनी के स्टोर की कुल संख्या लगभग 4,500 तक हो जाएगी। हैदराबाद की खुदरा श्रृंखला ने बीते वित्त वर्ष (2022-23) में 4,558 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था।
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नयी दिल्ली |वैश्विक मोबाइल इंटरनेट रफ्तार की नवीनतम रैंकिंग में भारत तीन स्थानों के सुधार के साथ 56वें स्थान पर आ गया है। ओकला स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स की हालिया रैंकिंग में यह जानकारी दी गई। मई महीने के लिए जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में मोबाइल डाउनलोड की औसत रफ्तार अप्रैल में 36.78 मेगाबाइट प्रति सेकंड (एमबीपीएस) से बढ़कर मई में 39.94 एमबीपीएस हो गई। ओकला मासिक आधार पर दुनियाभर के मोबाइल और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की रफ्तार की रैंकिंग तय करती है।
इसकी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, मई माह में भारत की औसत मोबाइल रफ्तार वैश्विक रूप से तीन स्थान बेहतर हुई है। हालांकि फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की औसत रफ्तार में भारत मई में एक स्थान नीचे खिसकते हुए 84वें स्थान पर आ गया है। वहीं, फिक्स्ड औसत डाउनलोड रफ्तार में भारत का प्रदर्शन मई में 52.53 एमबीपीएस हो गया जबकि अप्रैल में यह 51.12 एमबीपीएस था। ओकला स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स की मई रैंकिंग में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) मोबाइल रफ्तार के मामले में सबसे आगे है जबकि मॉरीशस ने 11 स्थानों की छलांग लगाई है। फिक्स्ड ब्रॉडबैंक डाउनलोड रफ्तार में सिंगापुर मई में सर्वश्रेष्ठ बना हुआ है वहीं बहरीन ने 17 स्थानों की छलांग लगाई है। -
नयी दिल्ली| विदेशी बाजारों से कमजोरी के संकेतों के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 360 रुपये की गिरावट के साथ 59,750 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 60,110 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।
चांदी की कीमत भी 1,200 रुपये लुढ़ककर 72,300 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ जिंस विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने की हाजिर कीमत 360 रुपये की गिरावट के साथ 59,750 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।'' विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,936 डॉलर प्रति औंस रह गया। चांदी भी नुकसान के साथ 23.09 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। -
नयी दिल्ली. एयर इंडिया ने मंगलवार को एयरबस और बोइंग से सूचीबद्ध मूल्य पर करीब 70 अरब डॉलर में 470 विमानों की खरीद के करार पर हस्ताक्षर किए। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने इस साल फरवरी में कहा था कि वह बड़े आकार वाले विमानों सहित कुल 470 विमान इन दोनों विमान विनिर्माताओं से खरीदेगी। एयरलाइन ने बयान में कहा, ‘‘इस पक्के ऑर्डर में 34 ए350-1,000, छह ए350-900, 20 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर और 10 बोइंग 777 एक्स बड़े विमानों के अलावा 140 एयरबस ए320 नियो, 70 एयरबस ए321 नियो और 190 बोइंग 737 मैक्स छोटे आकार के विमान शामिल हैं।'' इस खरीद करार पर पेरिस एयर शो से इतर हस्ताक्षर किए गए। एयर इंडिया ने कहा कि यह करार उसके द्वारा फरवरी में घोषित 70 अरब डॉलर (सूचीबद्ध मूल्य पर आधारित) के बेड़ा विस्तार कार्यक्रम का अगला कदम है। एयर इंडिया को इस साल बाद में एयरबस ए350 के साथ नए विमानों की आपूर्ति शुरू होगी। कंपनी ने कहा कि ज्यादातर विमान 2025 के मध्य से मिलने शुरू होंगे। टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘इस ऐतिहासिक कदम से दीर्घावधि की वृद्धि और सफलता की दिशा में एयर इंडिया की स्थिति और मजबूत हुई है। हमें पूरी उम्मीद है कि हम एक साथ आकर दुनिया के समक्ष आधुनिक विमानन का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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मुंबई. चालू वित्त वर्ष में सीमेंट कंपनियां मांग में मजबूती बने रहने के बावजूद प्रतिस्पर्द्धा बढ़ने से कीमतों में एक से तीन प्रतिशत तक की कटौती कर सकती हैं। मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई। क्रिसिल रेटिंग्स ने इस रिपोर्ट में कहा कि सीमेंट उत्पादन में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों की कीमतें गिरने से भी सीमेंट की कीमतें कम की जा सकती हैं। पिछले वित्त वर्ष में सीमेंट की कीमत 391 रुपये प्रति बोरी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी की वजह से पैदा हुए गतिरोधों के अलावा कच्चे माल की लागत बढ़ने और यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुए हालात की इस कीमत बढ़ोतरी में अहम भूमिका रही। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में सीमेंट उद्योग में प्रतिस्पर्द्धा तेज होने और लागत कीमतों में नरमी आने से मूल्य वृद्धि का सिलसिला थमता नजर आ रहा है। रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि सीमेंट की खुदरा कीमतें इस साल एक-तीन प्रतिशत तक कम हो सकती हैं। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में सीमेंट कीमतें करीब एक प्रतिशत घटकर औसतन 388 रुपये प्रति बोरी पर आ गई थीं।
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मुंबई. किफायती सेवाएं देने वाली एयरलाइन इंडिगो ने यूरोपीय विमान विनिर्माता एयरबस को 500 विमानों की आपूर्ति का पक्का ऑर्डर देने की सोमवार को घोषणा की। इंडिगो ने बयान में कहा कि यह एयरबस को किसी भी एयरलाइन की तरफ से दिया गया सबसे बड़ा विमानों का ऑर्डर है। हालांकि, इंडिगो ने इस सौदे के वित्तीय पहलुओं का ब्योरा नहीं दिया है। इस विमान खरीद समझौते पर ‘पेरिस एयर शो 2023' के दौरान हस्ताक्षर किए गए।
इंडिगो ने बयान में कहा, ‘‘वर्ष 2030 से लेकर 2035 की अवधि के लिए किए गए 500 विमानों के पक्के ऑर्डर के साथ ही एयरलाइन की ऑर्डरबुक में करीब 1,000 विमान शामिल हो चुके हैं जिनकी आपूर्ति अगले एक दशक में की जाएगी।'' इंडिगो ने पहले भी 480 विमान के ऑर्डर दिए थे जिनकी आपूर्ति होनी अभी बाकी है। फिलहाल उसके बेड़े में 300 से अधिक विमान हैं। इंडिगो के नए विमान ऑर्डर में ए320 नियो, ए321 नियो और ए321 एक्सएलआर विमान शामिल हैं।
साल की शुरुआत में टाटा समूह की एयरलाइन एयर इंडिया ने भी एयरबस और बोइंग को सम्मिलित रूप से 470 विमानों की आपूर्ति का ऑर्डर दिया था। इंडिगो ने कहा कि वह एयरबस को ए320 सीरीज के 500 विमानों के ऑर्डर देकर अगले दशक के लिए अपना दीर्घकालिक भविष्य परिभाषित कर रही है। उसने कहा, ‘‘इससे इंडिगो को वर्ष 2030 से 2035 के दौरान मिलने वाले विमानों का एक स्थिर आधार तैयार होगा।'' विमानन कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने विमानों की खरीद के संदर्भ में आए प्रस्तावों का मूल्यांकन करने के बाद एयरबस की पेशकश पर सहमति जताई। उसने कहा कि इस सौदे से इंडिगो और एयरबस के रणनीतिक संबंधों में अभूतपूर्व गहराई एवं व्यापकता आएगी। एयरबस के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी एवं अंतरराष्ट्रीय कारोबार प्रमुख क्रिस्टियन शेरर ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें इस साझेदारी के जरिये भारत के घरेलू नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय बाजार में हवाई संपर्क के विस्तार में अपना योगदान देने का इंतजार है।'' इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर अल्बर्स ने विमान खरीद समझौते पर कहा, ‘‘इससे इंडिगो को भारत में आर्थिक प्रगति, सामाजिक एकजुटता और आवागमन को बढ़ावा देने के अपने मिशन को पूरा करने के लायक बनने में मिलेगी।'' इंडिगो ने 2006 में परिचालन शुरू किया था। इंडिगो ने दावा किया कि 500 विमानों का यह ऑर्डर एयरबस को किसी भी एयरलाइन की तरफ से दिया गया सबसे बड़ा ऑर्डर है। इसके साथ ही इंडिगो से एयरबस को ऑर्डर किए गए कुल विमानों की संख्या 1,330 हो चुकी है। इंडिगो ने कहा कि आने वाले दशक में करीब 1,000 विमान मिलने की संभावना से एयरलाइन अपने हवाई नेटवर्क के विस्तार के लिए एकदम मुफीद स्थिति में है और वह अपनी भूमिका को पूरी तरह अंजाम देगी। -
नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को पतंजलि के 14 नए प्रीमियम प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं। आयुर्वेदिक हर्बल दवाओं से लेकर देसी सामानों तक अपनी पैठ बनाने वाली कंपनी पतंजलि ने ट्रास्यूटिकल्स, मोटे अनाज के हेल्थ बिस्किट, व्हे प्रोटीन, न्यूट्रेला मिलेट आधारित प्रोडक्ट्स और प्रीमियम ड्राई फ्रूट्स में नए प्रोडक्ट्स जैसे 14 प्रोडक्ट्स लॉन्च किए ।
इन प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग के समय रामदेव ने कहा कि कैपिटल मार्केट में किसी संन्यासी ने पहली बार अपनी कंपनी की लिस्टिंग कराई है और एक दिन ऐसा आएगा जब हम यूनिलिवर को भी पछाड़ देंगे। उन्होंने कहा ‘जब हमने कहा था कि हम यूनिलीवर लिमिटेड को पीछे छोड़ देंगे, तब हमारा किसी ने विश्वास नहीं किया। हम बहुत जल्द यूनिलीवर को पीछे छोड़ेंगे, क्योंकि अभी फूड्स, एग्री और FMCG यानी रोजाना उपयोग की जाने वाली वस्तुओं में सिर्फ यही कंपनी हमसे आगे है, बाकी विदेशी कंपनियों को हमने शीर्षासन करा दिया है।’पतंजलि समूह के प्रमुख बाबा रामदेव ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि समूह ने अगले पांच सालों में अपना कारोबार बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपये का करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर उपभोक्ता समूह तक पहुंचने की योजना पर काम चल रहा है, जिसमें पतंजलि समूह की कंपनी पतंजलि फूड्स विशेष भूमिका निभाएगी।बाबा रामदेव ने कहा कि अपनी लिस्टेड कंपनी पतंजलि फूड्स का कारोबार भी 50,000 करोड़ रुपये तक ले जाने का उनका इरादा है। बता दें कि पतंजलि फूड्स को पहले रुचि सोया के नाम से जाना जाता था।प्रीमियम प्रोडक्ट्स को लॉन्च करते हुए रामदेव ने कहा, ‘पतंजलि फूड्स लिमिटेड अपने प्रीमियमाइजेशन ड्राइव के तहत उपभोक्ताओं के लिए हेल्थ बिस्किट, न्यूट्रास्यूटिकल्स, न्यूट्रेला के बाजरे से बने प्रोडक्ट और प्रीमियम सूखे मेवों में नए उत्पादों का लॉन्च कर रही है।इस दौरान ‘न्यूट्रेला मैक्स मिलेट्स’ का रागी चोको सीरियल्स लॉन्च किया गया। उन्होंने कहा, ‘MaxxMillets भारत के पहले सुपरफूड ब्रांड Nutrela की नई पेशकश है। इसके साथ ही रागी बिस्किट ‘न्यूट्रेला मैक्सएक्स मिलेट्स रागी चोको सीरियल’ लॉन्च भी लॉन्च किया गया। लॉन्च होने वाले अन्य बिस्किटों में Nutrela MaxxMillets रागी चोको सीरियल 7-ग्रेन बिस्किट है जो रागी, ज्वार, जई, गेहूं, चावल, मक्का और चने से बना है।बाबा रामदेव ने प्रीमियम सूखे मेवों में भी नए प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग की। उन्होंने इसके तहत न्यूट्रेला मैक्सएक्सनट्स (Nutrela MaxxNuts) को लॉन्च किया।स्वामी रामदेव ने कहा कि भारत में स्पोर्ट्स प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ती जा रही है। भारतीय स्पोर्ट्स न्यूट्रीशन प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री के 2028 तक 18 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि दर (CAGR) से 8,000 करोड़ रुपये तक बढ़ने का अनुमान है। ऐसे में समय का फायदा उठाते हुए पतंजलि फूड्स ने स्पोर्ट्स न्यूट्रीशन प्रोडक्ट्स के सेगमेंट में न्यूट्रेला स्पोर्ट्स के कुल 6 प्रोडक्ट्स पेश किए हैं। न्यूट्रेला स्पोर्ट्स के तहत कंपनी स्पोर्ट्स ड्रिंक और स्पोर्ट्स विटामिन ऐंड मिनरल सप्लीमेंट्स का प्रोडक्शन करेगी।बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि ग्रुप का कारोबार करीब 45,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है और उन्होंने अब कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों (मल्टीनैशनल कंपनियों) को पीछे छोड़ दिया है। पतंजलि ग्रुप की पहुंच दुनिया के करीब 200 देशों में लगभग दो अरब लोगों तक हो चुकी है।बाबा रामदेव ने कहा, ‘आज भारत की तरफ पूरी दुनिया देख रही है। भारत के लोहे को पूरी दुनिया मान रही है। आज हम सब मिलकर भारत को विश्व गुरु बनाने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं।’ -
मूडीज का अनुमान, भारत के कर्ज के बोझ में संभवत: कमी आएगी
नयी दिल्ली. रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस का अनुमान है कि भारत के कर्ज के बोझ में कमी आएगी। मूडीज ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत की राजकोषीय मजबूती के लिए कर्ज का सस्ता होना जरूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तीव्र वृद्धि देश के कर्ज बोझ में गिरावट के अनुमानों का एक प्रमुख बिंदु है। वर्तमान मूल्य पर जीडीपी वृद्धि दर 11 प्रतिशत रहने का अनुमान है। भारत में सामान्य सरकारी कर्ज अपेक्षाकृत ऊंचे स्तर पर है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए यह जीडीपी का लगभग 81.8 प्रतिशत रहा है जबकि बीएए-रेटिंग के लिए इसका औसत लगभग 56 प्रतिशत है। मूडीज ने भारत को स्थिर परिदृश्य के साथ ‘बीएए3' की क्रेडिट रेटिंग दी हुई है। बीएए3 निवेश योग्य सबसे निचली रेटिंग है। मूडीज के प्रतिनिधि रेटिंग में सुधार के मसले पर शुक्रवार को सरकार के अधिकारियों से भी मिलने वाले हैं। इस मुलाकात को रेटिंग में सुधार की पहल के तौर पर देखा जा रहा है।